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12th Economics Question Paper Solution MID Term Morning and evening Shift





MORNING SHIFT


MID-TERM EXAMINATION (2024-25)

CLASS: XII

SUBJECT: ECONOMICS (030)



समय: 3 घंटे

अधिकतम अंक 80

सामान्य निर्देश :-

निम्नलिखित निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उनका पालन कीजिए: 

(1) इस प्रश्न-पत्र में 34 प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य है।

(ⅱ) यह प्रश्न-पत्र दो खण्डों में विभाजित है: खण्ड क समष्टि अर्थशास्त्र खण्ड ख भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास

(ii) इसे प्रश्न-पत्र में 20 बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न है। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है।

(iv) इस प्रश्न-पत्र में 4 लघु-उत्तरीय प्रकार-1 के प्रश्न है। प्रत्येक प्रश्न 3 अंकों का है। इन प्रश्नों के उत्तर 60 से 80 शब्दों में लिखे जाने बाहिए।

(v) इस प्रश्न-पत्र में 6 लघु-उत्तरीय प्रकार-11 के प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का है। इन प्रश्नों के उत्तर 80 से 100 शब्दों में लिखे जाने चाहिए।

(vi) इस प्रश्न-पत्र में 4 दीर्घ उत्तरीय प्रकार के प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 6 अंकों का है। इन प्रश्नों के उत्तर 100 से 150 शब्दों में लिखे जाने चाहिए।

(vii) प्रत्येक प्रश्न के सभी भागों के उत्तर एक साथ लिखे जाने चाहिए।

(vii) इसके अतिरिक्त, ध्यान दें कि दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए फोटो तथा मानचित्र आदि आधारित प्रश्नों के स्थान पर एक अन्य प्रश्न दिया गया है। इन प्रश्नों के उत्तर कंवल दृष्टिबाधित परीक्षार्थी ही लिखें।

(ix) प्रश्न-पत्र में कोई समय विकल्प नहीं है। यद्यपि कुछ प्रश्नों में आंतरिक विकल्प का प्रावधान दिया गया है। इन प्रश्नों में से केवल एक ही प्रश्न का उत्तर लिखा जाए।



खण्ड- क 

(समष्टि अर्थशास्त्र)



1. निम्नलिखित में से सही समीकरण पहचानिए :

 (यहाँ GDPMP = बाजार कीमत पर सकल घरेलू उत्पाद, 

NNPFC = कारक लागत पर निवल राष्ट्रीय उत्पाद

 NDPPC = कारक लागत पर निवल घरेलू उत्पाद

 GNPMP = बाजार कीमत पर सकल राष्ट्रीय उत्पाद

 NDPMP = बाजार कीमत पर निवल घरेलू उत्पाद)

(a) GDPmp=NNPfc+मूल्यह्रास

(b) NDPFC=NNPFC + शुद्ध अप्रत्यक्ष कर

(C) GNPMP=GDPMP + विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय

(d) NNPFC=DPMP + मूल्यह्रास


2. निम्नलिखित में से मुद्रा आपूर्ति (M₁) की असत्य विशेषता विशेषताओं की पहचान कीजिए:

(i) इसे समय के एक बिंदु पर मापा जाता है।

(ii) इसमें सरकार के पास रखे गए धन भडार को सम्मलित नहीं किया जाता है।

(iii) यह सदैव राष्ट्र के केन्द्रीय बैंक के पास रखी मुद्रा होती है।

विकल्पः

(a) (i) और (ii)

(b) (ii) और (iii)

(c) केवल (ii)

(d) केवल (iii) 


3. लुप्त आंकड़ों की पहचान कीजिए व सही विकल्प का चयन कीजिए:


विकल्प :

(a) 1000, 800, 20000, 25000

(b) 5000, 3200, 25000, 20000

(c) 1000, 3200, 25000, 20000 

(d) 1000, 800, 20000, 25000


4. निम्नलिखित कथनो को ध्यानपूर्वक पढ़े :

कथन 1: सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) एक द्विक्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में सकल घरेलू उत्पाद

(GDP) से अधिक हो सकता है।

कथन  2: एक द्विक्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय सदैव शून्य होती है।

सही विकल्प का चयन कीजिए:

(a) कथन 1 सत्य है तथा कथन 2 असत्य है।

(b) कथन 1 असत्य है तथा कथन 2 सत्य है। 

(c) कथन 1 व 2 दोनों सत्य हैं।

(d) कथन 1 व 2 दोनों असत्य हैं।


5."श्री मल्होत्रा ने नया घर खरीदने के लिए अपना प्लाट बेच दिया।"

उपरोक्त कथन से मुद्रा के संकेतित कार्य की पहचान करें।

(a) विनिमय का माध्यम 

(b) मूल्य का संचय

(c) खाते की इकाई

(d) विलंबित भुगतान का मानक


6. कॉलम । व कॉलम II में दिए गए कथनों के आधार पर सही युग्म की पहचान कीजिए



विकल्प :

(a) A-i                      (b) B-ii

(c) C-iii                     (d) D-iv


7. निम्नलिखित तालिका को पूर्ण करने वाले सही विकल्प का चयन करें: 




विकल्प :

(a) 4000, 10400, 4000, 4000

(b) 4000, 10400, 4000, 4400 

(c) 2000, 6000, 6000, 4400

(d) 4000, 10400, 6000, 4000


8. जब एक अर्थव्यवस्था की धरेलू सीमा में उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को .......... की कीमतों के आधार पर ज्ञात किया जाता है तो उसे वास्तविक GDP (सकल घरेलू उत्पाद) कहते हैं।

(a) आधार वर्ष 

(b) चालू वर्ष

(c) दोनों A और B

(d) A और B में से कोई नहीं


9. 'वार्षिक बजट 2022-23 में भारत सरकार ने प्रकार को बजट प्राप्तियों को सरकारी बजट में विनिवेश लक्ष्य को रु. 65000 करोड़ रखा।' इस ...... प्राप्तियों के तौर पर वर्गीकृत किया जाता है क्योंकि इनके कारण सरकार की .............|

(a) पूंजीगत, परिसम्पत्तियां घटती है। 

(b) राजस्व, परिसम्पत्तियां बढ़ती है।

(c) पूंजीगत, देयताएं बढ़ती हैं।

(d) राजस्व, देयाताएं घटती है।


10. सरकारी बजत में प्राथमिक घाटा शून्य होगा यदि..............

(a) राजस्व घाटा शून्य हो।

(b) शुद्ध ब्याज भुगतान शून्य हो।

(c) राजकोषीय घाटा शून्य हो।

(d) राजकोषीय घाटा और ब्याज भुगतान बराबर हो। 


11. 'गैर मौद्रिक विनिमय' को सकल घरेलू उत्पाद के कल्याण के सूचक की एक सीमा के तौर पर समझाइये। 

उत्तर -

  • गैर मौद्रिक विनिमय को मौद्रिक रूप में नहीं मापा जाता। इस कारण ये जीडीपी के कम आकलन का एक कारण है। अविकसित देशों में इस प्रकार का विनियम अधिक होने के कारण जीडीपी कम होती है और यह कल्याण को समग्र रूप से नहीं दर्शाती। 

                            अथवा

यदि सरकार तंबाकू के उपभोग और उत्पादन को प्रतिबंधित कर दें, तो इसका सकल घरेलू उत्पाद तथा कल्याण पर क्या संभावित प्रभाव होगा? संक्षेप में व्याख्या कीजिए।

उत्तर - 

  • तबांकू के उपगोग पर प्रतिबंध से सकल घरेलू उत्पाद तो घटेगा क्योंकि तबांकू का तथा उससे बनने वाले उत्पादों का उत्पादन कम हो जाएगा परन्तु इससे कल्याण का स्तर बढ़ेगा क्योंकि तंबाकू के उपभोग में कमी से लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होगा|


12. 'साख सृजन तथा आरक्षित अनुपात में विपरीत संबंध है।' इस कथन की पुष्टि एक काल्पनिक उदाहरण की सहायता से कीजिए। 

उत्तर -

  • साख सृजन और आरक्षित अनुपात में विपरीत संबंध है।
  • कुल सृजित साख (1/आरक्षित अनुपात) नकद जमा
  • यदि आरक्षित अनुपात 10% है और नकद जमा रु. 100 है तो कुल साख का सृजन रु. 1000 होगा।
  • यदि आरक्षित अनुपात बढ़कर 20% हो जाए, तो साख सृजन घट कर केवल रु. 500 रह जाएगा। 2 (या अन्य कोई उचित उदाहरण)


13. प्रगतिशील कर प्रणाली से क्या अभिप्राय है? इसका प्रयोग सरकार अपने किस उद्देश्य की पूर्ति के लिए करती है? पहचाने गए उद्देश्य की व्याख्या करें। 

उत्तर - 

  • प्रगतिशील कर प्रणाली वह है जिसमें आय में वृद्धि के साथ कर की दरें बढ़‌ती हैं। प्रगतिशील कर
  • प्रणाली का मुख्य उद्देश्य आय की असामानताओं को कम करना है।
  • आय की असमानताओं को कम करना बजट के उद्देश्य की उचित व्याख्या

 

14. 'उत्पादन प्रोत्साहन योजना (PLI) के अंतर्गत भारत सरकार आयात-निर्यात शुल्क में कमी, निवेशकों को प्रोत्साहन, कर छूट आदि विभिन्न लाभ प्रदान करती है।' उपरोक्त कथन के आलोक में बजट उद्देश्य व उसके संभावित परिणामों की पहचान व व्याख्या करें। 

उत्तर - 

  • दिए गए कथन में सरकारी बजट के 'आवंटन कार्य' तथा 'आर्थिक संवृद्धि' उद्देश्य को इंगित किया गया है। सरकार सामाजिक रूप से लाभकारी उत्पादों के उत्पादन पर सहायता/कर-छूट देकर संसाधनों के आंवटन को प्रभावित कर सकती है।
  •  परिणामस्वरूप, PLI के अंतर्गत सरकार राष्ट्रीय उत्पादन के अवसरों में वृद्धि करना चाहती है जिससे व रोजगार के आर्थिक संवृद्धि प्राप्त की जा सके।

अथवा

'शून्य दोष, शून्य प्रभाव (Zero defect, Zero effect) योजना के अंतर्गत भारत सरकार लघु, कुटोर एवं मध्यम उपक्रमों को 80% तक उपदान (सब्सिडी) देती है।' उपरोक्त गद्य में दर्शाए गए सरकारी बजट के उद्देश्य की पहचान व व्याख्या करें। 

उत्तर - 

  • उपरोका कचन में सरकारी बजट के संसाधनों के पुनऑबंटन तथा आर्थिक संवृद्धि उद्देश्य को इंगित किया गया है। 1
  • लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों को उपदान देने के साथ सरकार राष्ट्रीय उत्पादन एवं रोजगार के अवसरों की वृद्धि और सामाजिक आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने का कार्य कर सकती है। भारत जैसे देश में ऐसे कदम राष्ट्र के समग्र विकास व संवृद्धि के लिए फलदायी है।

 

15. निम्नलिखित आंकड़ों के आधार पर 'आयात' का मूल्य ज्ञात करें।


                                            (करोड़ रु.)

(1) बिक्री                                    3500

(ii) निर्यात                                     800

(iii) शुद्ध स्थिर पूंजी निर्माण                150

(iv) मध्यवर्ती उपभाग                      1650

(v) दस वर्षों वाली पूंजीगत संपत्ति      1000

(vi) स्टॉक में वृद्धि                            250

(vii) निजी अंतिम उपभोग व्यय            550

(viii) सरकारी अंतिम उपभोग व्यय       450

(ix) शुद्ध अप्रत्यक्ष कर                       220


उत्तर - 

GDPMP =  बिक्री + स्टॉक में वृद्धि - मध्यवर्ती उपभोग

3500 + 250 - 1650

= 2100 करोड़

मूल्यहास =  पूंजी संपत्ति / जीवनकाल 

1000/10   

100 करोड़

[ शुद्ध निर्यात  GDP mp  निजी अंतिम उपभोग व्यय -  सरकारी अंतिम उपभोग व्यम - (शुद्ध 4 स्टॉक में स्थिर पूंजी निर्माण  + मूल्यहास) - स्टॉक में वृद्धि ]

2100 - 550 - 450 - (150+100) - 250

=  600

शुद्ध निर्यात  निर्यात - आयात 

600 800 -  आयात

=  200 करोड़


16. दिनांक 8 जून 2023 के 'द इकॉनॉमिक टाइम्स' से उद्भुत निम्नलिखित गद्य को ध्यानपूर्वक पढ़ेंः

'भारतीय रिजर्व बैंक की दर निर्धारण समिति ने स्पष्ट रूप से बैंचमार्क ऋण दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया है। समिति ने समायोजक मौद्रिक नीति को वापस लेने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मतदान किया है।'

दिए गए गद्य व सामान्य समझ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

(क) उपयुक्त गद्य में दर्शाए गए मुद्दे को पहचानिए व चर्चा कीजिए।

उत्तर -

  • दिए गए गद्य में मुद्रा के अतिरेक से उत्पन्न मुद्रास्फीति के विषय में बताया गया है। 
  • ऋण दर को अधिक स्तर पर रखने का निर्णय समिति ने मुद्रास्फीति अर्थात महगाई को रोकने के लिए लिया है। 


(ख) यदि समिति ने उक्त दर में कमी की होती, तो मुद्रा पूर्ति के संभावित परिणाम की चर्चा कीजिए। 

उत्तर - 

  • यदि ऋण दर को कम किया जाता तो अर्थव्यवस्था में मुद्रा की पूर्ति में वृद्धि हो जाती क्योंकि जन समुदाय के लिए ऋण लेना मस्ता हो जाएगा। 

                            अथवा

(क) केन्द्रीय बैंक के 'बैंको का बैंक' कार्य की व्याख्या कीजिए।

उत्तर - 

  • रिजर्व बैंक को बैंको के नियम का अधिकार है।
  • रिजर्व बैंक के पास बैंको की जमाएं होती हैं और आवश्यकता पड़ने पर इन बैंको को ऋण भी प्रदान करता है। 
  • इसलिए केंद्रीय बैंक को बैंकों का बैंक तथा अंतिम ऋणदाता भी कहा जाता है। 


(ख) रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में अंतर स्पष्ट करें। इन दोनों में परिवर्तन मुद्रा पूर्ति को किस प्रकार प्रभावित करता है? विस्तारपूर्वक समझाइए। 

उत्तर - 

  • रेपो दर वह ब्याज दर है जिस पर RBI सरकारी प्रतिभूतियों के बदले वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक निधियों उधार देता है जबकि रिवर्स रेपो रेट वाणिज्यिक बैंको के लिए RBI की वह ब्याज दर है। जिस पर बैंक RBI के पास अधिशेष निधि जमा करा कर उस पर ब्याज कमाते हैं।
  • इन दोनों के बढ़ाने से मुद्रा पूर्ति संकुचित होती है तथा कम होने से मुद्रा पूर्ति का विस्तार होता है।


17. (क) एक द्वि-क्षेत्रक मॉडल में आय के चक्रीय प्रवाह की अवधारणा की संक्षेप में व्याख्या कीजिए।

उत्तर - 

  • एक द्विक्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में केवल फर्म और परिवार क्षेत्र के मध्य आय का प्रवाह होता है। 
  • परिवार फर्मों को उत्पादन के साधनों की सेवाएं प्रदान करते है तथा बदले में साधन आय प्राप्त करते हैं। 
  • फर्म साधन सेवाओं के प्रयोग से अंतिम वस्तुओं का उत्पादन कर परिवार क्षेत्र को विक्रय करती है तथा बदले में अंतिम वस्तुओं का मूल्य प्राप्त करती है। 


(ख) 'मौद्रिक सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद किसी राष्ट्र की आर्थिक संवृद्धि का बेहतर सूचकांक है।' क्या आप दिए गए कथन से सहमत हैं? किसी वैध काल्पनिक संख्यात्मक उदाहरण के साथ अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए। 

उत्तर - 

  • जी हाँ, मैं दिए गए कथन से सहमत हूँ कि वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (Real GDP) मौद्रिक सकल घरेलू उत्पाद (Nominal GDP) की तुलना में किसी राष्ट्र की आर्थिक संवृद्धि का बेहतर सूचकांक है।
  • वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद मुद्रास्फीति के प्रभाव को ध्यान में रखकर मूल्यांकित होता है, जबकि मौद्रिक सकल घरेलू उत्पाद में मुद्रास्फीति को नहीं देखा जाता।

उदाहरण मान की 

  • 2022 का मौद्रिक सकल घरेलू उत्पाद (Nominal GDP) = ₹500 करोड़
  • 2023 का मौद्रिक सकल घरेलू उत्पाद (Nominal GDP) = ₹550 करोड़
  • इस आंकड़े में 10% की वृद्धि हुई है। लेकिन इसमें मुद्रास्फीति के प्रभाव को नहीं देखा गया है।




 खण्ड-ख (भारतीय आर्थिक विकास) 


18. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए अभिकथन (A) और कारण (R) तथा दिए गए विकल्पों में से सही 18 विकल्प का चयन कीजिए। 

अभिकथन (A): औपनिवेशिक शासन के अंर्तगत आधारिक संरचना (जैसे रेलवे, डाक व तार आदि) का विकास किया गया।

कारण (R): भारत में आधारिक संरचना के विकास के पीछे वास्तविक उद्देश्य ब्रिटिश हितों को सुदृढ़ करना था।

विकल्प

(a) अधिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है और कारण (R), अधिकचन (A) की यही व्याख्या करता है। 

(b) अधिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है पर कारण (R), अभिकधन (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।

(c) अभिकधन (A) सत्य है लेकिन कारण (R) असत्य है।

(d) अभिकथन (A) असत्य है परन्तु कारण (R) सत्य है।


19. पहचान कीजिए कि निम्न में से कौन-सा विकल्प कृषि विपणन प्रणाली के असत्य घटकों के युग्म को दर्शाता है-

(a) संग्रहण, भंडारण, प्रसंस्करण, पैकेजिंग

(b) उत्पादन, संग्रहण, प्रसंस्करण, ग्रेडिंग 

(c) संग्रहण, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, परिवहन

(d) प्रसंस्करण, पैकेजिंग, ग्रेडिंग, वितरण


20. निम्नलिखित विकल्पों में से विनियमित कृषि बाजार के असत्य उद्देश्यों की पहचान कीजिए।

(i) कृषकों को उनके उत्पाद का सर्वोत्तम मूल्य दिलाने हेतु कृषि विपणन प्रणाली को कुशल बनाना।

(ii) कृषकों के लिए कृषि विपणन बुनियादी ढाँचे में सुधार को हतोत्साहित करना।

(iii) कृषकों का शोषण रोकना।

(iv) कृषकों को उनके उत्पाद की गुणवत्ता व मात्रा में सुधार करने के लिए हतोत्साहित करना।

विकल्पः

(a) (i) और (ii)

(b) (i) और (iii)

(c) (iii) और (iv)

(d) (ii) और (iv) 


21. स्वतंत्रता उपरांत भारतीय अर्थव्यवस्था के योजना उद्देश्य के रूप में 'आधुनिकीकरण' के वयन पीछे ......... तर्काधार थे।

(i) सामाजिक दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन लामा

(ii) आय का समान वितरण

(iii) प्रोद्योगिक उन्नयन

(iv) आर्थिक विभाजन में वृद्धि

विकल्प

(a) (i) और (ii)

(b) (ii) और (iii)

(c) (i) और (iii) 

(d) केवल  (iv)


22.



ऊपर दिए गए चित्र में ग्रामीण गृहणीयों द्वारा किए जा रहे कृषि सम्बंधित क्रियाकलाप, का पहचानिए

विकल्प -

(a) पशुपालन

(b) पर्यटन

(c) मधुमक्खी पालन 

(d) कुक्कुट पालन (मुर्गीपालन)


23. निम्न कथनों को पढ़कर सही विकल्प चुनिए-

कथन ।: ब्रिटिश शासन के दौरान भारत एक मजबूत औद्योगिक आधार विकसित नहीं कर पाया।

कचन 2: अंग्रेजों ने प्रतिबंधात्मक व्यापार नीतियों अपनाई जिससे भारतीय हस्तशिल्य उद्योगों को मजबूती मिली।

विकल्प

(a) कथन । सत्य व कथन 2 असत्य है। 

(b) कथन । असत्य व कथन 2 सत्य है।

(c) दोनों कथन सत्य हैं।

(d) दोनों कथन असत्य है।


24. अति लघु साख कार्यक्रम को .............. ऋण प्रावधान के माध्यम से विस्तारित किया जाता है।

(a) स्वयं सहायता समूह 

(b) भूमि विकास बैंक

(c) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक

(d) नाबार्ड


25. निम्नलिखित कथनों को पढ़ें व सही विकल्प चुनें:

कथन ।: आकस्मिक दिहाड़ी श्रमिकों को स्थायी आधार पर काम पर रखा जाता है तथा उन्हें सामाजिक सुरक्षा लाभ भी मिलता है।

कथन 2: कार्य बल में रोजगार प्राप्त तथा बेरोजगार दोनों को शामिल किया जाता है।

विकल्पः

(a) कथन । सत्य तथा कथन 2 असत्य है।

(b) कथन । असत्य तथा कथन 2 सत्य है।

(c) दोनों कथन सत्य है।

(d) दोनों कथन असत्य हैं। 


26. कॉलम । व 11 में दिए गए कथनों के आधार पर असत्य युग्म का चयन कीजिए:




विकल्प :

(a) A-i

(b) B-ii

(c) C-iii

(d) D-iv


27. आयात प्रतिस्थापन्न नीति का प्रमुख उद्देश्य ............. था।

(a) उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन

(b) घरेलू उ‌द्योगों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाना  @

(c) आयात को बढ़ावा देना

(d) निजीकरण को विस्तारित करना



28. "स्वेज नहर के खुलने से भारत के विदेशी व्यापार पर ब्रिटिश एकाधिकारी नियंत्रण स्थापित करने में सहायता मिली थी।" वैधं तकों द्वारा किए गए कथन का औचित्य सिद्ध करे। 

उत्तर - 

  • स्वेज़ नहर के खुलने से ब्रिटेन और भारत के बीच चलने वाले जहाजों के लिए एक सीधा और छोटा व्यापार मार्ग उपलब्ध हो गया जिससे अफ्रीका का चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं रहो।
  • इस प्रकार इसने भारत के विदेशी व्यापार पर ब्रिटिश नियंत्रण को अधिक सुदृढ कर दिया क्योंकि परिवहन लागतें कम हो गई। 


                                अथवा


"ब्रिटिश शासन के दौरान रेलवे के विकास ने भारतीय संसाधनों के औपनिवेशिक शोषण को प्रोत्साहित किया।" वैध तर्कों द्वारा किए गए कथन का औचित्य सिद्ध करें।

उत्तर - 

  • ब्रिटिश शासन के दौरान रेलवे के विकास ने कृषि के व्यवसायिकरण को बढ़ावा दिया जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आत्मनिर्भरता कम हो गई। 
  • रेलवे के माध्यम से प्राथमिक उत्पादों को निकटतम बंदरगाहों तक पहुंचाया जाता था जिससे भारत की संपदा का दोहन हुआ। 


29. मानव पूंजी व मानव विकास में अतर स्पष्ट करें।


उत्तर -

  • मानव पूंजी को अवधारणा शिक्षा और स्वास्थ्य को उत्पादकता बढ़ाने का माध्यम मानती है। अर्थात् उत्पादकता बढ़ाने के लिए मानव केवल एक साधन मात्र है।इस अवधारणा के अनुसार शिक्षा व स्वास्थ्य पर किया गया निवेश अनुत्पादक है यदि उससे उत्पावन में वृद्धि न हो।
  • मानव विकास की धारणा के अनुसार शिक्षा और स्वास्थ्य मानव कल्याण के अभिन्न अंग है अर्थातमानव स्वंय ही साध्य है।


30. (क) विनिवेश का अर्थ स्पष्ट करें।

उत्तर -

  • सार्वजनिक क्षेत्रकों के उद्यमों द्वारा जनसामान्य को इक्विटी (शेयरों) की ब्रिक्री के माध्यम से निजीकरण को विनिवेश कहते हैं।




(ख) "भारत सरकार की नवरत्न नीति ने सार्वनिक उपक्रमों के प्रदर्शन को सुधारने में सहायता को है।" क्या आप इस कथन से सहमत हैं? मान्य तकों द्वारा अपने उत्तर की पुष्टि करें।

उत्तर -

  • यह कथन सत्य है। नवरत्न नीति के बाद से इन कंपनियों के निष्पादन में निश्चय ही सुधार आया है।
  • सरकार ने आशिक रूप से नवरत्न कंपनियों का निजिकरण कर दिया है जिसके कारण अब ये बिना अत्यधिक सरकारी हस्तक्षेप के कार्य कर रहीं हैं। 


31. (क) "भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सेवाकालीन शिक्षकों के प्रशिक्षण पर बहुत बल देती है।" दिए गए कथन के आलोक में किसी भी राष्ट्र के शिक्षा क्षेत्र के उत्थान में इस प्रकार के कार्य-स्थल पर प्रशिक्षण के कोई दो लाभों की व्याख्या करें।

उत्तर -

  • सेवाकालीन प्रशिक्षण अर्थात् कार्य स्थल पर प्रशिक्षण से शिक्षकों को कार्य कुशलता में वृद्धि होती है।
  • उन्हें शिक्षा क्षेत्र में आए बदलावों के विषय में पता चलता है जिससे वे अपनेशिक्षण कार्य का निष्पादन अधिक कुशलता से कर पाते हैं। जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि होती है। 


(ख) रोजगार रहित संवृद्धि से क्या अभिप्राय है?

उत्तर - 

  • जब सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर बढ़ती है परन्तु रोजगार वृद्धि दर में उस अनुपात में वृद्धि ना हो तो उसे रोजगारहीन संवृद्धि कहा जाता है।

                                

                                अथवा


मानव पूँजी निर्माण में शिक्षा की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।

उत्तर - 

मानव पूँजी निर्माण में शिक्षा की भूमिका

1. कौशल विकास

2. रोजगार के अवसर

3. आर्थिक विकास

4. सामाजिक लाभ

5. उत्पादकता में वृद्धि

6. असमानता में कमी



32. निम्नलिखित पाठ्य को ध्यान से पढ़े 

उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक और मध्य प्रदेश ने हाल के महीनों में कर्जदार किसानों द्वारा आत्महत्या की बढ़ती सख्या पर सार्वजनिक आक्रोश के बाद, रु. 99,600 करोड़ को कृषि ऋण माफी की घोषणा की है। लेकिन इस कदम को प्रमुख नीति-निर्माताओं ने संदेह के साथ पूरा किया है।

एनएसएस घरेलू ऋणग्रस्तता सर्वेक्षण के 70वें दौर के अनुसार, संपत्ति के सबसे कम पांच डेसाइल वर्गों के लिए गैर-संस्थागत क्रेडिट का औसत हिस्सा उन डेसाइल वर्गों के लिए बकाया क्रेडिट का 70 प्रतिशत से अधिक है। चूंकि सस्थागत ऋण संपत्ति के उच्च निर्णायक वर्ग वाले परिवारों के पक्ष में है. इसलिए ऋण माफी लाभार्थियों के साथ उत्तरार्द्ध का ओवरलैप बड़ा होने की संभावना है।

एनएसएस सर्वेक्षण से पता चलता है कि क्रेडिट के गैर-संस्थागत चैनल पेशेवर साहूकारों, जमीदारों, दोस्तों और रिश्तेदारों और दूसरों के बीच आगत आपूर्तिकर्ताओं-2012 में बकाया ग्रामीण ऋण का लगभग 44 प्रतिशत हिस्सा था।

कुल संस्थागत ऋण में वाणिज्यिक और सहकारी बैंकों का हिस्सा लगभग 25 प्रतिशत है, जो कुल ग्रामीण ऋण का 50 प्रतिशत तक है।

उपरोक्त पाठ्य और सामान्य समझ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दें।

(i) किसानों के लिए 'ऋण जाल' का क्या अर्थ है?

उत्तर -

  • छोटे किसान अक्सर साहूकारों/महाजनों से पैसे आयधिक उच्च ब्याज दरों पर उधार लेते हैं। बदले में उन्हें अक्सर साहूकारों को अपनी उपज बाजार मूल्य से कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर किया जाता है। इसके अतिरिक्त छोटे किसानों को बैंक ऋण लेने में कठिनाईहोती है। इन कारणों से किसान कर्ज के जाल में फसते जा रहे हैं।


(ii) भारत में ग्रामीण बैंकिंग प्रणाली की मुख्य सीमाओं की संक्षेप में चर्चा कीजिए।

उत्तर -  

भारत में ग्रामीण बैंकिंग प्रणाली की सीमाएं -

1. भारत जैसे विशाल देश में, संस्थागत वित्त के स्रोत अक्सर कृषि ऋण को आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपर्याप्त पाए जाते हैं। किसानों को अपनी ऋण संबंधी आवश्यकताओं के लिए, विशेष रूप से अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, निजी साहूकारों पर निर्भर रहना पड़ता है।

2. संस्थागत ऋण के वितरण में अक्सर क्षेत्रीय असमानताएँ देखी गई है।

3. ग्रामीण बैंकिंग बड़ी मात्रा में अतिदेय और डिफॉल्ट दर की समस्याओं से पीड़ित है।

4. बहुत अधिक जरूरतमंद और महत्वपूर्ण, छोटे और सींमात किसानों को संस्थागत ऋण का बहुत छोटा हिस्सा ही प्राप्त होता है। संस्थागत ऋण का एक बड़ा हिस्सा धनी किसानों द्वारा ले लिया जाता है।



33. (क) 'अनौपचारिक क्षेत्र के बजाय औपचारिक क्षेत्र में रोजगार उत्पन्न करना आवश्यक है।' मान्य तकों द्वारा इस कथन के औचित्य को सिद्ध करें। 

उत्तर - 

  • औपचारिक क्षेत्रक श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था के सभी लाभ मिलते हैं। इनकी कमाई अनौपचारिक क्षेत्रक श्रमिकों से अधिक होती है। इन्हें सभी लाभ जैसे श्रमिक मातृत्व लाभ, भविष्यनिधि, ग्रेच्युटी, पेंशन इत्यादि मिलता है। अतः अनौपचारिक क्षेत्र की बजाय औपचारिक क्षेत्र में रोजगार उत्पन्न करना आवश्यक है।


(ख) 'श्रम बल के आकस्मिकरण' (अनियतीकरण) से क्या अभिप्राय है? भारत में इसके होने के क्या कारण हैं?

उत्तर -

स्वरोजगार तथा नियमित वेतन से अनियत श्रम रोजगार की ओर जाने की प्रक्रिया को श्रमबल की आकस्मिकरण या अनियतीकरण कहा जाता है। 

इसके कारण है -  

(i) नियमित रोजगारों का कम वृद्धि दर 

(ii) पूंजी का अभाव 

(iii) श्रमबल संख्या में तीव्र वृद्धि।



34. (क) 'भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ विशेष अनुकूल परिस्थितियां है जिनके कारण यह विश्व का बाह्य प्रापण केन्द्र बन रहा है।' ये अनुकूल परिस्थितियाँ क्या हैं, स्पष्ट करें। 

उत्तर - 

(i) निम्न मजदूरी करें

(ii) कुशल श्रम शक्ति की उपलब्धता

(ii) आधुनिक संचार साधनों की उपलब्धता


(ख) 'सहायिकी किसानों को नई प्रौद्योगिकी का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित तो करती है पर उसका सरकारी वित्त पर भारी बोझ पड़ता है।' इस तथ्य को ध्यान में रखकर सहामिकी की उपयोगिता पर चर्चा करें। 

उत्तर - 

  • हालांकि उपदानों (सहायिकी) का सरकारी कोष पर अनावश्यक बोझ पड़‌ता है परन्तु सरकार को कषि सहायिकी जारी रखनी चाहिए क्योंकि भारत में कृषि एक बहुत जोखिम भरा व्यवसाय है।
  • अधिकांश किसान गरीब हैं और सहायिकी को समाप्त करने पर वे अपेक्षित आगतों का प्रयोग नहीं कर पाएंगे जिससे गरीब और अभीर किसानों के बीच असमानता बढ़ेगी और समता के लक्ष्य का उल्लघन होगा।

                            अथवा

(क) क्या बाह्य प्रापण भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है? विकसित देश इसका विरोध क्यों कर रहे हैं?

उत्तर - 

  • बाह्य प्रापण निश्चित रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है क्योंकि इससे भारत के शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के अनेक अवसर उत्पन्न होते हैं।
  • यही नहीं, यह भारत के सकल घरेलू उत्पाद और आर्थिक वृद्धि दर को बढ़ाने में सहायक है।
  • विकसित देशों की सरकारे इसका विरोध इसलिए कर रही हैं क्योंकि उनके देश के रोजगार की कीमत पर भारत में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। 

 

(ख) औद्योगिक नीति प्रस्ताव, 1956 में भारतीय उद्योगों के लिए किए गए परिवर्तनों की संक्षिप्त रूप से चर्चा करें। 

उत्तर - 

(i) उद्योगों का तीन वर्गों में विभाजन

(ii) उद्योगों के लिए लाइसेंसिग का प्रावधान

(iii) लघु उद्योगों के लिए आरक्षण





EVENING SHIFT


 खण्ड-क (समष्टि अर्थशास्त्र)


1. निम्नलिखित में से गलत समीकरण पहचानिए :

(यहाँ GDPMIP = बाजार कीमत पर सकल घरेलू उत्पाद,

NDPMP = बाजार कीमत पर निवल घरेलू उत्पाद

GNPMP = बाजार कीमत पर सकल राष्ट्रीय उत्पाद

NDPFC = कारक लागत पर निवल घरेलू उत्पाद

NNPFC = कारक लागत पर निवल राष्ट्रीय उत्पाद

GNP FC = कारक लागत पर सकल राष्ट्रीय उत्पाद)

(a) GDPMP=NDPMP + मूल्यह्रास

(b) GNPMP GDPMP + विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय

(c) NDPFC = NNPFC शुद्ध अप्रत्यक्ष कर 

(d) NNPFC = GNPFC - मूल्यहास



2. निम्नलिखित में से मुद्रा पूर्ति (M₁) की सही विशेषता/विशेषताओं की पहचान कीजिए:

(i) यह एक प्रवाह अवधारणा होती है।

(ii) इसमें केन्द्रीय बैंक व सरकार के पास रखी मुद्रा को शामिल किया जाता है।

(iii) इसके मुख्य घटक जनता द्वारा रखी गई मुद्रा और वाणिज्यिक बैंकों के पास लोगों की मांग जमा हैं। D

विकल्पः

(a) (i) और (ii)

(b) (ii) और (iii)

(c) केवल (i)

(d) केवल (iii)



3. लुप्त आंकड़ों की पहचान कीजिए व सही विकल्प का चयन कीजिए:


विकल्प :

(a) 100,90,9000, 10000

(b) 100,810, 10000, 9000

(c) 90,810, 10000, 9000

(d) 90,810, 9000, 10000


4. निम्नलिखित कथनों को ध्यानपूर्वक पढ़े 


कथन 1 : एक द्वि-क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में सकल घरेलू उत्पाद सदैव शुद्ध घरेलू उत्पाद के बराबर होता है।

कचन 2 : एक द्वि-क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में शुद्ध अप्रत्यक्ष कर सदैव शून्य होते हैं।

सही विकल्प का चयन कीजिए:

(a) कथन। सत्य है तथा कथन 2 असत्य है।

(b) कथन। असत्य है तथा कथन 2 सत्य है। 

(c) कथन 1 व 2 दोनों सत्य हैं।

(d) कथन 1 ब 2 दोनों असत्य हैं।



5. "श्री वर्मा द्वारा लिए गए ऋण की EMI (मासिक किस्तों) का भुगतान।" उपरीक्त कथन से मुद्रा के सांकेतिक कार्य की पहचान कीजिए। 1

(a) विनिमय का माध्यम

(b) मूल्य का संचय

(c) खाते की इकाई

(d)  विलंबित  भुगतान का मानक 


6. कॉलम । व कॉलम II में दिए गए कथनों के आधार पर सही युग्म की पहचान कीजिए-


विकल्प :

(a) A-i

(b) B-ii

(c) C-iii

(d) D-iv


7. निम्नलिखित तालिका को पूर्ण करने बाले सही विकल्प का चयन करें :


विकल्प :

(a) 500, 700, 3700, 2000

(b) 500, 700, 2000, 3700

(c) 500, 1200, 3700, 2000

(d) 500, 1200, 2000, 3700


8. जब एक देश की घरेलू सीमा में उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को की कीमतों के आधार पर ज्ञात किया जाता है तो उसे मौद्रिक GDP (सकल घरेलू उत्पाद) कहते है

(a) आधार वर्ष

(b) चालू वर्ष 

(c) दोनों A और B

(d) दोनों A और B में से कोई नहीं


9. 'वार्षिक बजट 2021-22 में भारत सरकार ने ऋण और अग्रिम राशि की वसूली का लक्ष्य रु. 30,000 करोड़ रखा है।' इस प्रकार की प्राप्तियों को सरकारी बजट में ......... प्राप्तियों के तौर पर वर्गीकृत किया जाता है क्योंकि इनके इनक कारण सरकार की ...........

(a) पूंजीगत, परिसम्पत्तियां घटती है।

(b) राजस्व, परिसम्पत्तियां यढ़‌ती है।

(c) पूंजीगत, देयताएं बढ़‌ती हैं।

(d) राजस्व, देयाताएं घटती है।


10. यदि सरकारी बजट में राजस्व घाटे का मूल्य रु. 200 करोड है, पूंजीगत व्यय का मूल्य रु. 8000 करोड़ है तथा गैर-ऋण पंजीगत प्राप्तियाँ रु. 7200 करोड़ है, तो राजकोषीय घाटे का मूल्य होगा। 

(a) 7200 करोड़

(b) 600 करोड़

(c) 1000 करोड़ 

(d) 800 करोड़


11. 'बाह्यताओं को सकल घरेलू उत्पाद की कल्याण के सूचक की एक सीमा के तौर पर समझाइए।

उत्तर -

  • बाह्यताएँ वे हानि या लाभ हैं जो एक पक्ष द्वारा किया जाता है लेकिन वितीय रूप से दूसरे पक्ष द्वारा वहन या प्राप्त नहीं किया जाता है। 
  • बाह्यताएं नकारात्मक या सकारात्मक हो सकती है।
  • उत्पादन से GDP में वृद्धि है परन्तु यदि इसे नकारात्मक बाह्यनाएँ उत्पन्न हो तो कल्याण में कमी आती है और यदि सकारात्मक बाह्यताएँ उत्पन्न हो तो कल्याण में होने वाली वृद्धि GDP की वृद्धि से अधिक होगी।

            अथवा

यदि सरकार पेट्रोल और डीज़ल के विक्रय को प्रतिबंधित कर दे, तो इसका सकल घरेलू उत्पाद तथा कल्याण पर क्या संभावित प्रभाव होगा? संक्षिप्त में समझाइए।

उत्तर -

  • पेट्रोल डीजल के विक्रय पर प्रतिबंध से कल्याण का स्तर निश्चित रूप से बढ़ेगा क्योंकि इससे प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी। परन्तु GDP का स्तर संभवत घट जाएगा। 


12. "साख सृजन व नकद जमाओं में धनात्मक संबंध है।" इस कथन की पुष्टि एक काल्पनिक उदाहरण की सहायता से कीजिए।

उत्तर -

  • साख सूजन और नकद जमा में सकारात्मक संबंध है।
  • कुल सूजित साख [1/ आरक्षित अनुपात (RR)] × नकद जमा
  • मान लेते हैं, नकद जमाएं 100 रुपये है और RR 10%, तो कुल साख का सूजन रु. 1000 होगा।
  • यदि जमाएं 200 रुपये हो तो साख सूजन बढ़ कर 2000 रुपये हो जाएगा। 



13. क्या राजस्व घाटा न होते हुए भी सरकारी बजट में राजकोपीय घाटा हो सकता है? अपने उत्तर को मान्य तकों से सिद्ध करें।

उत्तर -

  • राजस्व घाटा न होते हुए भी राजकोषीय घाटा हो सकता है।
  • राजकोषीय घाटा = राजस्व घाटा + (पूंजीगत व्यय - गैर पूंजीगत प्रप्तियां)
  • यदि राजस्व घाटा न हो, परन्तु पूंजीगत व्यय गैर ऋण पूंजीगत प्राप्तियों से अधिक हो तो बजट में राजकोषीय घाटा हो सकता है।



14. 'सरकार ने निर्धनों को शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी निःशुल्क सेवाएँ प्रदान करने पर अधिक व्यय करना प्रारंभ कर दिया है।' उपरोक्त कथन के आलोक में बजट उद्देश्य व उसके संभावित परिणामों की पहचान व व्याख्या करे।

उतर - 

  • इस कार्य के द्वारा सरकार आय का पुनर्वितरण अर्थात् आय को असमानताओं को कम करने के उद्देश्य को प्राप्त करना चाहती है। 
  • निर्धनों को शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधाएं निःशुल्क प्रदान करने से निर्धनों की कुशलता में वृद्धि होगी जिससे वे अच्छे रोजगार पाकर वह अपनी आय में वृद्धि कर पाएँगे। 

                            अथवा

प्रधानमन्त्री जी के 'Give it up' अभियान की अपील के प्रत्युत्तर में कई भारतीय परिवारों ने स्वेच्छा से रसोई गैस उपदान का त्याग कर दिया है ताकि ग्रामीण निर्धन परिवारों को गैस सिलेंडर दिया जा सके। भारत सरकार के इस कार्य के पीछे के उद्देश्य की पहचान व व्याख्या करें।

उत्तर -

इस कार्य / अभिमान द्वारा सरकार आय का पुनर्वितरण अर्थात आय की असमानता को कम करने के उद्देश्य को प्राप्त करना चाहती है। 1



15. निम्नलिखित आंकड़ों के आधार पर 'शुद्ध निर्यात' का मूल्य ज्ञात करें।

                                            (रु लाखों में)


(i) बिक्री                                   7000

(ii) शुद्ध स्थिर पूंजी निर्माण            300

(iii) मध्यवतों उपभोग                   3300

(iv) मूल्यहास                            200

(v) स्टॉक में परिवर्तन                   500

(vi) निजी अंतिम उपभोग व्यय       1100

(vii) सरकारी अंतिम उपभोग व्यय  900

(viii) शुद्ध अप्रत्यक्ष कर               440


Solution :- 

GDP mp= बिक्री + स्टॉक में परिवर्तन - मध्यवर्ती उपभोग

=7000-500-3300

=4200 लाख

[ शुद्ध निर्यात = GDP mp - निजी अंतिम उपभोग व्यय - सरकारी अंतिम उपभोग व्यय- (शुद्ध स्थिर पूजी निर्माण + मूल्यह्रास) - स्टॉक में परिवर्तन ]

= 4200-1100-900-(300-200)-500

= 1200 लाख



16.(क) केन्द्रीय बैंक के 'सरकार का बैंक, एजेंट व वित्तीय सलाहकार' कार्य की व्याख्या करें।

उत्तर -

  • केन्द्रीय बैंक सरकार के लिए बैंकर, एजेंट और सलाहकार के रूप में कार्य करता है। यह सरकार के लिए धन (जमाए) स्वीकार करता है और भुगतान करता है। आपातकालीन स्थिति में सरकार को अल्पावधि ऋण आबंटित करता है और आर्थिक मामलों पर सरकार को सलाह देता है।


16 (ख) खुले बाजार की क्रियाओं से क्या तात्पर्य है? ये क्रियाएं मुद्रा पूर्ति को किस प्रकार प्रभावित करती हैं? विस्तारपूर्वक समझाइए।

उत्तर -

  • केन्द्रीय बैंक द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों को आम जनता को बेचने या खरीदने की प्रक्रिया को खुले बाजार की क्रियाएं कहते हैं। 1
  • सरकारी प्रतिभूतियों आम जनता को बेचने पर मुद्रा पूर्ति का संकुचन होता है और उनसे खरीदने पर मुद्रा पूर्ति का विस्तार होता है।

                        अथवा

कोविड-19 के दौरान RBI की दर निर्धारिण समिति ने बैंचमार्क ऋण दर को 1% से भी अधिक से कम किया। समिति ने कोविड-19 के अर्थव्यवस्था पर होने वाले प्रभाव को रद्द करने के लिए ऐसा किया।

दिए गए गद्य व सामान्य समझ के आधार पर निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

(क) उपर्युक्त गद्य में दर्शाए गए मुद्दे को पहचानिए व चर्चा कीजिए।

उत्तर -

  • दिए गए गद्य में कोविड-19 द्वारा उत्पन्न आर्थिक संकट को बताया गया है जिसमें आर्थिक संवृद्धि की दर घटने और बेरोजगारी बढ़ने की अत्यधिक संभावनाएं थीं। ऋण दर के घटने से लोगों के लिए ऋण की लागत घटेगी जिससे मुद्रा पूर्ति का विस्तार होगा।


(ख) यदि समिति ने उक्त दर में वृद्धि की होती, तो मुद्रा पूर्ति पर होने वाले संभावित परिणाम की चर्चा कीजिए।

उत्तर -

  • यदि समिति ने ऋण दर में वृद्धि की होती. तो लोगों के लिए ऋण प्राप्त करने की लागत बढ़ जाती जिससे ऋणों का प्रवाह अर्थव्यवस्था में कम हो जाता हो मुद्रा पूर्ति संकुचित हो जाती।


17.(क) 'आय की दोहरी गणना' की समस्या को एक संख्यात्मक उदाहरण की सहायता से स्पष्ट कीजिए।

उत्तर -

  • राष्ट्रीय आय का आकलन करते हुए किसी वस्तु के मूल्य को एक से अधिक बार गिनने को दोहरी, गणना कहते हैं। इससे उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य का अधि-आकलन हो जाता है।


(ख) स्टॉक व प्रवाह अवधारणाओं के बीच अंतर स्पष्ट करें। दोनों के दो-दो उदाहरण लिखें।

उत्तर -

  • स्टॉक एक समय बिंदु पर था निश्चित समय पर मापा जाने वाला चर है। इसका कोई समय काल नहीं होता। जैसे - पूंजी, संपत्ति।
  • प्रवाह वह चर है जो एक निश्चित समय अवधि पर मापा जाता है। इसका समय काल होता है। जैसे - पूंजी निर्माण, आय इत्यादि



 खण्ड-ख 

 

( भारतीय आर्थिक विकास )


18. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए अधिकचन (A) और कारण (R) तथा दिए गए विकल्यों में से सही विकल्प का चयन कीजिए।

अधिकचन (A): ब्रिटिश राज के दौरान अंग्रेजो के युद्धों पर व्यय तथा अदृश्य मदों के आयातों पर व्यय से भारत की संपदा का दोहन हुआ।

कारण (R): ब्रिटिश शासन के अंतर्गत निर्यात अधिरोष का बड़ा आकार रहा।

विकल्प -

(a) अभिकचन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है और कारण (R), अभिकधन (A) को सही व्याख्या करता है।

(b) अभिकधन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है पर कारण (2) अभिकथन (A) को सही व्याख्या नहीं करता है। 

(c) अभिकधन (A) साथ है लेकिन कारण (४) असत्य है।

(d) अधिकचन (A) असत्य है परन्तु कारण (R) सत्य है।


19. पशुपालन में भारतीय अर्थव्यवस्था में किस का अंश सर्वाधिक है?

(a) मवेशी और भैंसे

(b) मुर्गी पालन   

(c) भेड़े और बकरियों

(d) ऊँट, गधे और घोड़े


20. निम्नलिखित विकल्पों में से उत्पादक गतिविधियों के विविधिकरण के असत्य उद्देश्य की पहचान कीजिए - 

(a) खेती से जोखिम को कम करना

(b) ग्रामीण जन समुदाय को वैकल्पिक धारणीय आजीविका के अवसर उपलब्ध कराना

(c) ग्रामीण कृपकों को खेती से हटाकर अन्य कार्यों में संलग्न करना। 

(d) ग्रामीण जन समुदाय को कृषि के साथ-साथ गैर कृषि क्षेत्रों में लाभप्रद रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना।


21. निम्न में से कौन-सी एक पूंजीवादी अर्थव्यवस्था की विशेषता नहीं है?

(i) सभी समस्याओं का निवारण मांग व पूर्ति की बाजार शक्तियों द्वारा किया जाता है।

(ii) उत्पादित वस्तुओं का वितरण विभिन्न व्यक्तियों को आवश्यकता के अनुसार होता है।

(iii) अधिकतम लाभ कमाना मुख्य उद्देश्य होता है।

(iv) संसाधनों पर सरकार और बाजार, दोनों का नियंत्रण होता है।

विकल्प-

(a) (i) और (ii)

(b) (ii) और (iii)

(c) (ii) और (iv)

(d) केवल (iv)


22. निम्नलिखित में से कौन-सा कृषि विपणन प्रणाली का एक घटक नहीं है-

(a) भडांरण

(b) प्रसंस्करण

(c) उत्पादन

(d) परिवहन


23. निम्नलिखित कथनो को पढ़कर सही विकल्प चुनिए

कथन ।: ब्रिटिश शासन काल में कुल कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई।

कथन 2: कृषि उत्पादन में वृद्धि ब्रिटिश सरकार द्वारा अपनाए गए भूमि सुधारों के कारण हुआ।

विकल्प

(a) कथन। सत्य व कथन 2 असत्य है।

(b) कथन । असत्य व कथन 2 सत्य है।

(c) दोनों कथन सत्य हैं।

(d) दोनों कथन असत्य हैं


24. फेरल प्रांत में महिलाओं की ओर उन्मुख एक निर्धनता निवारक सामुदायिक कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसका नाम है।

(a) चनया

(b) स्वयं सहाभया समूह 

(c) अतिलघु सास कार्यक्रम

(d) मुटुंब श्री


25. निम्नलिखित कथनों को पड़े व सही विकल्प का चयन करें: 

कथन ।: भारत के शहरी क्षेत्रों का श्रमिक जनसंख्या अनुपात ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक है। 

कथन 2 जो अपने उद्यम के स्वामी और संचालक है, उन्हें निर्मागत येतन भोगी कर्मचारी कहा जाता है। 

विकल्पः

(a) कथन। सत्य तथा कथन 2 असत्य है।

(b) कथन । असत्य तथा कथन 2 सत्य है।

(c) दोनों कथन सत्य है।

(d) दोनो कथन असत्य है।


26. कॉलम । व 11 में दिए गए कथनों के आधार पर असत्य युग्म का चयन कीजिए:

कॉलम।                                    कॉलम ।।

(A) डॉ. बी.के.आर.बी. राय  (i) राष्ट्रीय तथा प्रतिव्यक्ति आय का आकलन

(B) बर्नीयर                       (ii) चीनी यात्री

(C) जवाहर लाल नेहरू         (iii) योजना आयोग के प्रथम अध्यक्ष

(D) पी.सी. महालनांविस     (iv) भारतीय योजना के निर्मात

विकल्प:

(a) A-i

(b) B-ii

(c) C-iii

(d) D-iv



27. भू-सुधार कार्यक्रमों को केवल कुछ ही राज्यों में सफलता मिल पाई। अन्य प्रांतो की सरकारों में प्रतिबद्धता के अभाव के कारण भू-सुधार सफल नहीं हो पाए। किन राज्यों में भू-सुधार सफल हुए? 1

(a) केरल व पंजाब

(b) पश्चिम बंगाल व कर्नाटक

(c) केरल व पश्चिम बंगाल

(d) पंजाब य तमिलनाडु



28. 'औपनिवेशक काल में विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रकों में लगे कार्यशील श्रमिकों के आनुपातिक विभाजन में परिवर्तन के बहुत कम संकेत दिखे।' इस कथन के आलोक में ब्रिटिश शासन काल में व्यावसायिक संरचना की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

उत्तर -

व्यावसामिक संरचना की ब्रिटिश शासन काल में निम्न विशेषताएँ थीं -

(i) कृषि का प्रभुत्व 70-75% श्रमबल कृषि में सलग्न था जबकि विनिर्माण तथा सेवा क्षेत्रको में 10% तथा 15% जन समुदाय को रोजगार मिल रहा था।

(ii) क्षेत्रीय विषमताएँ पंजाब, राजस्थान, उड़ीसा क्षेत्रों में कृषि श्रमिकों के अनुपात में वृद्धि आँकी गई जबकि मद्रास प्रेसीडेंसी, मुबई, बगाल में विनिर्माण और सेवा क्षेत्रकों का महत्व D बढ़ा।

                            अथवा

'औपनिवेशक सरकार द्वारा अपनाई गई प्रतिबंधकारी नौतियों का भारत के विदेशी व्यापार की संरचना, स्वरूप व आकार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।' वैध तकों द्वारा दिए गए कथन का औचित्य सिद्ध करें।

कथन -

कथन सत्य है।

(i) भारत कच्चे उत्पाद का निर्यातक तथा अंतिम उपभोक्ता वस्तुओं का आयातक होकर रह गया।

(ii) इंग्लैंड ने भारत के विदेशी व्यापार पर अपना एकाधिकार जमाए रखा।

(iii) हालांकि निर्यात अधिशेष का आकार बढ़ा परन्तुः इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को कोई लाभ नहीं पहुंचा बल्कि भारतीय संपदा का दोहन हुआ। 


29. मानव पूजी व आर्थिक संवृद्धि के संबंध को स्पष्ट करें।

उत्तर -

  • मानव की संवर्धित उत्पादकता अर्थात् मानव पूजी न केवल श्रम की उत्पादकता बढ़ाती है बल्कि यह साथ ही साथ परिवर्तन को प्रोत्साहित कर नवीन प्रौद्योगिकी को आत्मसात करने की क्षमता विकसित करती है। 
  • अतः मानव पूंजी में वृद्धि के कारण आर्थिक संवृद्धि होती है। न केवल इतना बल्कि आर्थिक संवृद्धि भी मानव पूजी निर्माण में सहायक है।


30. आयात प्रतिस्थापन्न नीति का अर्थ और उद्देश्य स्पष्ट करें। इस नीति को किन संरक्षणों द्वारा लागू किया गया?

उत्तर - 

  • आयात प्रतिस्थापन्न नीति एक अन्तर्मुखी व्यापार नीति है जिसका उद्देश्य आयात के बदले घरेलू उत्पादन द्वारा पूर्ति करना है। इस नीति द्वारा सरकार ने विदेशी प्रतिस्पर्धा से घरेलू उद्योगों की रक्षा की।

आयात संरक्षण दो प्रकार के थे- 

  • प्रशुल्क एवं कोटा। 
  • प्रशुल्क आयातित वस्तुओं पर लगाया गया कर है जो आयात को महंगा कर देती है। कोटा के द्वारा वस्तुओं के आयात को मात्रा निर्दिष्ट की जाती है। 


31. (क) शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकारी हस्तक्षेप क्यों अनिवार्य है? कोई तीन कारण लिखिए।

उत्तर -


(i) शिक्षा और स्वास्थ्य पर व्यय दीर्घकालिक प्रभाव डालते है और उन्हें आसानी से नहीं बदला जा सकता अतः सरकारी हस्तक्षेप अनिवार्य है।

(ii) सरकारी हस्तक्षेप के अभाव में निजी संस्थान उपभोक्ताओं का शोषण करेगी तथा अधिक कीमत वसुलेगी।

(iii) निर्धन परिवारों को भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हस्तक्षेप जरूरी है।


(ख) कौन-सी सरकारी संस्थाएं भारत में शिक्षा क्षेत्र को सुविधाएँ उपलब्ध करवाती है?

उत्त्तर -

  • संघ व राज्य स्तर पर शिक्षा मंत्रालय, NCERT, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, इत्यादि ।

                   अथवा

जैविक कृषि क्या है? पर्यावरण संतुलन को स्थापित करने में इसकी क्या भूमिका है?

उत्तर -

  • जैविक कृषि खेती करने की वह पद्धति है जो पर्यावरणीय सतुलन को पुनः स्थापित करके उसको संरक्षण व संवर्धन करती है। यह एक रसायन मुक्त खेती है।
  • अत्यधिक रसायनों के उपयोग से विषाक्त तत्व हमारे खाद्य पूर्ति व जल स्त्रोतों को नकारात्मक रुप से प्रभावित करते हैं। पशुधन की हानि भी होती है। साथ ही मृदा की उर्वरता क्षीण हो जाती है। और पर्यावरण को विनाश हो जाता है। जैविक कृषि इन सभी दुष्परिणामों से हमारी रक्षा करती है।


32. निम्नलिखित पाठ्य को ध्यानपूर्वक पढ़िये और उसके आधार पर नीचे दिए गए प्रश्नों का उत्तर दीजिए

भारत के प्रमुख राज्यों में बिहार की प्रति व्यक्ति आय सबसे कम है और जातिगत आधार पर विखंडित सामाजिक संरचना के साथ गरीबी की दर उच्च है। इसके अलावा बिहार में भूमि जोत का औसत आकार राष्ट्रीय औसत 157 हेक्टेयर की तुलना में 0.75 हेक्टेयर है। कुल भूमि जोत का लगभग 91% हिस्सा छोटे और सीमांत खेतों का है, जिसने कृषि की व्यवहार्यता को प्रभावित किया है। इसके साथ ही आगतों की उच्च लागत, ऋण की अनुपलब्धता और अत्यधिक अकुशल विपणन चैनलों के संदर्भ में अन्य बाधाएं भी हैं। इस परिदृश्य में किसान ग्राम स्तर के बिचौलियों को उपज चंच रहे हैं। राज्य में अधिकांश ग्रामीण हाट कंवल भूमि की पट्टियाँ है जहाँ उत्पादक और खरीदार कुछ घंटों के लिए मिलते हैं। फलों और सब्जियों के व्यापार के मामले में भी अधिकांश ग्रामीण हाटों में व्यावहारिक रूप से कोई बुनियादी ढाँचा उपलब्ध नहीं है। यह भी देखा गया है कि फलों और सब्जियों के अधिशेष का बड़ा भाग APMC मंडियों के बाहर विचौलियों के प्रभुत्य के साथ व्यापार किया जाता है। इस परिदृश्य में किसान संगठन उत्पादकों को सौदेबाजी की शक्ति को बढ़ाने के लिए स्वयं सहायता समूहों किसान संघों फलों और सब्जियों के विपणन के लिए एक व्यवहार्य विकल्प हो सकता है। इस प्रकार ग्रामीण स्तर पर बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए उपज का एकत्रीकरण, फसल कटाई के बाद प्रबंधन और ग्रामीण स्तर पर कृषि प्रसंस्करण राज्य सरकार की योजना में एक महत्वपूर्ण पहला कदम होगा।

फसलों के लिए वैकल्पिक विपणन चौनल को बढ़ावा देने के लिए राज्य में बागवानी विपणन महासंघ की स्थापना की जा सकती है। महासंप ग्रामीण स्तर पर प्राथमिक बागवानी सहकारीसमितियों को बढ़ावा दे सकता है। इस मॉडल को सफलतापूर्वक देश के कर्नाटक और महाराष्ट्र आदि राज्यों में लागू किया गया है, चूंकि राज्य में अधिकांश उत्पादक छोटे और सीमांत श्रेणी में हैं इसलिए यह मॉडल ग्रामीण स्तर पर एकत्रीकरण के लिए उपयोगी हो सकता है। यह किसान सदस्यों के लिए बुनियादी ढांचे, तकनीकी मार्गदर्शन एवम आगत-बाजार की जानकारी फसल कटाई के बाद का प्रशिक्षण और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान करने के मामले में फायदेमंद हो सकता है।

स्रोत- अनुसंधान रिपोर्ट 2011-12, कृषि विपणन और बाजार अवसंरचना में निवेश राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (NIAM)।

उपरोक्त पाठ्य और सामान्य समझ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दें।


(i) सीमांत किसानों के समक्ष आने वाली किन्हीं तीन समस्याओं को सूचीबद्ध कीजिए।

 समस्याएं

  • अपर्याप्त बुनियादी ढांचा
  • मार्केटिंग की समस्या
  • उपयुक्त कृषि नीति का अभाव।
  • ऋण की अनुपलब्धता गरीबी की उच्च दर
  • बिचौलियों का प्रभुत्व


(ii) उपरोक्त कैस के अनुसार वैकल्पिक विपणन प्रणाली के माध्यम से समस्याओं को हल करने के लिए क्या उपाय सुझाए गए है?

  • उपाय समुचित बाजार श्रृंखला तथा पर्याप्त बुनियादी ढांचा
  • समुचित मार्केटिंग की व्यवस्था
  • उचित मूल्य निर्धारण
  • ग्रामीण स्तर पर बुनियादी ढाँचे की स्थापना के लिए उपज का एकत्रीकरण, फसल कटाई के बाद प्रबंधन और ग्रामीण स्तर पर कृषि प्रसंस्करण

  • किसान संगठन उत्पादकों को सौदेबाजी की शक्ति को बढ़ाने के लिए स्वयं सहायता समूहों/किसान संघों


33. (क) '1990 के दशक के अंतिम वर्षों में एक चिंताजनक घटनाक्रम उपस्थित हुआ था जिसे रोजगारहीन संवृद्धि का नाम दिया गया।' इस कथन के संदर्भ में रोजगारहीन संवृद्धि का अर्थ स्पष्ट करें। भारत जैसे राष्ट्र के लिए यह चिंता का विषय क्यों है?

उत्तर -

  • 1990 के दशक के अतिम वर्षों में रोजगार वृद्धि दर कम होकर उसी स्तर पर पहुंच गई जहाँ यह योजना काल के प्रारंभिक चरणों में थी। 
  • इन्हों वर्षों में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर में काफी बढ़ोतरी हुई जिससे घरेलू उत्पाद और रोजगार की वृद्धि दरों के बीच काफी बड़ा अंतर आ गया। इसी घटनाक्रम को रोजगार हीन संवृद्धि कहा गया है। 
  • भारत जैसे श्रम बहुल राष्ट्र के लिए यह निश्चित रूप से बिता का विषय है क्योंकि इससे D बेरोजगारी की समस्या का विस्तार होगा।


(ख) श्रम बल के अनौपचारिकरण से क्या तात्पर्य है? भारत में इसके होने के क्या कारण है?

उत्तर -

  • औपचारिक क्षेत्रक श्रमिकों के अनुपात में कमी तथा अनौपचारिक क्षेत्रक श्रमिकों के अनुपात में वृद्धि को श्रमबल का अनौपचारिकरण कहते हैं।
  • श्रम बल संख्या में तीव्र वृद्धि और औपचारिक क्षेत्र में रोजगारों के अभाव के कारण यह हो रहा है।


34. (क) नई आर्थिक नीति, 1991 के अंतर्गत कर व्यवस्था में किए गए सुधारों की व्याख्या करें।

उत्तर -

(1) प्रत्यक्ष करों की दरों में निरंतर कमी

(2) अप्रत्यक्ष करों का एकीकरण

(3) कर-भुगतान की प्रक्रियाओं का सरलीकरण


(ख) 'रोजगार सृजन की दृष्टि से योजना उद्देश्य के रूप में आधुनिकीकरण विरोधाभास पैदा करता है।' क्या आप इस कथन से सहमत हैं? उचित तकों द्वारा अपने उत्तर की पुष्टि करें।

उत्तर -

  • नहीं, यह कथन सत्य नहीं है। 
  • आधुनिकीकरण रोजगार सृजन का विरोधी नहीं बल्किदीर्घकाल में दोनों के बीच एक सकारात्मक संबंध है। आधुनिकीकरण से उत्पादकता में वृद्धि होगी जिससे जन समुदाय की आय बढ़ेगी। 
  • बढ़ी हुई आय माँग को बढ़ाएगी जिसके लिए उत्पादन को बढ़ाने की आवश्यकता होगी। बस कारण नए रोजगारी का सूजन होगा। 

                            अथवा

(क) नई आर्थिक नीति, 1991 के अंतर्गत वितीय क्षेत्रक सुधारों की व्याख्या करें।

(i) रिजर्व बैंक की भूमिका में बदलाव नियंत्रक के स्थान पर सुविधाप्रदाता

(ii) विदेशी व निजी बैंकों को पदार्पण का अवसर

(ii) बैंकिंग क्षेत्र के विस्तार को अनुमति


(ख) 'समानता के बिना आर्थिक संवृद्धि एक अवांछनीय उद्देश्य है।' आर्थिक नियोजन के उद्देश्यों के संदर्भ में उपरोक्त कथन की पुष्टि मान्य तकों द्वारा करें।

उत्तर -

समानता व संवृद्धि भारतीय नियोजन के दो प्रमुख उद्देश्य है।

  • जहाँ संवृद्धि का अर्थ सकल उत्पाद वृद्धि है वहीं समता का अर्थ आय के न्यायपूर्ण वितरण से है ताकि आर्थिक संवृद्धि का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंच सके। 
  • यदि ऐसा न हो और आर्थिक संवृद्धि का प्रभाव केवल धनाड्य वर्ग तक ही सीमित रहे तो आप की असमानताएँ और बढ़ेगी तथा यह अर्थव्यवस्था के लिए श्रेयस्कर नहीं होगा

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