सामाजिक न्याय Important Short and Long Question Class 11 Chapter-4 Book-2
Team Eklavya
मार्च 06, 2025
1. प्राचीन भारतीय संदर्भ में न्याय की अवधारणा क्या थी?
उत्तर:
- न्याय को 'धर्म' के साथ जोड़ा गया।
- धर्म का अर्थ सामाजिक और नैतिक व्यवस्था था।
- राजा का कर्तव्य था कि वह समाज में न्याय और संतुलन बनाए रखे।
- प्राचीन भारतीय समाज में न्याय का उद्देश्य सामाजिक सद्भाव और नैतिकता बनाए रखना था।
2. कन्फ्यूशियस के अनुसार न्याय की अवधारणा क्या थी?
उत्तर:
- कन्फ्यूशियस (चीन के महान दार्शनिक) के अनुसार न्याय सजा और पुरस्कार की नीति पर आधारित होना चाहिए।
- जो गलत कार्य करें, उन्हें दंडित किया जाए और जो अच्छे कार्य करें, उन्हें पुरस्कृत किया जाए।
- न्याय को नैतिकता और शासन की जिम्मेदारी माना गया।
- समाज में न्याय और अनुशासन बनाए रखने के लिए सुख-दुख का संतुलन जरूरी था।
3. प्लेटो और सुकरात ने न्याय की क्या परिभाषा दी?
उत्तर:
- प्लेटो ने अपनी पुस्तक "द रिपब्लिक" में न्याय को समाज में हर व्यक्ति के कर्तव्यों से जोड़ा।
- सुकरात ने कहा कि न्याय समाज के दीर्घकालिक हित से जुड़ा है।
- न्याय का अर्थ सिर्फ व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं बल्कि समाज की भलाई है।
- यदि लोग अपने स्वार्थ के लिए नियम तोड़ेंगे, तो समाज में अराजकता फैल जाएगी।
4. आधुनिक समय में न्याय का क्या अर्थ है?
उत्तर:
- न्याय का अर्थ है हर व्यक्ति को उसका वाजिब हिस्सा (हक) मिलना।
- सभी नागरिकों को समान अवसर, सम्मान, और संसाधन प्राप्त होने चाहिए।
- आधुनिक न्याय प्रणाली समानता, स्वतंत्रता और निष्पक्षता के सिद्धांतों पर आधारित होती है।
5. न्याय के मुख्य सिद्धांत क्या हैं?
उत्तर:
1. समान लोगों के साथ समान व्यवहार – जाति, धर्म, लिंग के आधार पर कोई भेदभाव न हो।
2. विशेष जरूरतों का ध्यान रखना – विकलांगों, गरीबों, और वंचित वर्गों को विशेष सुविधाएँ देना।
3. संसाधनों का न्यायोचित वितरण – शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसर समान रूप से उपलब्ध कराना।
4. न्यायपूर्ण बंटवारा – किसी विशेष समूह को शोषण से बचाने के लिए नीतियाँ बनाना।
6. समाज में समानता और न्याय का क्या संबंध है?
उत्तर:
- समानता और न्याय एक-दूसरे से जुड़े हैं।
- यदि समाज में न्याय नहीं होगा, तो समानता भी संभव नहीं होगी।
- समाज को न्यायसंगत बनाने के लिए सभी नागरिकों को समान अवसर और अधिकार मिलना जरूरी है।
- सामाजिक न्याय का उद्देश्य शोषित वर्गों को न्याय दिलाना और उन्हें मुख्यधारा में शामिल करना है।
7. आरक्षण नीति का न्याय से क्या संबंध है?
उत्तर:
- आरक्षण का उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को समान अवसर प्रदान करना है।
- संविधान में SC, ST, OBC के लिए आरक्षण दिया गया है।
- शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण से वंचित वर्गों को आगे बढ़ने का अवसर मिलता है।
- हालांकि, कुछ लोग इसे भेदभाव मानते हैं और इसकी आलोचना भी होती है।
8. जॉन रॉल्स के न्याय सिद्धांत की मुख्य बातें क्या हैं?
उत्तर:
- जॉन रॉल्स ने 'अज्ञानता का आवरण' (Veil of Ignorance) का सिद्धांत दिया।
- उन्होंने कहा कि अगर लोगों को यह नहीं पता होगा कि वे समाज में कौन-से वर्ग में जन्म लेंगे, तो वे न्यायपूर्ण नीतियों का समर्थन करेंगे।
- सभी नागरिकों को समान अवसर और न्यूनतम बुनियादी सुविधाएँ मिलनी चाहिए।
- समाज में न्याय सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास जैसी सेवाएँ सभी को प्राप्त होनी चाहिए।
9. मुक्त बाजार और राज्य के हस्तक्षेप में क्या अंतर है?
- मुक्त बाजार के समर्थक मानते हैं कि प्रतिस्पर्धा से समाज में योग्यता के आधार पर संसाधन बंटते हैं।
- राज्य के हस्तक्षेप के समर्थकों का मानना है कि सभी को न्यूनतम जीवन स्तर देने के लिए सरकारी हस्तक्षेप जरूरी है।
10. न्याय के लिए सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए?
उत्तर:
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार।
- गरीबों और वंचित वर्गों के लिए विशेष योजनाएँ लागू करना।
- समान वेतन और रोजगार के अवसर प्रदान करना।
- आरक्षण और विशेष सुविधाओं के माध्यम से सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना।
- कानूनों का सख्ती से पालन कराना ताकि भेदभाव और अन्याय न हो।
11. संसाधनों के न्यायोचित वितरण का क्या अर्थ है?
उत्तर:
- समाज में संसाधनों का सही और समान वितरण होना चाहिए।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, जल, और रोजगार जैसे संसाधन सभी को मिलें।
- उदाहरण – गरीब और वंचित वर्गों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ मुफ्त होनी चाहिए।
12. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और न्याय का क्या संबंध है?
उत्तर:
- न्याय की स्थापना के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूरी है।
- यदि लोगों को अपने विचार रखने की आजादी नहीं होगी, तो न्याय नहीं मिल सकेगा।
- न्यायपालिका को निष्पक्ष और स्वतंत्र रहना चाहिए ताकि सभी नागरिकों को न्याय मिल सके।
13. सामाजिक न्याय की आवश्यकताएँ क्या हैं?
उत्तर:
- जातिवाद, लिंगभेद, और धार्मिक भेदभाव को समाप्त करना।
- सभी को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ देना।
- महिलाओं और कमजोर वर्गों को समान अवसर प्रदान करना।
- गरीबों के लिए न्यूनतम वेतन और रोजगार गारंटी योजना लागू करना।
14. क्या आरक्षण न्यायसंगत है?
उत्तर:
- आरक्षण सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने का एक तरीका है।
- इससे पिछड़े और वंचित वर्गों को समान अवसर मिलता है।
- हालांकि, कुछ लोग इसे भेदभाव मानते हैं और योग्यता के खिलाफ मानते हैं।
- इसलिए, आरक्षण को जरूरत के अनुसार सीमित अवधि तक लागू किया जाना चाहिए।
15. न्यायिक व्यवस्था में सुधार के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर:
- न्यायालयों में मामलों के निपटान में तेजी लाई जाए।
- ई-कोर्ट और ऑनलाइन शिकायत प्रणाली लागू की जाए।
- गरीबों को मुफ्त कानूनी सहायता दी जाए।
- न्यायपालिका को राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त रखा जाए।