सबसे खतरनाक Class 11 Book-Aroh Poem-7 Chapter wise Summary
0Team Eklavyaमार्च 13, 2025
पाश का जीवन परिचय:
पाश (अवतार सिंह संधू) का जन्म 1950 में पंजाब के जालंधर जिले के तलवंडी सलेम गाँव में हुआ था। वे एक क्रांतिकारी कवि थे, जो जन आंदोलनों से जुड़े रहे और अपनी कविताओं के माध्यम से सामाजिक अन्याय और शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाते रहे। उनकी कविताएँ आम लोगों की तकलीफों और उनके संघर्ष को दर्शाती हैं। 1988 में खालिस्तानी आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी।
कविता "सबसे खतरनाक" का सारांश
इस कविता में पाश बताते हैं कि सबसे खतरनाक चीज़ क्या है।
मेहनत की लूट, पुलिस की मार, गद्दारी और लालच बुरे हैं, लेकिन सबसे खतरनाक नहीं हैं।
सबसे खतरनाक यह है कि इंसान अन्याय और शोषण को चुपचाप सहने लगे।
अगर कोई हर दिन सिर्फ़ काम पर जाए और काम से घर लौट आए, बिना किसी सपने और संघर्ष के, तो यह सबसे खतरनाक है।
जब इंसान की आँखें सब कुछ देखकर भी भावहीन हो जाएं और उसकी आत्मा संवेदनहीन हो जाए, तो यह सबसे खतरनाक होता है।
जब अन्याय के बाद भी इंसान विरोध न करे, जब वह डर और दबाव में जीने लगे, तो यह सबसे खतरनाक होता है।
जब आशाएं मर जाएं, संघर्ष करने की इच्छा खत्म हो जाए, और इंसान सिर्फ़ अपनी जिंदगी के दुखों को भाग्य मानकर जीने लगे, तो यह सबसे खतरनाक है।
मुख्य संदेश:
सबसे खतरनाक वह स्थिति है, जब इंसान अपने सपनों और विरोध करने की ताकत को खो देता है।
अन्याय से डरना सबसे खतरनाक है, क्योंकि इससे समाज और अधिक बर्बाद होता है।
चुप रहना और सहना किसी भी अन्याय से ज्यादा खतरनाक होता है।
हमें अपनी चेतना, सपनों और प्रतिरोध की शक्ति को कभी मरने नहीं देना चाहिए।