राजनीतिक सिद्धांत एक परिचय Important Short and Long Question Class 11 Chapter-1 Book-2
Team Eklavya
मार्च 06, 2025
1. मनुष्य दो मामलों में अद्वितीय क्यों है?
उत्तर:
मनुष्य दो कारणों से अद्वितीय है—
1. विवेकशीलता – मनुष्य तर्क कर सकता है, अच्छे और बुरे का निर्णय ले सकता है।
2. संवाद करने की क्षमता – मनुष्य भाषा के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त कर सकता है।
2. राजनीति क्या है? (What is Politics?)
उत्तर:
राजनीति को परिभाषित करना आसान नहीं है क्योंकि इसके बारे में लोगों के अलग-अलग विचार हैं—
- कुछ इसे जनसेवा का माध्यम मानते हैं।
- कुछ इसे शासन करने की कला मानते हैं।
- कुछ इसे सत्ता प्राप्त करने का साधन समझते हैं।
- कुछ इसे धोखाधड़ी, घोटाले और जोड़-तोड़ से जोड़कर देखते हैं।
वास्तव में, राजनीति समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो शासन, प्रशासन और नीति निर्माण से जुड़ी होती है।
3. राजनीति का क्या उद्देश्य है?
उत्तर:
राजनीति के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं—
- समाज में शांति और व्यवस्था बनाए रखना।
- जनता के कल्याण के लिए नीतियाँ बनाना।
- देश के विकास के लिए निर्णय लेना।
- प्रशासन को प्रभावी तरीके से चलाना।
4. राजनीतिक सिद्धांत क्या है?
उत्तर:
राजनीतिक सिद्धांत वह अध्ययन है जो राजनीति के बुनियादी प्रश्नों का विश्लेषण करता है, जैसे—
1. समाज क्या है और इसे कैसे संगठित किया जाना चाहिए?
2. सरकार की क्या भूमिका होनी चाहिए?
3. कानून हमारी स्वतंत्रता को कैसे प्रभावित करता है?
4. नागरिकों की क्या जिम्मेदारी होती है?
5. राजनीतिक सिद्धांत में क्या पढ़ा जाता है?
उत्तर:
राजनीतिक सिद्धांत में निम्नलिखित विषयों का अध्ययन किया जाता है—
राजनीतिक विचारधाराएँ – मार्क्सवाद, समाजवाद, उदारवाद, आदर्शवाद आदि।
6. हमें राजनीतिक सिद्धांत क्यों पढ़ना चाहिए?
उत्तर:
राजनीतिक सिद्धांत पढ़ने के मुख्य कारण इस प्रकार हैं—
- समाज में जागरूक नागरिक बनने के लिए।
- लोकतंत्र को समझने और अपने मताधिकार का सही उपयोग करने के लिए।
- राजनीतिक विचारधाराओं को जानने और उनके प्रभाव को समझने के लिए।
- सरकार और प्रशासन को बेहतर ढंग से समझने के लिए।
- न्याय, समानता और स्वतंत्रता के महत्व को समझने के लिए।
- देश और समाज के लिए सही नीतियाँ बनाने के लिए।
- विचार-विमर्श और तर्कशीलता को बढ़ाने के लिए।
7. राजनीतिक सिद्धांत का क्या महत्व है?
उत्तर:
- न्याय और समानता की समझ विकसित होती है।
- लोकतंत्र और शासन प्रणाली को समझने में मदद मिलती है।
- राजनीतिक निर्णय लेने की कुशलता बढ़ती है।
- अंतर्राष्ट्रीय राजनीति की जानकारी मिलती है।
- आंदोलनों और सामाजिक सुधारों को दिशा मिलती है।
8. राजनीतिक सिद्धांत को व्यवहार में कैसे उतार सकते हैं?
उत्तर:
- समानता, स्वतंत्रता और न्याय जैसे सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाकर।
- कानूनों और प्रशासनिक नीतियों को समझकर।
- लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सक्रिय भागीदारी लेकर।
- निष्पक्ष रूप से तर्क करने और अपने विचारों को अभिव्यक्त करने के लिए।
9. समानता का क्या अर्थ है?
उत्तर:
- समानता का अर्थ है कि सभी व्यक्तियों को समान अधिकार और अवसर मिलें।
- उदाहरण: सरकारी कार्यालय में लोग कतार तोड़कर आगे न जाएँ।
- वृद्धों और विकलांगों के लिए विशेष सुविधाएँ देना भेदभाव नहीं, बल्कि न्याय है।
10. स्वतंत्रता क्या है?
उत्तर:
स्वतंत्रता का अर्थ है कि व्यक्ति अपने विचारों और कार्यों में बिना अनुचित बाधा के स्वतंत्र हो।
- यात्रा करने की स्वतंत्रता
11. क्या पूर्ण समानता संभव है?
उत्तर:
पूर्ण समानता संभव नहीं है, क्योंकि हर व्यक्ति की परिस्थितियाँ अलग होती हैं।
लेकिन भेदभाव का तर्कसंगत आधार होना चाहिए, जैसे—
महिलाओं, वृद्धों और विकलांगों के लिए विशेष सुविधाएँ देना न्यायसंगत है।
12. लोकतंत्र क्या है?
उत्तर:
- लोकतंत्र एक शासन प्रणाली है जिसमें जनता अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करके सरकार बनाती है।
- सार्वभौम मताधिकार (हर नागरिक को वोट देने का अधिकार)।
- जनता द्वारा, जनता के लिए, जनता की सरकार।
13. संविधान का राजनीति से क्या संबंध है?
उत्तर:
संविधान राजनीति को दिशा और सीमा प्रदान करता है—
- सरकार की शक्तियाँ और कर्तव्य निर्धारित करता है।
- जनता के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करता है।
- लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा करता है।
14. धर्मनिरपेक्षता का क्या अर्थ है?
उत्तर:
धर्मनिरपेक्षता का अर्थ है कि राज्य किसी भी धर्म का पक्ष नहीं लेगा और सभी धर्मों को समान दृष्टि से देखेगा।
1. भारत में धर्म और राज्य अलग-अलग हैं।
2. प्रत्येक नागरिक को धर्म की स्वतंत्रता दी गई है।
15. राजनीतिक सिद्धांत हमें क्या सिखाता है?
उत्तर:
- समाज में अन्याय और असमानता को पहचानना।
- अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझना।
- राजनीतिक विचारों पर तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाना।
- लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेना।
- अंतरराष्ट्रीय राजनीति को समझना।
16. राजनीतिक सिद्धांत और वास्तविकता में क्या अंतर होता है?
उत्तर:
1. सिद्धांत – समानता, स्वतंत्रता, न्याय जैसे आदर्शों पर आधारित होते हैं।
2. वास्तविकता – कई बार ये आदर्श सही रूप से लागू नहीं हो पाते।
उदाहरण:
- सिद्धांत कहता है कि हर नागरिक समान है, लेकिन जाति, धर्म और लिंग के आधार पर समाज में भेदभाव देखा जाता है।
- सिद्धांत कहता है कि कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा, लेकिन वास्तविकता में भ्रष्टाचार मौजूद है।
- इसलिए, राजनीतिक सिद्धांत हमें समाज में बदलाव लाने और वास्तविकता को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करता है।