अन्तराष्ट्रीय व्यापार
प्रश्न - व्यापार संतुलन से क्या अभिप्राय है ? व्यापार संतुलन के प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
विभिन्न देश एक दूसरे के साथ कुछ वस्तुओं या सेवाओं का व्यापार ( आयात – निर्यात ) करते हैं इसी आयात व निर्यात के अंतर को व्यापार संतुलन कहते हैं।
व्यापार संतुलन के प्रकार -
व्यापार संतुलन दो प्रकार का होता है।
- ऋणात्मक संतुलन - आयात का मूल्य निर्यात के मूल्य से अधिक होता है।
- धनात्मक संतुलन - यदि निर्यात का मूल्य आयात के मूल्य से अधिक है तो यह धनात्मक व्यापार संतुलन होता है।
प्रश्न - राष्ट्रीय संसाधनों में भिन्नता अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार को किस तरह प्रभावित करती है ? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर -
संसार के सभी देशों में संसाधनों में भिन्नता पाई जाती है यह भिन्नता प्राकृतिक संसाधनों एवं मानवीय संसाधनों दोनों स्तरों पर होती है। इनकी गुणवत्ता एवं मात्रा में भी अन्तर होता है। इसलिए दो देशों के मध्य व्यापार की संभावना बढ़ती है।
उदाहरण-
1. भौगोलिक संरचना में अन्तर के कारण किसी राष्ट्र में दूसरे राष्ट्र से अलग कृषि फसल होती है जैसे ब्राजील में कॉफी का उत्पादन अधिक होता है तो वहाँ से कॉफी अन्य देशों को निर्यात की जाती है।
2. खनिज भी असमान रूप से वितरित है। द. अफ्रीका से बहुमूल्य खनिज दूसरें देशों को निर्यात किए जाते हैं। जापान जैसा विकसित देश खनिजों का आयात करता है।
3. जलवायु से उत्पन्न विविधता भी उत्पादन की विविधता को सुनिश्चित करती है जो व्यापार को प्रभावित करती है। जैसे ऊन उत्पादन ठडे क्षेत्रों में ही हो सकता है, केला, रबड़, कहवा, उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में आ सकते हैं।
प्रश्न - मुक्त व्यापार क्या है ? इसके गुण एवं दोष बताइये।
उत्तर -
जब दो देशों के मध्य व्यापारिक बाधायें हटा दी जाती हैं जैसे सीमा-शुल्क खत्म करना, तो इसे मुक्त व्यापार कहा जाता हैं।
गुण
- घरेलू उत्पादों एवं सेवाओं को अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्द्धा मिलती है
- उत्पादन की गुणवत्ता में वृद्धि होती है।
- व्यापार में बढ़ोतरी होती है।
दोष
- विकासशील देशों में समुचित विकास न होने के कारण विकसित देश अपने उत्पादों को उनके बाजारों में अधिक मात्रा में भेज देते हैं
- जिसे विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है उनके अपने उद्योग बंद होने लगते हैं।
प्रश्न - पत्तन का अर्थ तथा विशेषता बताइए ?
उत्तर -
पत्तनों को अंतरष्ट्रीय व्यापार का प्रवेश द्वार कहा जाता है पत्तन व्यापार के लिए अत्यावाश्यक है क्योंकि बड़े पैमाने पर अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार समुद्री भागों से ही किया जाता है।
पत्तन की विशेषता
1. जहाजों के रुकने, ठहरने के लिए आश्रय प्रदान करते हैं।
2. वस्तुओं को लादने, उतारने एवं भंडारण की सुविधा प्रदान करते हैं।
3. अत्याधुनिक सुविधाएं, प्रशीतकों, छोटी नौकाओं की सुविधा।
4. श्रम एवं प्रबंधकीय सुविधाएं प्रदान करते हैं।
5. जहाजों के रखरखाव की व्यवस्था करते हैं।
प्रश्न - अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से सम्बन्धित प्रमुख समस्याओं को उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
1. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का होना राष्ट्रों के लिए पारस्परिक लाभदायक होता है अगर यह उत्पादन उच्च स्तर, वस्तुओं व सेवाओं की उपलब्धता, कीमतों व वेतन का समानीकरण प्रस्तुत करता है।
2. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार देशों के लिए हानिकारक हो सकता है यदि यह अन्य देशों पर निर्भरता, विकास के असमान स्तर, शोषण और युद्ध का कारण बनने वाली प्रतिद्वंदिता की ओर उन्मुख होता है।
3. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग बढ़ता जा रहा है। जिससे पर्यावरणीय व स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं उत्पन्न हो रही है। संसाधनों का तेजी से ह्रास हो रहा है।
प्रश्न - एक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन के रूप में विश्व व्यापार संगठन की भूमिका क्या है? कुछ देशों द्वारा विश्व व्यापार संगठन की आलोचना क्यों की गई है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
विश्व व्यापार संगठन एक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है, जो राष्ट्रो के मध्य विवादों का निपटारा करता है। यह संगठन दूर संचार और बैंकिंग जैसी सेवाओं तथा अन्य विषयों जैसे बौद्धिक सम्पदा अधिकार के व्यापार को भी अपने कार्यों में सम्मिलित करता है।
आलोचना :-
1. WTO ने मुक्त व्यापार एवं भूमंडलीकरण को बढ़ावा दिया है जिसके कारण धनी और धनी एवं गरीब देश और गरीब हो रहे हैं।
2. विकसित देशों ने अपने बाजार को विकासशील देशों के उत्पादों के लिए नहीं खोला है।
3. इस संगठन में केवल कुछ प्रभावशाली राष्ट्रो का वर्चस्व है।
4. WTO पर्यावरणीय मुद्दों, बालश्रम, श्रमिकों के स्वास्थ्य व अधिकारों की उपेक्षा करता है।
प्रश्न - अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के आधार क्या है ? स्पष्ट करें?
उत्तर -
विश्व के प्रत्येक देश एक या अन्य वस्तुओं के उत्पादन में विशिष्टीकरण प्राप्त होते हैं। यही विशिष्टीकरण अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का आधार बनता है।
1. राष्ट्रीय संसाधनों में भिन्नता
2. जनसंख्या का आकार
3. आर्थिक विकास की अवस्था ।
4. विदेशी निवेश की सीमा।
5. परिवहन ।