अपू के साथ ढाई साल Important Short and Long Question Class 11 Chapter-3 Book-Aroh
Team Eklavya
मार्च 07, 2025
1. "अपू के साथ ढाई साल" के लेखक कौन हैं?
उत्तर:
इस आत्मकथात्मक विवरण के लेखक सत्यजित राय हैं।
2. "अपू के साथ ढाई साल" किस फ़िल्म के निर्माण से जुड़ा विवरण है?
उत्तर:
यह विवरण सत्यजित राय की पहली फ़िल्म "पथेर पांचाली" के निर्माण से जुड़ा हुआ है।
3. सत्यजित राय के लिए "पथेर पांचाली" बनाने में मुख्य कठिनाइयाँ क्या थीं?
उत्तर:
1. आर्थिक कठिनाइयाँ – फ़िल्म बनाने के लिए पैसे बार-बार खत्म हो जाते थे।
2. कलाकारों का चयन – अपू की भूमिका के लिए सही लड़का खोजना कठिन था।
3. प्राकृतिक बाधाएँ – काशफूलों और बारिश के दृश्य की शूटिंग में समस्याएँ आईं।
4. तकनीकी चुनौतियाँ – रेलगाड़ी के दृश्य की शूटिंग के लिए तीन अलग-अलग रेलगाड़ियों का इस्तेमाल करना पड़ा।
5. कलाकारों की मृत्यु – भूलो नामक कुत्ते और श्रीनिवास मिठाईवाले के कलाकार की मृत्यु के कारण बदलाव करने पड़े।
4. सत्यजित राय उस समय क्या काम करते थे?
उत्तर:
सत्यजित राय एक विज्ञापन कंपनी में नौकरी करते थे और फ़िल्म निर्माण के लिए धन की व्यवस्था खुद करनी पड़ती थी।
5. अपू की भूमिका के लिए उपयुक्त लड़के को खोजने में क्या समस्या आई?
उत्तर:
- अखबार में विज्ञापन देने के बावजूद सही लड़का नहीं मिल सका।
- अंततः उनके पड़ोस के लड़के सुबीर बनर्जी को यह भूमिका मिली।
6. काशफूलों वाले दृश्य की शूटिंग में क्या समस्या आई?
उत्तर:
- काशफूलों का मैदान, जो फ़िल्म में दिखाना था, शूटिंग से पहले जानवरों ने खा लिया था।
- इसलिए एक साल बाद शरद ऋतु में जब काशफूल फिर खिले, तब जाकर शूटिंग पूरी हुई।
7. भूलो नामक कुत्ते से जुड़ी क्या समस्या आई?
उत्तर:
- फ़िल्म के दौरान भूलो कुत्ते की मृत्यु हो गई।
- इस कारण दूसरे कुत्ते का इस्तेमाल करना पड़ा।
8. रेलगाड़ी के दृश्य को प्रभावशाली बनाने के लिए क्या तकनीकी जुगाड़ किया गया?
उत्तर:
1. तीन अलग-अलग रेलगाड़ियों का इस्तेमाल किया गया।
2. काले धुएँ के प्रभावशाली शॉट के लिए बॉयलर में कोयला डलवाया गया।
9. बारिश के दृश्य की शूटिंग में क्या समस्याएँ आईं?
उत्तर:
- शरद ऋतु का इंतजार करना पड़ा, ताकि मौसम अनुकूल हो।
- ठंड के कारण बच्चों को ब्रांडी मिली दूध पिलाई गई, जिससे वे शूटिंग के दौरान बीमार न पड़ें।
10. शूटिंग लोकेशन कौन-सा गाँव था और वहाँ क्या दिलचस्प घटनाएँ हुईं?
उत्तर:
- बोडाल गाँव को शूटिंग के लिए चुना गया क्योंकि यह आदर्श ग्रामीण परिवेश प्रस्तुत करता था।
- वहाँ सुबोध दा नामक एक मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति टीम के साथ घुल-मिल गए और वायलिन बजाकर मनोरंजन करने लगे।
- एक पागल धोबी राजनैतिक भाषण देता था, जिससे शूटिंग में बाधा आती थी।
11. "वास्तुसर्प" से जुड़ी घटना क्या थी?
उत्तर:
1. शूटिंग के दौरान टीम ने वास्तुसर्प (साँप) देखा।
2. स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, इस साँप को मारना अशुभ माना जाता था, इसलिए उसे छोड़ दिया गया।
12. "अपू के साथ ढाई साल" शीर्षक क्यों उपयुक्त है?
उत्तर:
- सत्यजित राय को फ़िल्म बनाने में ढाई साल लगे, इसलिए यह शीर्षक उचित है।
- फ़िल्म का मुख्य पात्र अपू था, जिसके जीवन को फ़िल्म में दिखाया गया।
- यह शीर्षक फ़िल्म निर्माण की चुनौतियों और यात्रा को दर्शाता है।
13. "पथेर पांचाली" फ़िल्म के निर्माण से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर:
- धैर्य और समर्पण से बड़ी चुनौतियों को पार किया जा सकता है।
- रचनात्मक सोच से समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
- असली कला संघर्ष और मेहनत से जन्म लेती है।
- सच्ची लगन से सपनों को हकीकत बनाया जा सकता है।
14. सत्यजित राय के फ़िल्म निर्माण में किस प्रकार की रचनात्मकता देखी गई?
उत्तर:
- रेलगाड़ी के दृश्य के लिए अलग-अलग गाड़ियों का प्रयोग।
- प्राकृतिक मौसम का उपयोग वास्तविकता लाने के लिए।
- अल्प संसाधनों के बावजूद उच्च गुणवत्ता बनाए रखना।
- स्थानीय लोगों और प्राकृतिक दृश्यों का प्रभावी उपयोग।
15. "अपू के साथ ढाई साल" कहानी किस रूप में हमें प्रेरित करती है?
उत्तर:
- सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और संघर्ष जरूरी है।
- कठिनाइयों के बावजूद ईमानदारी और लगन से काम करना चाहिए।
- कला के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए धैर्य और समर्पण जरूरी होता है।