संस्थाओं में वस्त्रों की देखभाल और रखरखाव Notes in Hindi Class 12 Chapter-10 Home Science Book 2
0Team Eklavyaदिसंबर 27, 2024
प्रस्तावना
परिवार में पोशाकों और घरेलू उपयोग के कपड़ों का महत्व सभी जानते हैं। खास कपड़े औद्योगिक उद्देश्यों, अस्पतालों में पट्टियों और मास्क जैसे उपयोगों के लिए चुने जाते हैं, क्योंकि उनमें विशेष गुण होते हैं। इन कपड़ों की लंबी उम्र और उपयोगिता बनाए रखने के लिए सही देखभाल जरूरी है। वस्त्रों की देखभाल में दो मुख्य बातें शामिल हैं:
1. कपड़ों को भौतिक क्षति से बचाना और यदि नुकसान हुआ हो तो उसे ठीक करना।
2. धूल और धब्बों को हटाकर कपड़े की चमक और बनावट बनाए रखना।
मूलभूत संकल्पनाएँ
वस्त्रों की देखरेख उनके रेशों, धागे के प्रकार, निर्माण तकनीकों, और सुसज्जा पर निर्भर करती है। इसमें घुलाई, धब्बे हटाना, साबुन और डिटर्जेंट का उपयोग, धुलाई की विधियाँ, सुसज्जा उपचार, इस्तरी, गरम प्रेस, और तह लगाने की प्रक्रिया शामिल है। इन गतिविधियों के लिए तीन मुख्य उपकरण उपयोग होते हैं:
1. धुलाई के उपकरण
2. सुखाने के उपकरण
3. इस्तरी/प्रेस करने के उपकरण
घरेलू स्तर पर अधिकतर धुलाई हाथ से की जाती है, जिसमें बालटी, चिलमची, तसले, रगड़ने के तख्ते, ब्रुश और कभी-कभी धुलाई मशीनों का उपयोग किया जाता है।
1. धुलाई के उपकरण
धुलाई मशीनें हमारे रोज़मर्रा के जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी हैं। इन्हें दो मुख्य प्रकार में बांटा जाता है:
ऊपर से भराई वाली (Top Load): कपड़े ऊपर से डालते हैं।
सामने से भराई वाली (Front Load): कपड़े सामने से डालते हैं।
धुलाई मशीनों के प्रकार
पूर्णतः स्वचालित मशीनें एक बार सेट करने पर खुद पानी भरती, गरम करती, धोती और खंगालती हैं, और उपयोगकर्ता के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं होती।
अर्ध-स्वचालित मशीनों में हर चक्र के बाद पानी भरना और निकालना पड़ता है, जो आमतौर पर दो-टब वाली होती हैं।
हस्त-चालित मशीनों में 50% से अधिक काम हाथ से करना पड़ता है।
स्वचालित मशीन की विशेषताएँ
धुलाई में पानी का स्तर स्वचालित या मैनुअल तरीके से नियंत्रित किया जाता है, और तापमान बटन या डायल से सेट किया जा सकता है। धुलाई की विधियों में आलोड़न (ऊपर से भराई वाली मशीनों में ब्लेड कपड़ों को घुमाते हैं), स्पंदन (तेज ऊर्ध्व गति से कपड़े धोना), और अवपातन (सामने से भराई वाली मशीनों में कपड़ों को टब में घुमाना) शामिल हैं। खंगालने से कपड़े साफ और उनकी बुनावट सुरक्षित रहती है। जल निष्कर्षण में चक्रण (300-1100 rpm की गति से पानी निकालना), तली-निकास (पानी को नाली से बाहर निकालना), और इन दोनों का संयोजन सबसे प्रभावी तरीका है।
धुलाई मशीन के उपयोग के फायदे
गति: पानी निकालने और धोने की प्रक्रिया तेज होती है।
कपड़ों की देखभाल: सही चक्रण गति (600-620 rpm) कपड़ों को सिलवटों से बचाती है।
साफ-सफाई: तली-निकास और चक्रण गंदगी को पूरी तरह निकाल देते हैं।
2. सुखाने के उपकरण और प्रक्रिया
व्यापारिक और संस्थागत स्तर पर वस्त्रों को सुखाने के लिए शुष्ककों (ड्रायर) का उपयोग किया जाता है। शुष्कक दो प्रकार से काम करते हैं। पहले तरीके में, निम्न तापमान की वायु को उच्च वेग से परिचालित किया जाता है, जिससे कमरे का तापमान और आर्द्रता सामान्य रहती है। दूसरे तरीके में, उच्च तापमान की वायु को धीमी गति से परिचालित किया जाता है। वायु ऊष्मा स्रोत से गुजरकर वस्त्रों के बीच से निकलती है, लेकिन धीमी गति के कारण निष्कासित वायु की आर्द्रता अधिक होती है।
3. इस्तरी करना और गरम प्रेस करना
इस्तरी (Ironing):
इस्तरी कपड़ों की सिलवटें हटाकर उन्हें नई चमक देती है। हल्की इस्तरी रोजमर्रा के कपड़ों के लिए होती है, जबकि भारी इस्तरी परदे और चादर जैसे भारी कपड़ों के लिए उपयोग होती है। इसमें चिकनी धात्विक सतह और तापमान नियंत्रण की सुविधा होती है, और कुछ इस्तरियों में भाप का विकल्प भी होता है।
घरेलू और व्यावसायिक धुलाई सेवाएँ
घरेलू धुलाई में रोजमर्रा के छोटे कपड़े घर पर धोए और इस्तरी किए जाते हैं, जबकि बड़े लिनेन और विशेष कपड़े लाँड्री या धोबी को भेजे जाते हैं। व्यावसायिक धुलाई में धोबी सेवाएँ कपड़े इकट्ठा कर धोकर और इस्तरी कर लौटाती हैं, जो छात्रावास, छोटे होटल, और रेस्तरां में आम हैं। लाँड्री और ड्रायक्लीनिंग शॉप्स में ग्राहक कपड़े लाते और तैयार होने पर ले जाते हैं। कुछ सेवाएँ घर से कपड़े लेने और पहुँचाने की सुविधा देती हैं, और अस्पतालों व होटलों के लिए विशेष धुलाई सेवाएँ भी प्रदान करती हैं।
व्यावसायिक धुलाई सेवाओं की प्रक्रिया
कपड़ों को जाँचकर उनकी प्रकार और विशेष देखभाल की जरूरत के अनुसार अलग किया जाता है। बड़ी मशीनों से एक बार में 100 किग्रा तक कपड़े धोए जाते हैं, और निर्जल-धुलाई के लिए अलग मशीनें होती हैं। प्रेसिंग में रोलर इस्तरी और कैलेंडरिंग मशीन का उपयोग होता है। कपड़े तह कर और पैकिंग के बाद ग्राहक को दिए जाते हैं। कपड़ों की संख्या, प्रकार, और विशेष देखभाल की जानकारी रिकॉर्ड की जाती है, ग्राहक को रसीद दी जाती है, और पहचान के लिए सांकेतिक पट्टियाँ लगाई जाती हैं।
विशेष सेवाएँ
ऊनी और रेशमी कपड़ों के लिए ड्रायक्लीनिंग, कंबल और कालीनों की सफाई, और रंगाई व जरी पॉलिश जैसी सुसज्जा सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
संस्थाएँ
अस्पतालों, होटलों, और जेलों जैसी बड़ी संस्थाओं को रोज़ाना बड़ी मात्रा में कपड़ों की सफाई और रखरखाव की ज़रूरत होती है। इन संस्थानों के लिए समय पर कपड़ों की धुलाई और सुपुर्दगी बेहद ज़रूरी है।
संस्थान और उनकी धुलाई व्यवस्था
1. अस्पतालों में धुलाई व्यवस्था
अस्पतालों में बिस्तर की चादरें, गाउन, कुर्ता-पजामा, डॉक्टरों की वर्दी, टेबल क्लॉथ, और परदे जैसे कपड़े होते हैं, जिनमें अधिकतर सूती कपड़े खास रंगों में रंगे होते हैं। स्वच्छता और विसंक्रमण को प्राथमिकता दी जाती है, और गंदे या फेंकने योग्य कपड़े जलाकर नष्ट किए जाते हैं। धुलाई में पक्के धब्बे हटाना प्राथमिकता नहीं होती, और स्टार्च या पूर्ण प्रेसिंग जैसे कार्य कम किए जाते हैं। कभी-कभी मरम्मत और अनुपयोगी कपड़ों का निपटान भी किया जाता है। बड़े अस्पतालों में प्रतिदिन 1800-2000 चादरें धोई जाती हैं, और ऑपरेशन थिएटर व वार्ड्स में चादरें दिन में कई बार बदली जाती हैं।
2. होटलों में धुलाई व्यवस्था
होटलों में बिस्तर की चादरें, तौलिए, मेज़पोश, परदे, और कर्मचारियों की वर्दी जैसे कपड़े होते हैं, जो सूती, सिल्क, या टेरीकॉट जैसे रेशों से बने होते हैं। साज-सज्जा पर जोर दिया जाता है, जिसमें स्टार्च, सही प्रेसिंग, और तह लगाना शामिल है। ग्राहकों के व्यक्तिगत कपड़ों की धुलाई भी की जाती है। बड़े होटलों में 400-500 कमरों की सामग्री रोज़ाना धोई जाती है।
अस्पताल और होटल धुलाई में अंतर
जीविका के लिए तैयारी
वस्त्रों की देखभाल और रखरखाव एक तकनीकी क्षेत्र है, जिसमें सामग्री, रेशों, धागों, कपड़ा उत्पादन, रंग, और परिसज्जा का ज्ञान जरूरी है। साथ ही, प्रक्रियाओं, रसायनों, और मशीनों की कार्यप्रणाली की समझ भी आवश्यक है। घुलाई प्रबंधन पाठ्यक्रम छोटे कार्यक्रम होते हैं, जो प्रशिक्षण, रोजगार सहायता, और व्यापार शुरू करने में मदद करते हैं। ये विमान कंपनियों, होटलों, रेलवे, और अस्पतालों में नौकरी के अवसर प्रदान करते हैं। व्यावहारिक प्रशिक्षण या इंटर्नशिप की जरूरत हो सकती है। वस्त्र विज्ञान और परिधान में शैक्षिक योग्यता मददगार होती है, और गृह विज्ञान के कई संस्थान स्नातक डिग्री के साथ ये पाठ्यक्रम उपलब्ध कराते हैं।
कार्यक्षेत्र
यह क्षेत्र वस्त्र और परिधान में विशेषज्ञता रखने वालों के लिए स्वउद्यमी बनने का अवसर प्रदान करता है। ये सेवाएँ महानगरीय क्षेत्रों में, जहां महिलाएँ कामकाजी हैं, और छोटे अस्पताल, उपचार गृह, व दिवस देखभाल केंद्रों जैसी जगहों पर उपयोगी होती हैं। इसके अलावा, रेलवे, विमान कंपनियों, पोत-परिवहन, होटलों, और अस्पतालों के उच्च तकनीक वाले धुलाईघरों में भी वस्त्रों और पोशाकों की देखभाल और रखरखाव का काम किया जा सकता है।