बच्चों, युवाओं और वृद्धजनों के लिए सहायक सेवाओं, संस्थानों और कार्यक्रमों का प्रबंधन Important Short and Long Questions Class 12 Home Science Chapter-7 Book-1
0Team Eklavyaफ़रवरी 24, 2025
1. परिवार समाज की मूल इकाई क्यों मानी जाती है?
उत्तर:
परिवार समाज की मूल इकाई है क्योंकि यह अपने सदस्यों की ज़रूरतों को पूरा करता है, उनकी देखभाल करता है और मूलभूत सामाजिक मूल्यों को आगे बढ़ाता है। यह बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और कौशल विकास के लिए बाहरी संस्थानों पर भी निर्भर करता है, जिससे परिवार और समाज का गहरा संबंध बनता है।
2. समाज परिवार की किन-किन आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है?
उत्तर:
1. शिक्षा – विद्यालय और प्रशिक्षण केंद्र बच्चों को शिक्षित करते हैं।
2. स्वास्थ्य सेवाएँ – अस्पताल और क्लीनिक स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतें पूरी करते हैं।
3. मनोरंजन – खेल के मैदान, पुस्तकालय और सांस्कृतिक केंद्र मनोरंजन प्रदान करते हैं।
4. रोजगार और सुरक्षा – सरकार और निजी संस्थाएँ रोजगार और सामाजिक सुरक्षा देती हैं।
3. भारत में परिवारों को कौन-कौन सी मुख्य चुनौतियाँ झेलनी पड़ती हैं?
उत्तर:
1. वित्तीय संसाधनों की कमी – गरीब परिवार समाज की सेवाओं का पूरा उपयोग नहीं कर पाते।
2. अलगाव – कई बच्चे, युवा, और वृद्ध परिवार से अलग होकर जीवन व्यतीत करते हैं।
3. स्वास्थ्य सेवाओं की कमी – ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ सीमित होती हैं।
4. शिक्षा की चुनौतियाँ – सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती।
4. 'संवेदनशील समूह' किसे कहते हैं और वे संवेदनशील क्यों होते हैं?
उत्तर:
संवेदनशील समूह वे होते हैं जो प्रतिकूल परिस्थितियों से अधिक प्रभावित होते हैं, जैसे बच्चे, युवा और वृद्धजन।
1. बच्चे – उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव जल्दी पड़ता है।
2. युवा – वे रोजगार, शिक्षा और सामाजिक दबाव की चुनौतियों का सामना करते हैं।
3. वृद्धजन – उन्हें स्वास्थ्य, अकेलापन और आर्थिक असुरक्षा जैसी समस्याएँ होती हैं।
5. बच्चे संवेदनशील क्यों होते हैं?
उत्तर:
बच्चे संवेदनशील होते हैं क्योंकि उनके शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, और भावनात्मक विकास की तीव्र अवधि होती है। सही भोजन, आश्रय, स्वास्थ्य देखभाल, और प्रेम के अभाव में उनका समुचित विकास नहीं हो पाता, जिससे उनके जीवन पर स्थायी प्रभाव पड़ सकता है।
6. कठिन परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों को कौन-कौन सी चुनौतियाँ झेलनी पड़ती हैं?
उत्तर:
1. अनाथ बच्चे – माता-पिता के बिना जीवन कठिन होता है।
2. सड़क पर रहने वाले बच्चे – शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा की कमी।
3. बाल श्रमिक – शिक्षा से वंचित होकर कम उम्र में काम करना पड़ता है।
4. दुर्व्यवहार और शोषण – कई बच्चे शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार होते हैं।
7. किशोर न्याय अधिनियम, 2000 क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?
उत्तर:
किशोर न्याय अधिनियम, 2000 बच्चों के अधिकारों और न्याय की सुरक्षा के लिए बना कानून है। इसका उद्देश्य है:
अपराध करने वाले बच्चों के लिए बाल-अनुकूल दृष्टिकोण अपनाना।
देखभाल और संरक्षण की जरूरत वाले बच्चों को पुनर्वास प्रदान करना।
संस्थानों की स्थापना करना ताकि अनाथ और बेसहारा बच्चों को मदद मिल सके।
8. भारत में बच्चों की सुरक्षा और देखभाल के लिए कौन-कौन से सरकारी कार्यक्रम चलाए जाते हैं?
उत्तर:
1. समेकित बाल विकास सेवाएँ (ICDS) – 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पोषण, स्वास्थ्य, और शिक्षा सेवाएँ प्रदान करना।
2. एस.ओ.एस. बाल गाँव – अनाथ और परित्यक्त बच्चों के लिए परिवार-आधारित देखभाल।
3. सरकारी बाल गृह – अनाथ, बेघर और बेसहारा बच्चों के लिए देखभाल संस्थान।
4. गोद लेना (दत्तक ग्रहण) – अनाथ बच्चों को परिवार में अपनाने की कानूनी प्रक्रिया।
9. युवाओं की कौन-कौन सी ज़रूरतें होती हैं?
उत्तर:
1. शिक्षा और कौशल विकास – रोजगार के लिए आवश्यक।
2. स्वस्थ जीवनशैली – पोषण और स्वास्थ्य सेवाएँ।
3. सामाजिक भागीदारी – खेल, सांस्कृतिक और सामुदायिक गतिविधियाँ।
4. मानसिक स्वास्थ्य समर्थन – तनाव और सामाजिक दबाव से निपटने के लिए।
10. भारत में युवाओं के लिए कौन-कौन से सरकारी कार्यक्रम उपलब्ध हैं?
उत्तर:
1. राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) – समाज सेवा और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी।
2. नेहरू युवक केंद्र – ग्रामीण युवाओं के लिए नेतृत्व और कौशल विकास।