प्रश्न - मौर्य साम्राज्य के प्रशासन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए ?
उत्तर -
मौर्य साम्राज्य के प्रशासन -
मौर्य साम्राज्य के 5 प्रमुख राजनीतिक केंद्र थे , राजधानी पाटलिपुत्र थी
चार प्रांतीय केंद्र
1) तक्षशिला
2) उज्जैनी
3) तोसलि
4) स्वर्णगिरी
प्रमुख कार्य
- साम्राज्य के संचालन के लिए भूमि और नदियों दोनों मार्गों से आवागमन बना रहना आवश्यक था
- यात्रियों के खान पान की व्यवस्था की जाती थी सेना सुरक्षा का एक प्रमुख माध्यम थी सैनिक गतिविधियों के संचालन के लिए 1 समिति और 6 उप-समिति होती थी
- इनमें से एक समिति का काम नौसेना का संचालन करना था
- दूसरी का काम यातायात और खानपान का संचालन करना था
- तीसरी पैदल सैनिकों का संचालन करती थी
- चौथी अश्वारोहियो की देखभाल करती थी
- पांचवी रथारोहियो तथा छठी समिति हाथियों का संचालन करते थे
प्रश्न - मौर्य साम्राज्य की आर्थिक व राजनीतिक उपलब्धियों पर अपने विचार व्यक्त कीजिए ?
उत्तर -
मौर्य साम्राज्य की राजनैतिक उपलब्धि :-
- पांच राजनैतिक केंद्र , राजधानी - पाटलिपुत्र
- शासन पश्चिमोत्तर में अफगानिस्तान और बलूचिस्तान तक फैला था
- मजबूत सैन्य व्यवस्था
- बेहतर गुप्तचर व्यवस्था
- सैनिक गतिविधियों के संचालन के लिए एक समिति और छः उपसमिति थी
मौर्य साम्राज्य की आर्थिक उपलब्धि :-
- मूर्तिकला
- व्यापार
- कृषि
- शिल्पकला
- सोने की खदान
प्रश्न - भारतीय इतिहास में अशोक के योगदान पर चर्चा कीजिए ?
उत्तर -
- अशोक को आरंभिक भारत का सर्व प्रसिद्ध शासक माना जाता है
- अशोक ने कलिंग ( उड़ीसा ) पर विजय प्राप्त की थी
- अशोक वह पहला सम्राट था जिसने अपने अधिकारियों और प्रजा के लिए संदेश प्राकृतिक पत्थरों और पॉलिश किए हुए स्तंभों पर लिखवाए थे
- अशोक ने अपने अभिलेखों के माध्यम से धम्म का प्रचार किया
- धम्म के माध्यम से बड़ो के प्रति आदर, सन्यासियों और ब्राह्मणों के प्रति उदारता , दासों के साथ उदार व्यवहार और दूसरे के धर्म और परंपराओं का आदर करने को कहा
- अशोक के अभिलेख से पता लगा है कि मौर्य साम्राज्य के पांच प्रमुख राजनीतिक केंद्र थे इन की राजधानी पाटलिपुत्र थी
- अशोक ने अपने साम्राज्य को अखंड बनाए रखने का प्रयास किया
- अशोक ने धम्म के प्रचार के लिए महामात्त नामक अधिकारियों की नियुक्ति की
प्रश्न - अभिलेख क्या होते हैं ? इतिहास लेखन में इनके महत्व और सीमा पर तर्क सहित व्याख्या दीजिए ?
उत्तर -
- अभिलेख पत्थर , धातु या मिट्टी के बर्तन जैसे कठोर सतह पर खुदे हुए होते हैं इतिहास लेखन में इनका विशेष महत्त्व है अभिलेख साक्ष्य इतिहास के प्रमुख स्रोत है
- अभिलेख के माध्यम से ही अभिलेख शास्त्रियों को निम्न जानकारियां मिली है
1. बीते काल की भाषा
2. राजाओं के नाम
3. अभिलेख की तिथि
4. अभिलेख का संदेश आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है
इतिहास लेखन में अभिलेख की सीमाएं -
- अक्षरों का हल्के ढंग से उत्कीर्ण होना
- अभिलेखों के टूट जाने के कारण अक्षरों का लुप्त हो जाना
- वास्तविक अर्थ ना निकल पाना
- अभिलेख की भाषा समझ न आना
- रोजमर्रा के जीवन की जानकारी ना मिलना
प्रश्न - छठी शताब्दी से चौथी शताब्दी ई . पूर्व के बीच मगध सबसे शक्तिशाली महाजनपद बन गया l " कैसे ?
उत्तर -
मगध के सबसे शक्तिशाली महाजनपद बन जाने के कारण –
1. उपजाऊ भूमि
2. लोहे की खदान
3. जंगलों में हाथी की उपलब्धता
4. नदियों द्वारा यातायात
5. योग्य शासक
प्रश्न - अशोक के धम्म की मुख्य विशेषताएं क्या थी ?
उत्तर -
- बड़ो का सम्मान करना
- अहिंसा का पालन करना
- दासों और सेवकों के प्रति दयावान होना
प्रश्न -मेगस्थनीज के विवरणों के अनुसार मौर्य साम्राज्य में सैनिक गतिविधियों के संचालन की क्या व्यवस्था थी ?
उत्तर -
- सैनिक गतिविधियों के संचालन के लिए एक समिति और छ: उप समिति थी इन सभी समितियों के कार्य विभाजित थे
- सेना में सभी प्रकार के सैनिक थे जैसे - नौसेना ,पैदल सेना, अश्वरोही सैनिक
- सेना में हाथियों का उपयोग भी होता था
प्रश्न - मौर्य साम्राज्य की जानकारी के प्रमुख स्रोतों को विस्तार से बताइए ?
उत्तर -
1. अशोक के सिक्के और अभिलेख
2. चाणक्य की अर्थशास्त्र
3. मेगस्थनीज की इंडिका
4. जैन बौद्ध साहित्य
प्रश्न - भारत के राजनीतिक और आर्थिक इतिहास को समझने के लिए अभिलेखीय साक्ष्यों की सीमाओं के पर कीजिए ?
उत्तर -