अधिकार Important Short and Long Question Class 11 Chapter-5 Book-2
Team Eklavya
मार्च 06, 2025
1. अधिकार क्या होते हैं?
उत्तर:
- अधिकार ऐसे दावे होते हैं जिनका औचित्य सिद्ध हो।
- ये नागरिकों को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करते हैं।
- अधिकारों के बिना लोकतंत्र अधूरा माना जाता है।
- उदाहरण: अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, शिक्षा का अधिकार, जीवन का अधिकार, आदि।
2. अधिकारों का महत्व क्या है?
उत्तर:
- सम्मानजनक जीवन जीने का आधार।
- व्यक्ति की स्वतंत्रता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
- लोकतांत्रिक शासन प्रणाली को सुदृढ़ करता है।
- समानता और न्याय को बढ़ावा देता है।
- राज्य को नागरिकों के कल्याण के लिए उत्तरदायी बनाता है।
3. अधिकार कहाँ से आते हैं?
उत्तर:
- प्राचीन समय में अधिकारों को प्राकृतिक या ईश्वर प्रदत्त माना जाता था।
- सत्रहवीं और अठारहवीं शताब्दी के राजनीतिक विचारकों ने प्राकृतिक अधिकारों का सिद्धांत दिया।
- आधुनिक युग में अधिकारों को कानूनी और सामाजिक व्यवस्था का परिणाम माना जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार घोषणा-पत्र ने अधिकारों को वैश्विक स्तर पर मान्यता दी।
4. प्राकृतिक अधिकार क्या होते हैं?
उत्तर:
- प्राकृतिक अधिकार वे अधिकार हैं जो हर व्यक्ति को जन्म से ही प्राप्त होते हैं।
- इन्हें राज्य या सरकार द्वारा छीना नहीं जा सकता।
जॉन लॉक के अनुसार तीन प्रमुख प्राकृतिक अधिकार हैं:
1. जीवन का अधिकार
2. स्वतंत्रता का अधिकार
3. संपत्ति का अधिकार
5. मानवाधिकार क्या होते हैं?
उत्तर:
- मानवाधिकार वे अधिकार हैं जो सभी मनुष्यों को समानता, स्वतंत्रता और गरिमा प्रदान करते हैं।
- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार घोषणा (1948) ने इन्हें सार्वभौमिक मान्यता दी।
- मानवाधिकार जाति, धर्म, रंग, लिंग, या भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करते।
- उदाहरण: जीवन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, श्रम का अधिकार, बाल श्रम का निषेध, आदि।
6. कानूनी अधिकार और मौलिक अधिकार में क्या अंतर है?
उत्तर:
7. संविधान में अधिकारों की क्या भूमिका है?
उत्तर:
- संविधान नागरिकों के अधिकारों को संवैधानिक संरक्षण प्रदान करता है।
- ये अधिकार सरकार के दायित्व और नागरिकों की स्वतंत्रता को परिभाषित करते हैं।
- भारत में संविधान के भाग 3 में मौलिक अधिकारों का उल्लेख किया गया है।
8. अधिकारों के कितने प्रकार होते हैं?
उत्तर:
1. राजनीतिक अधिकार:
- राजनीतिक दल बनाने और चुनाव लड़ने का अधिकार
2. आर्थिक अधिकार:
- रोजगार और उचित वेतन पाने का अधिकार
3. सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकार:
- संस्कृति और भाषा की रक्षा का अधिकार
4. मानवाधिकार:
- जीवन और स्वतंत्रता का अधिकार
- निष्पक्ष न्याय प्राप्त करने का अधिकार
9. राज्य का अधिकारों के प्रति क्या उत्तरदायित्व है?
उत्तर:
- नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना।
- कानूनी व्यवस्था बनाए रखना।
- सभी नागरिकों को समान अवसर देना।
- वंचित वर्गों के लिए विशेष उपाय करना।
- अधिकारों के उल्लंघन पर दंड देना।
10. अधिकारों और कर्तव्यों में क्या संबंध है?
उत्तर:
- अधिकारों के साथ नागरिकों के कुछ कर्तव्य भी होते हैं।
- हर व्यक्ति को अपने अधिकारों का प्रयोग इस तरह करना चाहिए कि दूसरे के अधिकारों का उल्लंघन न हो।
- उदाहरण: अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है, लेकिन इसका उपयोग किसी की मानहानि करने के लिए नहीं किया जा सकता।
11. क्या अधिकारों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है?
उत्तर:
हाँ, राष्ट्र की सुरक्षा, सामाजिक व्यवस्था और नैतिकता की रक्षा के लिए कुछ अधिकारों पर उचित प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
उदाहरण: युद्ध या आपातकाल की स्थिति में कुछ अधिकार निलंबित किए जा सकते हैं।
12. अधिकारों का दुरुपयोग कैसे रोका जा सकता है?
उत्तर:
- संवैधानिक संरक्षण और न्यायपालिका की भूमिका।
- कानूनी जागरूकता और शिक्षा।
- सरकार और नागरिक समाज की निगरानी।
- अधिकारों के संतुलन को बनाए रखना।
13. मानवाधिकारों के उल्लंघन के कुछ उदाहरण दें।
उत्तर:
14. अधिकारों का विस्तार कैसे होता है?
उत्तर:
- नए सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों के साथ अधिकारों की परिभाषा बदलती रहती है।
- उदाहरण: पहले "शिक्षा का अधिकार" मौलिक अधिकार नहीं था, लेकिन अब इसे संविधान में जोड़ा गया है।
- पर्यावरण संरक्षण, डिजिटल गोपनीयता और सूचना के अधिकार जैसी नई अवधारणाएँ अधिकारों में जुड़ रही हैं।
15. अधिकारों की सुरक्षा के लिए कौन-कौन सी संस्थाएँ काम करती हैं?
उत्तर:
- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC)।
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC), भारत।
- सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय।
- गैर-सरकारी संगठन (NGO) और सामाजिक कार्यकर्ता।