भक्तिन Important Short and Long Question Class 12 Chapter-10 Book-1
0Team Eklavyaमार्च 01, 2025
प्रश्न 1. ‘भक्तिन’ नामक संस्मरण में किसका जीवन वर्णित किया गया है?
उत्तर:
‘भक्तिन’ संस्मरण में महादेवी वर्मा की सेविका लक्ष्मी (भक्तिन) के संघर्षपूर्ण जीवन का वर्णन किया गया है।
प्रश्न 2. भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था और उसे यह नाम क्यों दिया गया?
उत्तर:
भक्तिन का वास्तविक नाम लक्ष्मी था, लेकिन उसके संघर्षपूर्ण जीवन और सेवा भाव के कारण उसे ‘भक्तिन’ कहा जाने लगा।
प्रश्न 3. भक्तिन का विवाह कब हुआ और उसका वैवाहिक जीवन कैसा था?
उत्तर:
भक्तिन का विवाह पाँच वर्ष की आयु में हुआ और नौ वर्ष की उम्र में उसका गौना हुआ। उसका वैवाहिक जीवन संघर्षों से भरा था, लेकिन पति ने उसका साथ दिया, जिससे उसने अपनी बेटियों और संपत्ति की रक्षा की।
प्रश्न 4. ससुराल में भक्तिन को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?
उत्तर:
बेटा न होने के कारण तिरस्कार
ससुराल वालों द्वारा संपत्ति छीनने का प्रयास
सामाजिक कुरीतियों और पंचायत के अन्याय का सामना
प्रश्न 5. विधवा होने के बाद भक्तिन के जीवन में क्या परिवर्तन आए?
उत्तर:
29 वर्ष की उम्र में पति की मृत्यु हो गई।
संपत्ति बचाने के संघर्ष में असफल रही।
दामाद ने बड़ी बेटी को छोड़ दिया, जिससे उसे और कष्ट हुआ।
आर्थिक संकट के कारण शहर आकर रोज़गार करने लगी।
प्रश्न 6. महादेवी वर्मा और भक्तिन के बीच क्या संबंध था?
उत्तर:
महादेवी वर्मा और भक्तिन के बीच मालिक-नौकर का नहीं, बल्कि गहरा आत्मीय संबंध था। भक्तिन उनकी परिवार का हिस्सा बन गई और उनकी निष्ठा, संवेदनशीलता तथा प्रेम ने महादेवी जी पर गहरा प्रभाव डाला।
प्रश्न 7. भक्तिन के चरित्र की मुख्य विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर:
संघर्षशील और साहसी
कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार
संवेदनशील और प्रेमपूर्ण
समर्पित और आत्मनिर्भर
प्रश्न 8. ‘भक्तिन’ के माध्यम से महादेवी वर्मा ने किस सामाजिक सच्चाई को उजागर किया है?
उत्तर:
इस रचना के माध्यम से ग्रामीण नारी के संघर्ष, सामाजिक अन्याय, विधवा जीवन की कठिनाइयों और सच्ची मानवीय संवेदनाओं को उजागर किया गया है।
प्रश्न 9. भक्तिन की कहानी को ‘नारी शक्ति का प्रतीक’ क्यों कहा जा सकता है?
उत्तर:
उसने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
पति की मृत्यु के बाद भी आत्मनिर्भर बनी रही।
बेटियों की परवरिश और संपत्ति की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी।
स्वाभिमान और निष्ठा से जीवन जिया।
प्रश्न 10. भक्तिन के प्रति महादेवी वर्मा के विचार क्या थे?
उत्तर:
महादेवी वर्मा भक्तिन को केवल एक सेविका नहीं, बल्कि जीवन की सहचरी मानती थीं। उसकी संघर्षशीलता और त्याग ने उन्हें प्रभावित किया, जिससे उनके जीवन और सोच में परिवर्तन आया।
प्रश्न 11. भक्तिन की मृत्यु के बाद महादेवी वर्मा को क्या अनुभूति हुई?
उत्तर:
महादेवी वर्मा को लगा कि उनकी जीवन संगिनी चली गई। उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अधूरा रह गया, जिससे उनके मन में शून्यता और दर्द का भाव उत्पन्न हुआ।
प्रश्न 12. ‘भक्तिन’ संस्मरण का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर:
इस संस्मरण का मुख्य संदेश नारी संघर्ष, आत्मनिर्भरता, मानवीय संबंधों की गहराई और त्याग व समर्पण की भावना को दर्शाना है।
संक्षेप में ‘भक्तिन’ का सार:
ग्रामीण भारतीय नारी के संघर्ष का यथार्थ चित्रण।
पति के निधन के बाद भी साहस और आत्मनिर्भरता से जीवन जीना।