कुटज हजारीप्रसाद द्विवेदी Class 12 Chapter-17 Book-Antra Chapter Summary
0Team Eklavyaदिसंबर 09, 2024
कुटज
यह अध्याय "कुटज" नामक पेड़ के माध्यम से जीवन, संघर्ष, और स्वाभिमान की गहरी प्रेरणा देता है। लेखक ने कुटज को न केवल प्रकृति का एक जीवंत प्रतीक बताया है, बल्कि इसे एक दार्शनिक दृष्टिकोण से भी जोड़ा है।
शिवालिक और कुटज का प्राकृतिक सौंदर्य
शिवालिक की सूखी और नीरस पहाड़ियों पर खड़ा कुटज पेड़ जीवन के संघर्ष और सौंदर्य का प्रतीक है। यह पेड़ सूखे और कठोर परिस्थितियों के बावजूद जीवंत, हरा-भरा और पुष्पित रहता है, जो उसकी अदम्य जिजीविषा और प्राकृतिक सौंदर्य को प्रदर्शित करता है।
कुटज की पहचान और महत्त्व
कुटज का उल्लेख संस्कृत साहित्य में मिलता है, जहाँ इसे "गाढ़े का साथी" कहा गया है। इसे "कूटज" कहने में एक विशेष आनंद है, क्योंकि यह पेड़ पहाड़ की कठोर चट्टानों में अपनी जड़ें जमाकर जीवन जीता है, जो उसकी दृढ़ता और संघर्षशीलता का प्रतीक है।
संघर्ष और जीवनी शक्ति
कुटज कठिनतम परिस्थितियों में भी अपनी जीवनी शक्ति को बनाए रखता है। यह पाषाण को भेदते हुए पाताल से रस खींचता है और तूफानों का साहसपूर्वक सामना करता है, जिससे उल्लासपूर्ण जीवन जीने का संदेश देता है। यह पेड़ जीवन को तपस्या मानकर उसमें ऊर्जा और प्रेरणा भरने की प्रेरणा प्रदान करता है।
दार्शनिक दृष्टिकोण
कुटज जीवन में स्वार्थ, परमार्थ और स्वाभिमान के बीच संतुलन का प्रतीक है। यह बिना किसी अहंकार के दूसरों को लाभ पहुँचाने का उपदेश देता है। साथ ही, यह सुख-दुख और प्रिय-अप्रिय परिस्थितियों से विचलित हुए बिना अपराजित हृदय के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देता है।
कुटज की विशेषताएँ
कुटज स्वतंत्रता, स्वाभिमान और वैराग्यपूर्ण जीवन का आदर्श प्रस्तुत करता है। यह संसार के भोगों में रहते हुए भी उनसे मुक्त रहता है, ठीक जनक राजा की तरह। इसका संदेश है कि मन पर विजय प्राप्त करके ही जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है।
प्रेरणा और उपदेश
कुटज हमें सिखाता है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी आत्मसम्मान और स्वाभिमान को बनाए रखना चाहिए। यह जीवन को कला और तपस्या का अद्भुत मेल मानता है, जहाँ जीवन जीने का उद्देश्य केवल स्वार्थ नहीं, बल्कि व्यापक दृष्टि से समष्टि-हित होना चाहिए।
निष्कर्ष:
कुटज एक प्रतीक है संघर्ष, दृढ़ता, और जीवन में सच्चे आत्मसम्मान का। यह अध्याय न केवल प्रकृति के सौंदर्य की सराहना करता है, बल्कि जीवन के उच्चतम मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।