प्रश्न - मानव बस्ती का अर्थ बताइए ?
उत्तर -
- किसी भी प्रकार और आकार के घरों का समूह जिनमें मनुष्य रहते हैं मानव बस्ती कहलाता है
- बस्तियाँ आकार और प्रकार में भिन्न होती हैं। उनका परिसर एक पल्ली से लेकर महानगर तक होता है।
प्रश्न - मानव बस्ती के प्रकार बताइए ?
उत्तर -
मानव बस्तियो को दो भागों में बाँट सकते है
1. ग्रामीण बस्तियां -
- गुच्छित बस्तियां
- विखंडित बस्तियां
- एकांकी बस्तियां
- पल्ली बस्तियां
2. नगरीय बस्तियां
- प्रशासनिक नगर
- औद्योगिक नगर
- व्यापारिक नगर
- खनन नगर
- गैरिसन नगर
- धार्मिक नगर
- शैक्षिक नगर
- पर्यटन नगर
प्रश्न - ग्रामीण और नगरीय बस्तियों में आधारभूत अंतर बताइए ?
उत्तर -
1. ग्रामीण बस्तियां
- ग्रामीण बस्तियाँ में रहने वाले लोग मुख्यतः कृषि, पशुपालन, मछली पालन, शिकार, संग्रहण पर निर्भर रहते हैं
- ग्रामीण लोग कम गतिशील होते हैं और इसलिए उनमें सामाजिक संबंध घनिष्ठ होते हैं।
- ग्रामीण बस्तियाँ में अच्छी शिक्षा, उच्च स्वास्थ्य सुविधा, अच्छे और बड़े बाजार उपलब्ध नहीं होतें है
- ग्रामीण बस्तियाँ के लोगो के पास कम सुविधाएँ उपलब्ध होती है
2. नगरीय बस्तियां
- नगरीय बस्तियों में रहने वाले लोग मुख्यतः विनिर्माण व्यापार, सेवा क्षेत्र पर निर्भर रहते हैं
- नगरीय क्षेत्रों में जीवन का ढंग जटिल और तीव्र होता है और सामाजिक संबंध औपचारिक होते हैं।
- नगरीय क्षेत्रों में अच्छी शिक्षा, उच्च स्वास्थ्य सुविधा, अच्छे और बड़े बाजार उपलब्ध होतें है
- यहाँ सुविधाएँ उपलब्ध होती है
प्रश्न - पल्ली बस्तियों से क्या अभिप्राय है ? भारत में यह कहां पाई जाती है ?
उत्तर -
- कई बार बस्ती भौतिक रूप से एक-दूसरे से पृथक अनेक इकाइयों में बँट जाती है किंतु उन सबका नाम एक रहता है।
- इन इकाइयों को देश के विभिन्न भागों में स्थानीय स्तर पर पान्ना, पाड़ा, पाली, नगला, ढाँणी इत्यादि कहा जाता है।
- ऐसे गाँव मध्य और निम्न गंगा के मैदान, छत्तीसगढ़ और हिमालय की निचली घाटियों में बहुतायत में पाए जाते हैं।
भारतीय नगरों को उनके विकास के विशिष्ट गुणों के आधार पर कितने वर्गों में रखा जाता है?
अथवा
"भारत में नगरों का अभ्युदय प्रागैतिहासिक काल से हुआ है।" उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
अथवा
नगरों के प्रकार बताइए ?
उतर -
भारत में नगरों का विकास -
भारत में नगरों का अभ्युदय प्रागैतिहासिक काल से हुआ है।
यहाँ तक कि सिंधु घाटी सभ्यता के युग में भी हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे नगर अस्तित्व में थे।
भारत में नगरों का विकास इतिहास के विभिन्न चरणों से प्रभावित रहा है। इस आधार पर नगरों को विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
1. प्राचीन नगर - इस काल में अधिकांश नगरों का विकास धार्मिक अथवा सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में हुआ है। उदाहरण के लिए प्रयाग (इलाहाबाद), पाटलिपुत्र (पटना) मदुरई।
2. मध्यकालीन नगर - इस काल में अधिकांशतः नगरों का विकास रजवाड़ों व राज्यों के मुख्यालयों के रूप में हुआ। हैदराबाद, जयपुर, लखनऊ, आगरा इसके उदाहरण हैं।
3. आधुनिक नगर - अंग्रेजों व अन्य यूरोपीय देशों ने अपनी प्रभाविता को प्रत्यक्ष रूप से अथवा रजवाड़ों पर नियंत्रण के माध्यम से प्रशासनिक केंद्रों, ग्रीष्मकालीन विश्राम स्थलों, पत्तनों प्रशासनिक व सैन्य क्षेत्रों को नगरों के रूप में विकसित किया।
नगरों का अभ्युदय
1. प्राचीन नगर
- भारत में 2000 से अधिक वर्षों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाले अनेक नगर हैं।
- इनमें से अधिकांश का विकास धार्मिक अथवा सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में हुआ है।
- वाराणसी इनमें से सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण नगर हैं। प्रयाग (इलाहाबाद), पाटलिपुत्र (पटना), मदुरई देश में प्राचीन नगरों के कुछ अन्य उदाहरण हैं
2. मध्यकालीन नगर
- वर्तमान के लगभग 100 नगरों का इतिहास मध्यकाल से जुड़ा है।
- इनमें से अधिकांश का विकास रजवाड़ों और राज्यों के मुख्यालयों के रूप में हुआ।
- ये किला नगर हैं जिनका निर्माण प्राचीन नगरों के खंडहरों पर हुआ है।
- ऐसे नगरों में दिल्ली, हैदराबाद, जयपुर, लखनऊ, आगरा और नागपुर महत्त्वपूर्ण हैं।
3. आधुनिक नगर
- अंग्रेजों और अन्य यूरोपियों ने भारत में अनेक नगरों का विकास किया।
- तटीय स्थानों पर अपने पैर जमाते हुए उन्होंने सर्वप्रथम सूरत, दमन, गोआ, पांडिचेरी इत्यादि जैसे व्यापारिक पत्तन विकसित किए।
- अंग्रेज़ों ने बाद में तीन मुख्य नोडों मुंबई (बंबई), चेन्नई (मद्रास) और कॉलकाता (कॅलकत्ता) पर अपनी पकड़ मज़बूत की और उनका अंग्रेजी शैली में निर्माण किया।
प्रश्न - आधुनिक उद्योगों पर आधारित नगरो पर चर्चा कीजिये ?
उत्तर -
- 1850 के बाद आधुनिक उद्योगों पर आधारित नगरों का भी जन्म हुआ।
- जमशेदपुर इसका एक उदाहरण है।
- स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात्, अनेक नगर प्रशासनिक केंद्रों,
- जैसे- चंडीगढ़, भुवनेश्वर, गांधीनगर, दिसपुर इत्यादि
- और औद्योगिक केंद्रों जैसे दुर्गापुर, भिलाई , सिंदरी, बरौनी के रूप में विकसित हुए।
प्रश्न - नगरो के प्रकार पर चर्चा कीजिये ?
उत्तर -
- धार्मिक नगर
- शैक्षिक नगर
- पर्यटन नगर
- प्रशासनिक नगर
- औद्योगिक नगर
- व्यापारिक नगर
- खनन नगर
- गैरिसन नगर
1. प्रशासन शहर और नगर
- उच्चतर क्रम के प्रशासनिक मुख्यालयों वाले शहरों को प्रशासन नगर कहते हैं, जैसे कि चंडीगढ़, नई दिल्ली, भोपाल, शिलांग, गुवाहाटी, इंफाल, श्रीनगर, गांधी नगर, जयुपर, चेन्नई इत्यादि।
2. औद्योगिक नगर
- मुंबई, सेलम, कोयंबटूर, मोदीनगर, जमशेदपुर, हुगली, भिलाई इत्यादि के विकास का प्रमुख अभिप्रेरक बल उद्योगों का विकास रहा है।
3. वाणिज्यिक नगर
- व्यापार और वाणिज्य में विशिष्टता प्राप्त शहरों और नगरों को इस वर्ग में रखा जाता है। कोलकाता, सहारनपुर, सतना इत्यादि कुछ उदाहरण हैं।
4. खनन नगर
- ये नगर खनिज समृद्ध क्षेत्रों में विकसित हुए हैं जैसे रानीगंज, झरिया, डिगबोई, अंकलेश्वर, सिंगरौली इत्यादि।
5. छावनी ( गैरिसन ) नगर
- इन नगरों का उदय गैरिसन नगरों के रूप में हुआ है, जैसे अंबाला, जालंधर, महू, बबीना, उधमपुर इत्यादि।
6. धार्मिक और सांस्कृतिक नगर
- वाराणसी , मथुरा, अमृतसर, मदुरै, पुरी, अजमेर, पुष्कर, तिरुपति, कुरुक्षेत्र, हरिद्वार, उज्जैन अपने धार्मिक सांस्कृतिक महत्त्व के कारण प्रसिद्ध हुए।
7. शैक्षिक नगर
- मुख्य परिसर नगरों में से कुछ नगर शिक्षा केंद्रों के रूप में विकसित हुए जैसे रुड़की, वाराणसी, अलीगढ़, पिलानी, इलाहाबाद।
8. पर्यटन नगर
- नैनीताल, मसूरी, शिमला, पचमढ़ी, जोधपुर, जैसलमेर, (ऊटी), माउंट आबू कुछ पर्यटन गंतव्य स्थान हैं।
प्रश्न - प्रकार्य के आधार पर भारतीय नगरों को छह प्रमुख प्रकारों में वर्गीकृत करें?
उत्तर -
1. प्रशासन शहर:- वे शहर या नगर जहां उच्चतर क्रम के प्रशासनिक मुख्यालय होते हैं जैसे दिल्ली, चंडीगढ़ आदि ।
2. औद्योगिक नगर :- जिन नगरों में उद्योगों की प्रधानता हो जैसे- मुंबई, सेलम, जमशेदपुर ।
3. परिवहन नगर :- कुछ नगर पत्तन के रुप में आयात-निर्यात में संलग्न रहते हैं जैसे कांडला, कोच्चि, विशाखापट्नम् ।
4. खनन नगर :- वे नगर जो मुख्यतः खनन के लिए जाने जाते हैं। जैसे रानीगंज, झारिया, डिगबोई आदि ।
5. गैरिसन (छावनी) नगर :- जिन नगरों में सेना की छावनियां होती हैं। जैसे अंबाला, मेरठ।
6. धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगर :- ऐसे नगर जो धार्मिक व सांस्कृतिक केन्द्र के रूप में विख्यात है। जैसे वाराणसी, मथुरा, अजमेर आदि।
प्रश्न - कोई नगर नगरीय संकुल कब बन जाता है ?
उत्तर -
- कोई नगर नगरीय संकुल बन जाता है
- जब इसमें से किसी एक का समावेश हाता हैं
- नगर एवं उससे संलग्न विस्तार
- विस्तार सहित या बिना विस्तार के जब दो या अधिक नगर मिल जाते हैं।
- एक नगर या उससे सटे हुए या एक से अधिक नगर और उन नगरों के क्रमिक विस्तार जैसे रेलवे कॉलोनी, विश्वविद्यालय परिसर, पत्तन क्षेत्र या सैनिक छावनी को मिलाकर नगरीय संकुल बन जाता है।
प्रश्न - स्मार्ट सिटी मिशन के क्या उद्देश्य हैं ?
उत्तर -