संस्थाओं में वस्त्रों की देखभाल और रखरखाव Important Short and Long Questions Class 12 Chapter-10 Home Science Book-2
Team Eklavya
फ़रवरी 24, 2025
1. वस्त्रों की देखभाल क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
वस्त्रों की देखभाल उनकी दीर्घायु, चमक, और बनावट बनाए रखने के लिए आवश्यक होती है। यह निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है:
1. भौतिक क्षति से बचाव – कपड़ों को फटने, सिकुड़ने या खुरदरे होने से रोकना।
2. साफ-सफाई – धूल, दाग-धब्बे और बैक्टीरिया हटाना।
3. सजावट और बनावट बनाए रखना – कपड़ों की गुणवत्ता और रंग बनाए रखना।
2. वस्त्रों की देखभाल में कौन-कौन सी प्रक्रियाएँ शामिल होती हैं?
उत्तर:
1. धुलाई (Washing) – साबुन, डिटर्जेंट और पानी से सफाई।
2. धब्बे हटाना (Stain Removal) – विशेष रसायनों और तकनीकों से दाग मिटाना।
3. इस्तरी करना (Ironing) – कपड़ों की सिलवटें दूर करना और उन्हें आकर्षक बनाना।
4. सुखाना (Drying) – प्राकृतिक या मशीन विधि से नमी हटाना।
5. सुसज्जा उपचार (Finishing Treatment) – कपड़ों की चमक और मजबूती बढ़ाने की प्रक्रिया।
3. कपड़ों की देखभाल के लिए कौन-कौन से उपकरण उपयोग किए जाते हैं?
उत्तर:
- धुलाई के उपकरण: बाल्टी, ब्रश, रगड़ने के तख्ते, धुलाई मशीनें।
- सुखाने के उपकरण: ड्रायर, कपड़े टांगने की रस्सी, हैंगर।
- इस्तरी के उपकरण: इलेक्ट्रिक इस्तरी, भाप इस्तरी, गरम प्रेस मशीन।
4. धुलाई मशीनों के कितने प्रकार होते हैं?
उत्तर:
1. ऊपर से भराई वाली (Top Load) – कपड़े ऊपर से डाले जाते हैं।
2. सामने से भराई वाली (Front Load) – कपड़े सामने से डाले जाते हैं।
3. पूर्णतः स्वचालित (Fully Automatic) – पूरी प्रक्रिया स्वचालित होती है।
4. अर्ध-स्वचालित (Semi-Automatic) – पानी भरने और निकालने की प्रक्रिया मैन्युअल होती है।
5. हस्त-चालित (Manual) – पूरी धुलाई हाथ से की जाती है।
5. स्वचालित धुलाई मशीन के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
1. गति – तेज़ धुलाई और सुखाने की प्रक्रिया।
2. कपड़ों की देखभाल – सही गति (600-620 rpm) कपड़ों को नुकसान से बचाती है।
3. साफ-सफाई – तली-निकास और चक्रण से गंदगी पूरी तरह निकल जाती है।
6. कपड़ों को सुखाने के लिए कौन-कौन सी विधियाँ उपयोग की जाती हैं?
उत्तर:
1. प्राकृतिक विधि – कपड़ों को धूप में या छायादार स्थान पर टांगना।
2. ड्रायर (Dryer) का उपयोग – उच्च या निम्न तापमान पर हवा के प्रवाह से सुखाना।
3. तौलिया विधि – हल्के कपड़ों से अतिरिक्त पानी सोखना।
7. इस्तरी करने से क्या लाभ होते हैं?
उत्तर:
1. सिलवटें हटाना – कपड़ों को साफ-सुथरा और नया दिखाना।
2. सजावट बढ़ाना – कुछ कपड़ों में प्रेसिंग से चमक और मजबूती आती है।
3. संक्रमण कम करना – उच्च तापमान पर इस्तरी करने से बैक्टीरिया और कीटाणु नष्ट होते हैं।
8. व्यावसायिक धुलाई सेवाएँ क्या होती हैं?
उत्तर:
व्यावसायिक धुलाई सेवाएँ वे सुविधाएँ हैं, जहाँ कपड़े बड़े स्तर पर धोए, सुखाए और प्रेस किए जाते हैं।
1. धोबी सेवाएँ – छात्रावास, छोटे होटल और रेस्तरां के कपड़े धोना।
2. लाँड्री सेवाएँ – ग्राहक कपड़े लाते हैं और तैयार होने पर ले जाते हैं।
3. ड्रायक्लीनिंग – ऊनी और रेशमी कपड़ों की विशेष सफाई।
9. व्यावसायिक धुलाई सेवाओं की प्रक्रिया क्या होती है?
उत्तर:
- कपड़ों की जाँच और उनकी विशेष देखभाल की जरूरतों के अनुसार अलग करना।
- बड़े मशीनों में 100 किग्रा तक कपड़े धोना।
- निर्जल-धुलाई (Dry Cleaning) के लिए विशेष मशीनों का उपयोग।
- रोलर इस्तरी और कैलेंडरिंग मशीन से प्रेसिंग।
- कपड़ों की गिनती और ग्राहक को सुपुर्दगी।
10. अस्पतालों और होटलों में धुलाई व्यवस्था में क्या अंतर होता है?
11. अस्पतालों में धुलाई प्रक्रिया क्या होती है?
उत्तर:
1. स्वच्छता प्राथमिकता – कपड़ों को बैक्टीरिया और वायरस मुक्त बनाया जाता है।
2. विशेष रसायनों का उपयोग – रोगाणुओं को खत्म करने के लिए कीटाणुनाशक डिटर्जेंट का प्रयोग।
3. बड़े पैमाने पर धुलाई – रोज़ाना 1800-2000 चादरें धोई जाती हैं।
4. कपड़ों का निपटान – बहुत अधिक गंदे या अनुपयोगी कपड़े जलाकर नष्ट किए जाते हैं।
12. फैशन और वस्त्रों के रखरखाव में करियर के अवसर कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
1. लाँड्री प्रबंधन (Laundry Management) – व्यावसायिक धुलाई सेवाओं का संचालन।
2. फैब्रिक केयर विशेषज्ञ (Fabric Care Specialist) – वस्त्रों की देखभाल के लिए सलाह देना।
3. ड्रायक्लीनिंग व्यवसाय (Dry Cleaning Business) – ऊनी और संवेदनशील कपड़ों की सफाई।
4. टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी (Textile Technology) – कपड़ों की देखभाल के लिए नए उत्पादों का विकास।
5. गृह विज्ञान विशेषज्ञ (Home Science Expert) – वस्त्रों और परिधानों की देखभाल पर अनुसंधान।
13. वस्त्र देखभाल और धुलाई में करियर बनाने के लिए कौन-कौन से पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं?
उत्तर:
1. लाँड्री प्रबंधन पाठ्यक्रम (Laundry Management Courses) – छोटे व्यावसायिक प्रशिक्षण।
2. टेक्सटाइल केयर डिप्लोमा (Diploma in Textile Care) – कपड़ों की देखभाल में विशेषज्ञता।
3. गृह विज्ञान स्नातक (B.Sc. in Home Science) – वस्त्रों के रखरखाव पर विशेष अध्ययन।
4. फैब्रिक केमिस्ट्री (Fabric Chemistry) – वस्त्र देखभाल में रसायनों की भूमिका।