देवसेना का गीत Important Short and Long Question Class 12 Poem-1 Book-1
0Team Eklavyaफ़रवरी 27, 2025
देवसेना का गीत (Skandagupta)
1. देवसेना कौन थी और उसकी क्या परिस्थितियाँ थीं?
उत्तर:
देवसेना मालवा के राजा बंधुवर्मा की बहन थी। हूणों के आक्रमण में उसका पूरा परिवार मारा गया और वह अकेली बची। वह स्कंदगुप्त से प्रेम करती थी, लेकिन स्कंदगुप्त किसी और को चाहता था। जीवन के अंतिम दिनों में जब स्कंदगुप्त विवाह के लिए तैयार हुआ, तो देवसेना ने उसे मना कर दिया और अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए यह गीत गाया।
2. देवसेना की वेदना का मुख्य कारण क्या था?
उत्तर:
देवसेना ने अपने जीवन की सारी इच्छाओं को प्रेम के भ्रम में लुटा दिया, लेकिन जब उसे प्रेम की आवश्यकता थी, तब स्कंदगुप्त ने उसे अस्वीकार कर दिया। अब जब स्कंदगुप्त विवाह करना चाहता था, तो देवसेना ने उसे ठुकरा दिया। यह उसके जीवन की सबसे बड़ी वेदना थी।
3. देवसेना अपने अकेलेपन को कैसे व्यक्त करती है?
उत्तर:
वह कहती है कि उसके जीवन की पूरी यात्रा में सिर्फ "नीरवता" (शांत वातावरण) ही उसका साथी था। वह अकेले संघर्ष करती रही, और अब जब प्रेम निवेदन आया, तो वह इसे स्वीकार नहीं कर सकती क्योंकि यह उसके जीवन की तपस्या को व्यर्थ कर देगा।
4. देवसेना ने प्रेम प्रस्ताव क्यों ठुकरा दिया?
उत्तर:
देवसेना मानती थी कि अब प्रेम को स्वीकार करना उसके आत्म-सम्मान के खिलाफ होगा। जब उसे प्रेम की आवश्यकता थी, तब उसे ठुकराया गया। अब जब प्रेम निवेदन आया, तो उसने मन की लज्जा और आत्म-सम्मान को बनाए रखने के लिए इसे अस्वीकार कर दिया।
5. देवसेना के गीत में कौन-कौन से अलंकार हैं?
उत्तर:
अनुप्रास अलंकार: "छलछल थे संध्या के श्रमकण", "चढ़कर मेरे जीवन-रथ पर"।
मानवीकरण अलंकार: "नीरवता अनंत अंगड़ाई", जिसमें नीरवता को जीवंत रूप दिया गया है।
6. "लौटा लो यह अपनी जाती" पंक्ति में देवसेना क्या कहना चाहती है?
उत्तर:
देवसेना कहती है कि अब वह इस प्रेम को संभाल नहीं सकती। उसे लगता है कि यह प्रेम केवल उसे पीड़ा और अपमान ही देगा। इसलिए, वह इस प्रेम को वापस लौटाने की बात करती है।
कार्नेलिया का गीत (Chandragupta)
7. कार्नेलिया कौन थी?
उत्तर:
कार्नेलिया सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस की बेटी थी। वह भारत की सुंदरता से बहुत प्रभावित थी और इस गीत के माध्यम से भारत की विशेषताओं का वर्णन करती है।
8. कार्नेलिया भारत की कौन-कौन सी विशेषताएँ बताती है?
उत्तर:
भारत मधुरता और प्रेम से भरा हुआ देश है।
यहां के लोग अनजान लोगों को भी सहारा देते हैं।
सूर्योदय का दृश्य आकर्षक और मनोहर होता है।
तालाबों में खिले कमल और हरियाली भारत की सुंदरता को दर्शाते हैं।
भारत में प्रकृति और मानव का सुंदर सामंजस्य है।
9. "बरसाती आँखों के बादल" से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
इस पंक्ति में भारत की करुणा और सहानुभूति को बादलों की बारिश से तुलना की गई है। जैसे बादल सूखी धरती पर बारिश कर उसे हरा-भरा बना देते हैं, वैसे ही भारत करुणा से भरा हुआ देश है, जो सभी दुखी लोगों को सहारा देता है।
10. "हेम कुंभ ले उषा सवेरे" का क्या अर्थ है?
उत्तर:
यह पंक्ति प्रातः काल के सौंदर्य का वर्णन करती है। उषा (सुबह) सूर्य की किरणों को सोने (हेम) के कलश की तरह लेकर आती है और धरती पर सुख और आनंद लुटाती है।
11. "लघु सूरधनु से पंख पसारे" का क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
इस पंक्ति में सुबह के समय पक्षियों का उड़ना और उनका इंद्रधनुष के समान सुंदर पंख फैलाना दर्शाया गया है। यह भारत के प्राकृतिक सौंदर्य और जीवन की स्वतंत्रता का प्रतीक है।
विशेष (Important Highlights):
देवसेना का गीत:
यह वेदना और आत्म-सम्मान पर आधारित है।
यह छंदमुक्त कविता है।
इसमें अनुप्रास और मानवीकरण अलंकार का प्रयोग किया गया है।
कार्नेलिया का गीत:
यह भारत की सुंदरता और प्राकृतिक सौंदर्य पर आधारित है।
यह संगीतात्मक और लयबद्ध गीत है।
इसमें उपमा और मानवीकरण अलंकार का सुंदर प्रयोग किया गया है।