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ईदगाह Important Short and Long Question Class 11 Chapter-1 Book-Antral Part-1

ईदगाह Important Short and Long Question Class 11 Chapter-1 Book-Antral Part-1


1. ‘ईदगाह’ कहानी के लेखक कौन हैं?

उत्तर: 

मुंशी प्रेमचंद इस कहानी के लेखक हैं।


2. ‘ईदगाह’ कहानी का मुख्य पात्र कौन है और उसकी विशेषताएँ क्या हैं?

उत्तर:

मुख्य पात्र हामिद है। उसकी विशेषताएँ:

  • गरीब लेकिन संवेदनशील और समझदार बच्चा है।
  • अपनी दादी से बहुत प्यार करता है।
  • अपने लिए कुछ न खरीदकर दादी के लिए चिमटा खरीदता है।
  • उसके अंदर जिम्मेदारी और बलिदान की भावना है।


3. हामिद के माता-पिता कहाँ हैं?

उत्तर: 

हामिद के माता-पिता का निधन हो चुका है। वह अपनी दादी अमीना के साथ रहता है।


4. हामिद की दादी उसे ईद के दिन क्या समझाती है?

उत्तर:

हामिद की दादी गरीब होने के कारण उसे नए कपड़े और मिठाइयाँ नहीं दिला सकती।

वह हामिद को यह कहकर सांत्वना देती है कि उसके माता-पिता जल्द ही स्वर्ग से लौट आएंगे और तब सब कुछ अच्छा हो जाएगा।


5. मेले में हामिद के दोस्त क्या-क्या खरीदते हैं?

उत्तर:

  • हामिद के दोस्त मेले में मिठाइयाँ, खिलौने और झूले का आनंद लेते हैं।
  • वे बन्दर, सिपाही और घुड़सवार के खिलौने खरीदते हैं।
  • कुछ दोस्त खाने-पीने की चीजें भी खरीदते हैं।


6. हामिद ने मेले से क्या खरीदा और क्यों?

उत्तर:

हामिद ने अपने तीन पैसे से एक चिमटा खरीदा।

उसने देखा कि उसकी दादी रोटियाँ बनाते समय अपने हाथ जलाती है, इसलिए उसने दादी के लिए चिमटा खरीदने का निर्णय लिया।


7. जब हामिद ने चिमटा खरीदा, तो उसके दोस्तों ने कैसी प्रतिक्रिया दी?

उत्तर:

दोस्तों ने हामिद का मजाक उड़ाया और कहा कि चिमटा कोई खिलौना नहीं है।

लेकिन हामिद ने अपने फैसले पर गर्व महसूस किया और उसे उनकी बातों की कोई परवाह नहीं थी।


8. जब हामिद चिमटा लेकर घर पहुँचा, तो दादी की क्या प्रतिक्रिया थी?

उत्तर:

पहले दादी नाराज हुईं, क्योंकि उन्होंने सोचा कि हामिद ने मिठाई या खिलौना न खरीदकर पैसे व्यर्थ खर्च कर दिए।

लेकिन जब हामिद ने बताया कि उसने दादी के हाथ जलने से बचाने के लिए चिमटा खरीदा, तो दादी की आँखों में आँसू आ गए और वे भावुक हो गईं।


9. ‘ईदगाह’ कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

उत्तर:

1. सच्चा प्यार और बलिदान – हामिद अपने लिए कुछ न खरीदकर अपनी दादी की जरूरत के बारे में सोचता है।

2. गरीबी और संघर्ष – कहानी दिखाती है कि गरीब लोग भी छोटी-छोटी खुशियों में संतुष्ट रह सकते हैं।

3. संवेदनशीलता और समझदारी – हामिद जैसे छोटे बच्चे भी अपने परिवार की जरूरतों को समझ सकते हैं।

4. सच्ची खुशी दूसरों की मदद करने में है – हामिद को मिठाइयाँ या खिलौने नहीं चाहिए, बल्कि वह अपनी दादी को खुश देखना चाहता है।


10. ‘ईदगाह’ कहानी में हामिद की विशेषता अन्य बच्चों से अलग कैसे थी?

उत्तर:

  • दूसरे बच्चे मिठाइयाँ और खिलौने खरीदते हैं, जबकि हामिद अपनी दादी की जरूरत को समझकर चिमटा खरीदता है।
  • हामिद में बचपन की मासूमियत के साथ-साथ परिपक्वता और जिम्मेदारी की भावना है।
  • वह अपने हित से पहले अपनी दादी की खुशी के बारे में सोचता है।


11. कहानी में प्रेमचंद ने गरीबी को कैसे दर्शाया है?

उत्तर:

  • हामिद और उसकी दादी के पास पैसे नहीं हैं कि वे ईद पर नए कपड़े और मिठाइयाँ खरीद सकें।
  • दादी केवल रोटी बना सकती हैं, लेकिन मिठाइयाँ नहीं।
  • हामिद के पास सिर्फ तीन पैसे हैं, जबकि उसके दोस्तों के पास ज्यादा पैसे हैं।
  • गरीबी के बावजूद, हामिद और उसकी दादी अपनी छोटी-छोटी खुशियों में संतुष्ट रहते हैं।


12. ‘ईदगाह’ कहानी का मुख्य संदेश क्या है?

उत्तर:

  • सच्ची खुशी महंगी चीजों में नहीं होती, बल्कि अपनों की खुशी में होती है।
  • संवेदनशीलता और दूसरों की जरूरतों को समझना ही सच्चा प्यार है।
  • गरीबी इंसान के दिल से प्यार और बलिदान की भावना को खत्म नहीं कर सकती।


13. कहानी के अंत में हामिद को देखकर दादी को क्या महसूस होता है?

उत्तर:

पहले दादी हामिद पर नाराज होती हैं, लेकिन जब उन्हें हामिद की भावनाओं का पता चलता है, तो वे भावुक हो जाती हैं।

  • उन्हें यह महसूस होता है कि हामिद एक बहुत ही समझदार और जिम्मेदार बच्चा है।
  • उनके दिल में हामिद के लिए और भी ज्यादा प्यार और गर्व महसूस होता है।


14. ‘ईदगाह’ कहानी हमें क्यों पढ़नी चाहिए?

उत्तर:

  • यह कहानी संवेदनशीलता, प्रेम और त्याग की भावना सिखाती है।
  • यह हमें गरीबों की परिस्थितियों को समझने और उनकी भावनाओं का सम्मान करने की सीख देती है।
  • यह दिखाती है कि पैसे से खुशी नहीं खरीदी जा सकती, बल्कि सच्ची खुशी अपने प्रियजनों की भलाई में होती है।


15. ‘ईदगाह’ कहानी का मुख्य विषय क्या है?

उत्तर:

  • निस्वार्थ प्रेम और बलिदान
  • गरीबी और संघर्ष
  • संवेदनशीलता और समझदारी
  • सच्ची खुशी का अर्थ

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