तुलसीदास कवितावली और लक्ष्मण-मूर्छा और राम का विलाप व्याख्या Important Short and Long Question Class 12 Poem-7 Book-1
0Team Eklavyaमार्च 01, 2025
कलयुग वर्णन (कवितावली)
प्रश्न 1. 'कवितावली' में तुलसीदास ने किसकी आलोचना की है?
उत्तर:
तुलसीदास ने 'कवितावली' में कलयुग की दुर्दशा, लोगों की लालच, बेरोजगारी, भुखमरी और समाज में व्याप्त अनैतिकता की आलोचना की है। उन्होंने दिखाया है कि लोग पेट भरने के लिए अच्छे-बुरे कर्म करने को मजबूर हो गए हैं।
प्रश्न 2. कवि ने 'पेट की आग' को किससे अधिक भयानक बताया है?
उत्तर:
तुलसीदास ने पेट की आग को समुद्र की अग्नि से भी अधिक भयानक बताया है, क्योंकि यह मनुष्य को धर्म-अधर्म में भेद न करने देने के लिए विवश कर देती है।
प्रश्न 3. तुलसीदास ने समाज की आर्थिक स्थिति को किस प्रकार चित्रित किया है?
उत्तर:
उन्होंने दिखाया है कि किसान के पास खेती के साधन नहीं हैं, भिखारी को भीख नहीं मिलती, व्यापारी का व्यापार ठप है और नौकरी के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं।
प्रश्न 4. तुलसीदास समाज के किस वर्ग के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हैं?
उत्तर:
तुलसीदास गरीब, किसान, श्रमिक और समाज के वंचित वर्ग के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हैं, जो पेट की भूख मिटाने के लिए किसी भी कार्य को करने को मजबूर हो गए हैं।
प्रश्न 5. तुलसीदास ने 'राम की कृपा' के लिए क्यों प्रार्थना की?
उत्तर:
उन्होंने समाज में फैली दरिद्रता, पाप और शोषण को देखकर श्रीराम से कृपा करने की प्रार्थना की, जिससे लोगों का दुःख दूर हो सके।
प्रश्न 6. 'माँग के खाइबो, मसीत में सोइबो' से तुलसीदास का क्या आशय है?
उत्तर:
इससे तुलसीदास यह कहना चाहते हैं कि उन्हें सांसारिक संपत्ति की कोई परवाह नहीं है। वे मांगकर खाना और कहीं भी सो जाना पसंद करते हैं।
लक्ष्मण-मूर्छा और राम का विलाप (रामचरितमानस - लंका कांड)
प्रश्न 7. लक्ष्मण की मूर्छा पर श्रीराम की क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर:
लक्ष्मण को मूर्छित देखकर श्रीराम अत्यंत दुखी और विचलित हो गए। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अपने भाई से बिछड़ना था, तो वे वनवास के लिए नहीं आते। वे लक्ष्मण को उठाने का प्रयास करते हैं और शोक से व्याकुल होकर विलाप करने लगते हैं।
प्रश्न 8. हनुमान संजीवनी बूटी को पहचानने में असमर्थ क्यों थे?
उत्तर:
हनुमान संजीवनी बूटी को पहचान नहीं पाए, इसलिए उन्होंने पूरा पर्वत ही उठा लिया और उसे लेकर लौट आए।
प्रश्न 9. श्रीराम ने अपने भाई लक्ष्मण के प्रेम को कैसे व्यक्त किया?
उत्तर:
श्रीराम ने कहा कि संसार में धन, स्त्री, घर और परिवार तो मिल सकते हैं, लेकिन सगा भाई दोबारा नहीं मिलता। उन्होंने लक्ष्मण से तुरंत उठने का आग्रह किया।
प्रश्न 10. श्रीराम ने माता-पिता की आज्ञा के पालन पर पछतावा क्यों किया?
उत्तर:
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पहले से पता होता कि वन में उन्हें अपने प्रिय भाई लक्ष्मण से बिछुड़ना पड़ेगा, तो वे अपने पिता की आज्ञा को न मानते और वनवास के लिए नहीं जाते।
प्रश्न 11. लक्ष्मण के मूर्छा से जागने के बाद क्या हुआ?
उत्तर:
हनुमान ने संजीवनी बूटी पहुंचाई, जिससे वैद्य ने लक्ष्मण का उपचार किया और वे फिर से होश में आ गए। इसके बाद श्रीराम और लक्ष्मण एक-दूसरे से मिलकर हर्षित हो गए।
कुंभकरण प्रसंग (लंका कांड)
प्रश्न 12. कुंभकरण को जगाने के लिए रावण ने क्या किया?
उत्तर:
रावण ने विभिन्न प्रयासों से कुंभकरण को जगाया और उसे युद्ध में जाने के लिए तैयार किया।
प्रश्न 13. कुंभकरण ने रावण के कृत्य की निंदा क्यों की?
उत्तर:
कुंभकरण ने कहा कि रावण ने जगत जननी सीता का अपहरण करके बहुत बड़ा पाप किया है और अब वह अपने कल्याण की आशा कर रहा है, जो असंभव है।
प्रश्न 14. युद्ध में राक्षसों की हार से रावण की क्या स्थिति थी?
उत्तर:
जब रावण को पता चला कि उसके कई योद्धा मारे जा चुके हैं, तो वह अत्यंत दुखी हुआ और अपनी गलती पर पछताने लगा।
प्रश्न 15. 'रामचरितमानस' में 'राम का विलाप' प्रसंग क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
यह प्रसंग श्रीराम के मानवीय रूप को दर्शाता है। यह दिखाता है कि वे भी एक सामान्य व्यक्ति की तरह अपने भाई लक्ष्मण के लिए दुखी होते हैं और भावुक हो जाते हैं।
संक्षिप्त रूप में 'कवितावली' और 'रामचरितमानस' से मुख्य बातें:
'कवितावली' में तुलसीदास ने कलयुग की बुराइयों, समाज में व्याप्त शोषण, गरीबी और बेरोजगारी का चित्रण किया है।
'लक्ष्मण-मूर्छा और राम का विलाप' में श्रीराम के भाई के प्रति प्रेम और उनकी मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाया गया है।
कुंभकरण प्रसंग में दिखाया गया है कि रावण के अहंकार के कारण लंका का विनाश हुआ।