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यायावर साम्राज्य short and long important question political science chapter 3 nomadic empire yayavar samrajya 2024-25

यायावर साम्राज्य

 


प्रश्न - मंगोलो के सैनिक प्रबंधन पद्धति क्या थी? उसकी क्या विशेषताएँ थी ?

उत्तर - 

  • मंगोल यायावर समाजों में तंदुरुस्त वयस्क सदस्य हथियारबंद होते थे जरुरत पड़ने पर इन्हें सशस्त्र सेना में प्रयोग किया जाता था 
  • विभिन्न मंगोल जनजातियों के एकीकरण से सेना को संगठित किया गया था 
  • इसमें उनकी सत्ता को स्वेच्छा से स्वीकार करने वाले तुर्की मूल के और केराटों जैसे पराजित लोग भी इसमें सम्मिलित थे 
  • मंगोल सेना स्टेपी क्षेत्र की पुरानी दशमलव प्रणाली के अनुसार गठित की गई जो दस, सौ, हज़ार और दसहज़ार सैनिकों की इकाई में विभाजित थी।
  • अनुशासन महत्वपूर्ण था जो व्यक्ति अपने अधिकारी से अनुमति लिए बिना बाहर जाने की चेष्टा करता था, उसे कठोर दंड दिया जाता था
  • सैनिकों की सबसे बड़ी इकाई लगभग दस हज़ार सैनिकों (तुमन) की थी जिसमें अनेक कबीलों और कुलों के लोग शामिल होते थे।




प्रश्न - चंगेज खान एक महान शासक था इसके क्या कारण थे?

उत्तर -  

  • चंगेज खान का जन्म 1162 ई. मंगोलिया में हुआ इसका प्रारंभिक नाम तेमुजिन था
  • जमूका और नेमन लोगो पराजित करने के बाद तेमुजिन स्टेपी क्षेत्र की राजनीति में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में उभरा
  • चंगेज खान की प्रतिष्ठा से प्रभावित होकर मंगोल कबीले के सरदारों की एक सभा (कुरिलताई) से मान्यता मिली और चंगेज खान को  'समुद्री खान' या 'सार्वभौम शासक' की उपाधि के साथ मंगोलों का महानायक घोषित किया गया।
  • चंगेज खान ने  मंगोलों को संगठित किया एक सशक्त अनुशासित सैन्य शक्ति के रूप में पुनर्गठित किया।
  • चीन पर विजय प्राप्त कर चीनियों द्वारा शोषण से मुक्ति दिलाई और पार महाद्वीपीय साम्राज्य बनाया।
  • 1219 और 1221 ई. तक बड़े नगरों ओर बुखारा, समरकंद, बल्खु, गुरगंज, मवं, निशापुर और हेरात ने मंगोल सेनाओं के सम्मुख समर्पण कर दिया।
  • चंगेज खान  ने व्यापार के रास्ते तथा बाजार को पुनस्थापित किया।
  • चंगेज खान ने अपने शासन में बहुजातीय, बहुभाषी, बहुधार्मिक संगठन बना कर रखा ।
  • मंगोल में चंगेज खान को एक राष्ट्र नायक और राष्ट्र निर्माता के रूप में जाना जाता है ।

चंगेज खान की सैनिक उपलब्धियाँ :

  • मंगोलों और तुर्कों के कुशल घुड़सवार सेना ने उसे मजबूती दी 
  • घोड़े के उपर से तीरंदाजी का अद्भुत कौशल जिससे युद्ध से सैनिक गति तेज हुई 
  • मौसम की जानकारी से सेना का तेजी से संचालन 
  • घेरा बंदी यंत्र  की नीति, नेपथा बमबारी की शुरूआत की 

 


प्रश्न - मंगोल साम्राज्य के पतन के कारणों का वर्णन कीजिए।

उत्तर -  

  • मंगोलों की संख्या बहुत कम थी उन्होंने जो भी राज्य जीते वहा की  प्रजा की अपेक्षा यह कम सभ्य थे।
  • बहुजातीय, बहुभाषी, बहुधार्मिक संगठन बनाना और अपनी सभ्यता को विजित देशों की सभ्यता में मिलाना जिससे एक सामाजिक एकता नहीं बन पाई 
  • चंगेजखान की मृत्यु के बाद मंगोल साम्राज्य की राजनीतिक स्थिति कमजोर हुई उतराधिकार को लेकर साम्राज्य बिखर गया




प्रश्न - चंगेज खान की हरकारा पद्धति क्या थी? उसकी क्या विशेषताएँ थी?

उत्तर - 

  • मंगोलों ने राज्य के दूरवर्ती क्षेत्रों से लगातार सम्पर्क बनाए रखने के लिए एक संचार पद्धति को बनाया था जिसे हरकारा पद्धति कहते है
  • इस पद्धति में कुछ निश्चित दूरी पर सैनिक चौकियों बनायीं गयी थी जिसमे स्वस्थ एवं शक्तिशाली घोड़ों तथा घुड़सवार संदेशवाहकों को रखा जाता था।
  • इन संदेशवाहक का कार्य था सूचनाओं को अत्यधिक तेजी से एक चौकी से दूसरी चौकी तक पहुँचाना
  • इससे इतने बड़े साम्राज्य में दूरवर्ती स्थानों पर होने वाली हर महत्वपूर्ण घटनाओं की सूचना कुछ समय में ही मंगोल शासक तक पहुंच जाती थी
  • हरकारा पद्धति के संचालन लिए एक विशेष कर 'कुवकुर’ लिया जाता था 
  • इस कर में मंगोल यायावर अपने पशु समूहों का दसवाँ भाग कर के रूप में प्रदान करते थे  




प्रश्न - 'यास' क्या था? इसके अर्थ में परिवर्तन आने के क्या कारण थे? यास के महत्व की विवेचना कीजिए।

उत्तर - 

  • यास’ एक प्रकार की नियम-संहिता थी जिसे चंगेज खान ने 1206 ई० में किरिलताई में लागू की थी इसे चंगेज खान की विधि संहिता भी कहा जाता है 
  • प्रारंभ में यास को यसाक (Yasaq) लिखा जाता था जिसका अर्थ था विधि, आज्ञप्ति व आदेश
  • यसाक का सम्बन्ध प्रशासनिक विनियमों से है; जैसे-आखेट, सैन्य और डाक-प्रणाली का संगठन।
  • संभवत ‘यास मंगोल जाति की ही प्रथागत परम्पराओं का एक संकलन था।
  • यास मंगोलों को समान आस्था रखने के आधार पर संयुक्त करने में सफल हुआ और आत्मविश्वास प्रदान किया
  • यास एक शक्तिशाली सिद्धान्त था जिसने मंगोल साम्राज्य की संरचना में अहम् भूमिका निभाई थी


प्रश्न – चंगेज खान के चार पुत्रों के नाम लिखकर इनके द्वारा शासित प्रदेशों का संक्षिप्त वर्णन दीजिये ?

उत्तर - 


1. सबसे बड़े पुत्र जोची को रूस का स्टेपी क्षेत्र शासन के लिए मिला  

2. दूसरे पुत्र चघताई को तुरान का स्टेपी क्षेत्र तथा पामीर के पहाड़ के उत्तरी क्षेत्र शासन के लिए मिला  

3. चंगेज खान ने संकेत दिए की उसका तीसरे पुत्र ओगोदेई को उत्तराधिकारी घोषित किया गया और उसे महान खान की उपाधि दी गई राज्यभिषेक के बाद अपनी राजधानी काराकोरम में बनाई

4. चौथे पुत्र तोलोए ने मंगोलिया पर शासन किया




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