भारत के विदेश सम्बन्ध Important short and long questions bhaarat ke videsh sambandh India’s xternal relations class12 chapter 4 Important short and long questions political book 2
0Eklavya Study Pointदिसंबर 03, 2024
प्रश्न - नेहरु जी की विदेश नीति के मुख्य तत्व बताइए ?
उतर -
कठिन संघर्ष से प्राप्त संप्रभुता को बचाए रखना
क्षेत्रीय अखंडता को बनाये रखना
तेज रफ़्तार से आर्थिक विकास करना
प्रश्न - भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति का वर्णन कीजिये ?
उतर -
जब द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया दो गुटों में विभाजित हो गई थी ऐसे में भारत ने दोनों ही गुटों से अपने आपको अलग रखने का फैसला किया
भारत ने गुटनिरपेक्षता की नीति अपनाई और अपने अंतरराष्ट्रीय फैसले स्वतंत्र रूप से लेने में सक्षम हुआ
भारत ने नवस्वतंत्र देशों को भी गुटनिरपेक्ष देशों में शामिल किया
भारत दुबारा से गुलाम नहीं होना चाहता था इसलिए भारत ने दोनों खेमे से दूरी बनाई थी
भारत ने अपने आप को नाटो और वारसा संगठन से दूर रखा
भारत ने हमेशा से विभिन्न देशों के बीच समझौता कराने का प्रयास किया
प्रश्न - एफ्रो – एशियाई समझौता का वर्णन कीजिये ?
उतर -
नेहरू जी के दौर में भारत ने अफ्रीका और एशिया के नए स्वतंत्र देशों के साथ संपर्क बनाएं
1950 के दशक में नेहरू ने एशियाई एकता को बहुत महत्व दिया था
भारत देश आजाद भी नहीं हुआ था और नेहरु जी ने 1947 के मार्च महीने में एशियाई संबंध सम्मेलन का आयोजन किया
भारत ने इंडोनेशिया की आजादी के लिए प्रयास किए औपनिवेशीकरण का खुलकर विरोध किया
इंडोनेशिया के शहर बांडुंग में 1955 में एफ्रो - एशियाई सम्मेलन हुआ इसे बांडुंग सम्मेलन कहा जाता है
इसी सम्मेलन में गुटनिरपेक्षता की नींव पड़ी थी
प्रश्न - भारत और चीन के सम्बन्ध पर विस्तार से चर्चा कीजिये ?
उतर -
चीन भारत का पड़ोसी देश है यह चीनी क्रान्ति -1949 के बाद ब्रिटिश उपनिवेश से आजाद हुआ
भारत ने चीन के साथ अपने रिश्ते की शुरुआत दोस्ताना ढंग से की लेकिन चीन ने भारत पर 1962 में आक्रमण कर दिया था
उसके बाद कई वर्षों तक दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य नहीं रहे लेकिन दोनों तरफ राजनीतिक नेतृत्व बदलने के बाद संबंध सामान्य हुए
दोनों देशों के नेताओं ने एक दूसरे के देशों का दौरा किया दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार बढ़ा विवादित मुद्दों पर बातचीत को दोनों देश तैयार हुए
भारत और चीन के बीच पंचशील समझौंता 29 अप्रैल 1954 को हुआ इस समझोते में भारत की तरफ से नेहरु जी और चीन की तरफ से चाऊ एन लाई थे
प्रश्न - भारत और पाक के बीच विवाद के कारण पर चर्चा कीजिये ?
उतर -
सीमा विवाद
कश्मीर विवाद
सरक्रीक रेखा विवाद
आतंकवाद का मुद्दा
अलगाववाद को पाकिस्तान की तरफ से बढ़ावा मिलना
प्रश्न - भारत की परमाणु नीति का वर्णन कीजिये ?
उतर -
भारत अपनी आत्म रक्षा के लिए परमाणु हथियार रखेगा
इन हथियारों का प्रयोग पहले नहीं करेगा
परमाणु अप्रसार संधि का विरोध
शान्ति उद्देश्यों के लिए अणु शक्ति बनायीं
निरस्त्रीकरण के लिए भारत तैयार
प्रश्न - भारत की विदेश नीति के प्रमुख तत्व बताइए ?
उतर -
गुटनिरपेक्षता की नीति का पालन
साम्राज्यवाद का विरोध
अंतरराष्ट्रीय विवादों का शांतिपूर्वक हल
नि:शस्त्रीकरण
पंचशील का समझौता
अंतरराष्ट्रीय मामलों में स्वतंत्रतापूर्वक एवं सक्रिय भागीदारी
प्रश्न - भारत ने सी.टी.बी.टी (व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि) तथा एन.पी.टी. (परमाणु अप्रसार संधि) पर हस्ताक्षर क्यों नहीं किए ?
उतर -
सी.टी.बी.टी (व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि) तथा एन.पी.टी. (परमाणु अप्रसार संधि) संधियाँ भेदभाव पूर्ण थी
भारत अपनी आत्मरक्षा के लिए परमाणु शक्ति रखना चाहता था लेकिन यह संधि इस पर प्रतिबन्ध लगाती थी इसलिए इसका विरोध किया गया
प्रश्न - 1950 के दशक के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों में खटास के कोई दो लिखिए।
उतर -
भारत के सोवियत संघ के साथ मधुर सम्बन्ध थे
भारत अन्य नव स्वतंत्र देशों को गुटनिरपेक्षता की नीति की तरफ ले जा रहा था
प्रश्न - 1962 के युद्ध का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उतर -
राष्ट्रीय स्वाभिमान को चोट।
भारत की छवि को देश और विदेश में धक्का लगा।
प्रमुख सैन्य कमांडरों ने इस्तीफा दिया।
तत्कालीन रक्षामंत्री वी. के. कृष्णमेनन को मंत्री पद छोड़ना पड़ा।
पहली बार नेहरू सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया