भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ Important Short and Long Question Class 12 Geography Chapter-9 Book-2
0Team Eklavyaफ़रवरी 25, 2025
1. प्रदूषण क्या है?
उत्तर:
प्रदूषण का अर्थ है पर्यावरण में अवांछित और हानिकारक तत्वों का प्रवेश, जिससे प्राकृतिक संतुलन बिगड़ता है और जीव-जंतुओं, पौधों व मनुष्यों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह वायु, जल, मिट्टी आदि में हो सकता है और स्वास्थ्य समस्याएँ, जलवायु परिवर्तन तथा अन्य पर्यावरणीय संकट उत्पन्न करता है।
2. प्रदूषण के मुख्य प्रकार कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
जल प्रदूषण
वायु प्रदूषण
ध्वनि प्रदूषण
भूमि/भू-प्रदूषण
3. जल प्रदूषण क्या है और इसके मुख्य कारण क्या हैं?
उत्तर:
जब जल में हानिकारक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है और उसका उपयोग हानिकारक हो जाता है, तो उसे जल प्रदूषण कहते हैं।
मुख्य कारण:
1. औद्योगिक कचरा – कारखानों से निकलने वाला जहरीला पानी नदियों और झीलों में जाता है।
2. घरेलू अपशिष्ट – मल-मूत्र, साबुन, डिटर्जेंट आदि जल स्रोतों में मिलकर जल को प्रदूषित करते हैं।
3. कृषि अपशिष्ट – कीटनाशकों और उर्वरकों के अंधाधुंध उपयोग से जल प्रदूषण होता है।
4. गंगा नदी प्रदूषण – धार्मिक अनुष्ठानों से गंदगी, शव विसर्जन, औद्योगिक कचरा और नगरों का अनुपचारित मल-जल।
4. जल प्रदूषण को रोकने के लिए कौन-कौन से कदम उठाए गए हैं?
उत्तर:
नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा नदी की सफाई।
औद्योगिक कचरे को जल स्रोतों में बहाने पर प्रतिबंध।
अपशिष्ट जल के पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) की व्यवस्था।
नदी तटों पर वनीकरण कार्यक्रम।
5. वायु प्रदूषण क्या है और इसके कारण क्या हैं?
उत्तर:
जब वायु में धूल, धुआँ, गैसें, दुर्गंध आदि की मात्रा सहनीय स्तर से अधिक हो जाती है, तो इसे वायु प्रदूषण कहते हैं।
मुख्य कारण:
वाहनों से निकलने वाला धुआँ (कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड)।
औद्योगिक उत्सर्जन (रसायन, धुआँ, विषैली गैसें)।
जैविक अपशिष्टों का जलाना (फसल अवशेष, कूड़ा-कचरा, प्लास्टिक)।
खनन और निर्माण गतिविधियाँ (धूलकणों का वातावरण में फैलना)।
6. वायु प्रदूषण के प्रभाव क्या हैं?
उत्तर:
स्वास्थ्य पर प्रभाव – श्वसन रोग (अस्थमा, ब्रोंकाइटिस), हृदय रोग, फेफड़े के कैंसर का खतरा।
पर्यावरण पर प्रभाव – अम्लीय वर्षा, जलवायु परिवर्तन, धुंध (स्मॉग) बनना।
ओजोन परत को नुकसान – वायुमंडलीय तापमान बढ़ना (ग्लोबल वॉर्मिंग)।
7. ध्वनि प्रदूषण क्या है और इसके मुख्य स्रोत क्या हैं?
उत्तर:
जब विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न ध्वनि मानवीय सहनीय सीमा से अधिक हो जाती है और मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है, तो इसे ध्वनि प्रदूषण कहते हैं।
मुख्य स्रोत:
वाहनों के हॉर्न, लाउडस्पीकर, पटाखे।
औद्योगिक गतिविधियाँ (मशीनों की आवाज़, निर्माण कार्य)।
हवाई जहाजों और ट्रेनों की आवाज़।
8. ध्वनि प्रदूषण के दुष्प्रभाव क्या हैं?
उत्तर:
श्रवण शक्ति पर प्रतिकूल प्रभाव।
मानसिक तनाव, सिरदर्द, उच्च रक्तचाप।
नींद में बाधा, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई।
9. भू-प्रदूषण क्या है और इसके मुख्य कारण क्या हैं?
उत्तर:
जब भूमि में हानिकारक पदार्थों, रसायनों, प्लास्टिक और औद्योगिक कचरे का जमाव बढ़ जाता है और भूमि की उर्वरता कम हो जाती है, तो इसे भू-प्रदूषण कहते हैं।
मुख्य कारण:
1. अत्यधिक प्लास्टिक उपयोग – प्लास्टिक अपशिष्ट भूमि में जमा होकर उसे प्रदूषित करता है।
2. कृषि रसायन (कीटनाशक, उर्वरक) – भूमि की प्राकृतिक उर्वरता नष्ट कर देते हैं।
3. नगरपालिका कचरा और औद्योगिक अपशिष्ट – भूमि को अनुपयोगी बना देते हैं।
10. गंदगी और अपशिष्ट प्रबंधन क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
ठोस कचरे से गंदी बदबू, मक्खियाँ, चूहे, टाइफाइड, डायरिया और हैजा जैसी बीमारियाँ फैलती हैं।
कूड़े-कचरे को जलाने से वायु प्रदूषण होता है।
कचरे का पुनः उपयोग (रीसाइक्लिंग) करने से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है।
11. भारत में नगरों की जनसंख्या तेजी से क्यों बढ़ रही है?
उत्तर:
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की कमी।
उद्योगों और व्यापार का नगरीकरण।
बेहतर शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं की खोज।
ग्रामीण-शहरी वेतन असमानता।
12. झुग्गी-बस्तियों की समस्याएँ क्या हैं?
उत्तर:
आवास की कमी और भीड़भाड़।
साफ-सफाई और स्वच्छ पानी की अनुपलब्धता।
स्वास्थ्य संबंधी जोखिम – खुले में शौच, अनियमित जल निकासी, बीमारी का खतरा।
बिजली, सड़क, परिवहन की समस्या।
13. भू-निम्नीकरण क्या है?
उत्तर:
जब भूमि की गुणवत्ता घटती है और उसकी उत्पादकता कम हो जाती है, तो इसे भू-निम्नीकरण कहते हैं।
मुख्य कारण:
मृदा अपरदन (Soil Erosion) – जल और वायु के प्रभाव से।
जलभराव और लवणीयता – सिंचाई के दुष्प्रभावों से।
वनों की अंधाधुंध कटाई – भूमि की उर्वरता में गिरावट।
खनन और औद्योगिक प्रदूषण – भूमि का क्षरण।
14. पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर:
वृक्षारोपण और वनों का संरक्षण।
स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों (सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा) को बढ़ावा देना।