MORNING SHIFT |
MID-TERM EXAMINATION (2024-25)
CLASS: XI
SUBJECT: GEOGRAPHY (029)
समय: 3 घंटे
सामान्य-निर्देशः
1. इस प्रश्न पत्र में, प्रश्नों की कुल संख्या 30 है। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
2. प्रश्न पत्र पाँच खण्डों में विभाजित किया गया है क, ख, ग, घ एवं ङ।
3. खण्ड 'क' में प्रश्न संख्या 1 से 17 तक बहुविकल्पीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न । अंक का है।
4. खण्ड 'ख' में प्रश्न संख्या 18 व 19 स्रोत आधारित प्रश्न हैं।
5. खण्ड 'ग' में प्रश्न संख्या 20 से 23 तक लघु उत्तरीय प्रकार के प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 80 से 100 शब्दों में होना चाहिए।
6. खण्ड 'घ' में प्रश्न संख्या 24 से 28 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं, प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का है। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 120-150 शब्दों में होना चाहिए।
7. खण्ड 'ङ' में प्रश्न संख्या 29 व 30 मानचित्र सम्बन्धित हैं जो कि क्रमशः भौगोलिक विशेषताओं क्रमशः पहचान तथा स्थान निर्धारण करने और उनके नाम लिखने से सम्बन्धित हैं। प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का है।
8. दिए गए भारत और विश्व के रेखा मानचित्रों को भरकर उत्तर पुस्तिका में नत्थी कीजिए।
खंड-क
प्रश्न संख्या 1 से 17 बहुविल्पीय प्रश्न है।
1. जब पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति हुई तो निम्नलिखित में से कौन-सी गैस स्वतंत्र रूप में बहुत कम थी?
(a) नाइट्रोजन
(b) ऑक्सीजन
(c) अमोनिया
(d) मीथेन
2. दिए गए कथन को पढ़िए तथा प्रश्न का उत्तर दीजिए।
"वह प्रक्रिया जिससे पृथ्वी के भीतरी भाग से गैसें धरती पर आई है-
उपर्युक्त कथन किस प्रक्रिया से संबंधित है?
(a) वाष्पीकरण
(b) विभेदन
(c) वाष्पोत्सर्जन
(d)गैस उत्सर्जन
3. निम्नलिखित में से किस सिद्धांत को "विस्तारित ब्रह्मांड परिकल्पना" के नाम से जाता है?
(a) नीहारिका
(b)चपटी पृथ्ठी
(c) स्थिर अवस्था
(d)बिग बैंग
4. नीचे दिए गए युग्मों में से कौन सा युग्म सही है?
(सिद्धांत/संकल्पना) (प्रर्वतक)
(a) प्लेट विवर्तनिकी अल्फ्रेड वेगनर
(b) महाद्वीपीय विस्थापन हंस
(c) संवहन धारा आर्थर होम्स
(d) सागरीय अधस्तल विस्तार मोरगन
5. निम्नलिखित अभिसरण सीमा की विशेषताओं को ध्यानपूर्वक पढ़िए व सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
(I) जब एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे धंसती है।
(II) जहाँ भूपर्पटी नष्ट होती है।
(III) न तो नई पर्पटी का निर्माण होता है और न ही पर्पटी का विनाश होता है।
(IV) यह तीन प्रकार से हो सकता है।
विकल्प
(a) केवल I,II व IV सही है |
(b) केवल I,III व IV सही है।
(c) कंवल II, III व IV सही है।
(d) कंवल I,II व III सही है।
6. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए एवं दिए गए विकल्पों की सहायता से सही उत्तर का चयन कॉजिए।
I. मध्य महासागरीय कटकों के साथ साथ ज्वालामुखी उद्गार सामान्य क्रिया है।
II. महासागरीय कटक के मध्य भाग के दोनों तरफ समान दूरी पर पाई जाने वाली चट्टानों के निर्माण के समय में असमानता पाई जाती है।
विकल्प-
(a) दोनों कथन सही है।
(b) केबल कथन । सही है।
(c) कंवल कथन ।। सही है।
(d) दोनों कथन गलत' है।
7. निम्नलिखित पर विचार कीजिए व दिए गए कोड की सहायता से उचित उत्तर का चयन कीजिए।
भू आकृतिक कारक निर्मित स्थलाकृति
I. प्रवाहित जल 1. स्तंभ
II. भौम जल 2. पुलिन
III. तरंग व धाराएँ 3. जलोढ़ पंख
IV. पवनें 4. बालू टिब्बे
विकल्प -
(a) 1-3, 11-1, III-2, IV-4
(b) 1-3, 11-4, III-1, IV-2
(c) 1-1, 11-2, III-3, IV-4
(d) 1-2, II-4, III-1, IV-3
8. निम्नलिखित में से कौन-सी स्थलाकृक्ति युवावस्था में प्रवाहित जल से विकसित होती है?
(a) डेल्टा
(b) गोखुर झील
(c) V-आकार घाटी
(d) प्राकृतिक तटबंध
9. निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा है?
(a) उत्तरप्रदेश
(b) महाराष्ट्र
(c) राजस्थान
(d) मध्यप्रदेश
10. निम्नलिखित में से भारत के किस राज्य की तटरेखा सबसे छोटी है?
(a) पश्चिम बंगाल
(b) गोआ
(c) केरल
(d) कर्नाटक
11. निम्नलिखित याम्योत्तर में से कौन-सा भारत का मानक याम्योत्तर है?
(a) 82°30′ पूर्व
(b) 82°15′ पूर्व
(c) 84°15′ पूर्व
(d) 84°30′ पूर्व
12. निम्नलिखित में से कौन-सा भारतीय राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेश का समूह अपनी सीमाएँ पाकिस्तान के साथ बांटता है?
(a) हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व राजस्थान
(b) हिमाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान व पंजाब
(c) पंजाब, गुजरात, हरियाणा व जम्मू तथा कश्मीर
(d) पंजाब, गुजरात, राजस्थान व जम्मू तथा कश्मीर
13. निम्नलिखित में से कौन-सी नदी सिंधु की सबसे बड़ी सहायक नदी है?
(a) चेनाब
(b) रावी
(c) सतलुज
(d) झेलम
14. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए एवं दिए गए विकल्पों की सहायता से सही उत्तर का चचन कीजिए। 1
I. कथनः ब्रह्मपुत्र नदी बाढ़, मार्ग परिवर्तन एवं तटीय अपरदन के लिये जानी जाती है।
II. कारणः इसकी अधिकतर सहायक नदियाँ बड़ी है तथा इनके जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण इनमें अत्यधिक अवसाद बहकर आ जाता है।
विकल्प
(a) दोनों कथन सही है. कचन ।। कथन । की यही व्याख्या नहीं करता।
(b) दोनों कथन सही है, कथन II कथन 1 को सही व्याख्या करता है।
(c) दोनों कथन । व ।। गलत है।
(d) कथन । सही है व कथन ।। गलत है।
निम्न अनुच्छेत का अध्ययन कीजिए तथा प्रश्न संरख्या 15 से 17 के उत्तर दीजिए।
भूगोल एक विषय के रूप में
हमें पृथ्वी पर भौतिक तथा सांस्कृतिक वातावरण में भिन्नता दिखाई पड़ती है। अनेक तत्त्वों में समानता तथा कई में असमानता पाई जाती है। अतएव भूगोल को क्षेत्रीय-भिन्नता का अध्ययन मानना तार्किक लगता है। इस प्रकार भूगोल को उन सभी तथ्यों का अध्ययन करना होता है जो क्षेत्रीय संदर्भ में भिन्न होते हैं। भूगोलवेत्ता मात्र धरातल पर तथ्यों में विभिन्नता का अध्ययन नहीं करते अपितु उन कारकों का भी अध्ययन करते हैं जो इन विभिन्नताओं के कारण होते हैं। उदाहरणार्थ, फसल का स्वरूप एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में भिन्न होता है, किंतु यह भिन्नता एक तथ्य के रूप में मिट्टी, जलवायु, बाजार में माँग, किसानों की व्यय क्षमता, तकनीकी निवेश की उपलब्धता आदि में भिन्नता से संबंधित होती है। इस प्रकार भूगोल की दिलचस्पी किन्हीं दो तत्त्वों या एक से अधिक तत्त्वों के मध्य कार्य-कारण संबंध को ज्ञात करने में है।एक भूगोलवेत्ता तथ्यों की व्याख्या कार्य-कारण संबंधों के ढाँचे में ही करता है, क्योंकि यह केवल व्याख्या में ही सहायक नहीं होता, अपितु तथ्य के पूर्वानुमान एवं भविष्य के परिप्रेक्ष्य में देखने की क्षमता भी रखता है। (भौतिक तथा मानवीय दोनों प्रकार के भौगोलिक तथ्य स्थैतिक नहीं, अपितु गत्यात्मक होते हैं। वे सतत् परिवर्तनशील पृथ्वी तथा अथक एवं निरंतर सक्रिय मानव के बीच आवद्ध प्रक्रियाओं के फलस्वरूप कालांतर में परिवर्तित होते रहते हैं। आदिम मानव समाज अपने निकटतम पर्यावरण पर सीधे तौर पर निर्भर करता था; अब ऐसा नहीं है। भूगोल, इस प्रकार, 'प्रकृति' तथा 'मानव' के समग्र इकाई के रूप में अंतर्प्रक्रिया के अध्ययन से संबंधित है। मानव प्रकृति का एक अंगभूत भाग है तथा वह प्रकृति पर अपनी छाप छोड़ता है। प्रकृति मानव जीवन के विभिन्न पक्षों को प्रभावित करती है। इसकी छाप उसके वस्त्र, आवास, व्यवसाय आदि पर देखी जा सकती है। मानव ने प्रकृति के साथ समझौता, अनुकूलन (Adaptation) अथवा आपरिवर्तन (Modification) के माध्यम से किया है। जैसा कि आप जानते ही हैं कि वर्तमान समाज आदिम समाज की अवस्था पार कर चुका है। उसने तकनीकी के खोज एवं प्रयोग द्वारा अपने अस्तित्व के लिए सन्निकट परिवेश (प्राकृतिक वातावरण) को आपरिवर्तित कर प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग करते हुए अपने कार्य क्षेत्र के क्षितिज में परिवर्द्धन कर लिया है। तकनीकी के क्रमशः विकास के साथ मानव अपने ऊपर भौतिक पर्यावरण के द्वारा कसे हुए बंधन को ढीला करने में सक्षम हो गया है। तकनीकी ने श्रम की कठोरता को कम कर, श्रम-क्षमता को बढ़ाया तथा अवकाश का प्रावधान करते हुए मानव को उच्चतर आवश्यकताओं को पूर्ण करने का अवसर दिया। उससे उत्पादन के पैमाने एवं श्रम की गतिशीलता में भी वृद्धि हुई |
15. फसल का स्वरूप एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में भिन्न होता है। इस भिन्नता के लिए निम्नलिखित में से कौन मा कारक मानवीय है?
(a) मिट्टी
(b) वर्षां
(c) बाजार में मांग
(d) जलवायु
16. "मानव अपने ऊपर भौतिक पर्यावरण के द्वारा कसे हुए बंधन को होला कर पाया।" निम्नलिखित में से उपयुक्त कारण बताइए।
(a) प्रकृति के साथ समझौता कर
(b) उत्पादन के पैमाने में वृद्धि कर
(c) प्रकृति के साथ अनुकूलन कर
(d) तकनीकी विकास से
17. निम्नलिखित में से प्रकृति मानव जीवन के किस पक्ष को प्रभावित करती है?
(a) आवास तथा वस्त्र
(b) आवास तथा बाजार में मांग
(c) व्यय क्षमता
(d) वस्त्र व मृदा
खंड-ख
प्रश्न संख्या 18 व 19 स्वोत आधारित प्रश्न है।
18 निम्नाकिंत चित्र का पर्यवेक्षण कीजिए तथा दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
8.1 'A' व 'B' चिन्हित स्थलाकृतियों के नाम लिखिए।
उत्तर -
(a) सर्क (b) अरेत
18.2 उपर्युक्त स्थलाकृतियाँ किन क्षेत्रों में पाई जाती है?
उत्तर -
पर्वतीय क्षेत्रों
18.3 इन स्थलाकृतियों के विकास में किस भू-आकृतिक प्रक्रिया का योगदान है?
उत्तर -
अपरदन (बहिर्जनिक प्रक्रिया)
नोटः- यह प्रश्न केवल वृष्टिबाधित विद्यार्थियों हेतु प्रश्न संख्या 18 के स्थान पर है-
18. डेल्टा निर्माण प्रक्रिया की व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
(i) नदी अपने लाए हुए पदार्थों को समुद्र के किनारे बिखेर देती है।
(ii) यदि नद भार समुद्र में दूर तक नहीं ले जाया गया तो यह तट के साथ शंकु के रूप में फैल जाता है।
(iii) डेल्टा का निक्षेप व्यवस्थित होता है।
(iv) डेल्टा का आकार बढ़ता है, नदी वितरिकाओं की लंबाई बढ़ती जाती है।
(v) डेल्टा सागर के अंदर तक बढ़ता रहता है।
(vi) (अन्य सम्बंधित बिन्दु)
(काई तीन बिंदु)
19. नीचे दिए गए व्यष्टि का अध्ययन कीजिए तथा दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
प्रायद्वीपीय पठार
नदियों के मैदान से 150 मीटर ऊँचाई से ऊपर उठता हुआ प्रायद्वीपीय पठार तिकोने आकार वाला कटा-फटा भूखंड है. जिसकी ऊँचाई 600 से 900 मीटर है। है। उत्तर पश्चिम में दिल्ली. कटक (अरावली विस्तार), पूर्व में राजमहल पहाड़ियाँ, पश्चिम में गिर पहाड़ियाँ और दक्षिण में इलायची (कार्डामम) पहाड़ियाँ,' प्रायद्वीप पठार की सीमाएँ निर्धारित करती हैं। उत्तर-पूर्व में शिलांग तथा काबों-ऐंगलोंग पठार भी इसी भूखंड का विस्तार है। (प्रायद्वीपीय भारत अनेक पठारों से मिलकर बना है, जैसे- हजारीबाग पठार, पालायु पठार, रांची पठार, मालवा पठार, कोयेम्बटूर पठार और कर्नाटक पठार यह भारत के प्राचीनतंम और स्थिर भूभागों में से एक है। सामान्य तौर पर प्रायद्वीप की ऊँचाई पश्चिम से पूर्व को कम होती चली जाती है, जिसका प्रमाण यहाँ की नदियों के बहाव की दिशा से भी मिलता है। इस क्षेत्र की मुख्य प्राकृतिक स्थलाकृतियों में टॉर, ब्लॉक पर्वत, भ्रंश घाटियाँ, पर्वत स्कंध, नग्न चट्टान संरचना, टेकरी (hummocky) पहाड़ी श्रृंखलाएँ और क्वार्जाइट भित्तियाँ (dykes) शामिल हैं जो प्राकृतिक जल संग्रह के स्थल हैं। इस पठार के पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी भाग में मुख्य रूप से काली मिट्टी पाई जाती है।(प्रायद्वीपीय पठार के अनेक हिस्से भू-उत्थान व निमज्जन, भ्रंश तथा विभंग निर्माण प्रक्रिया के अनेक पुनरावर्ती दौर से गुजरे हैं) (भीमा भ्रंश का उल्लेख करना आवश्यक है क्योंकि वहाँ बार-बार भूकंपीय हलचलें होती रहतीं हैं) अपनी पुनरावर्ती भूकंपीय क्रियाओं की क्षेत्रीय विभिन्नता के कारण ही प्रायद्वीपीय पठार पर धरातलीय विविधताएँ पाई जाती हैं। इस पठार के उत्तरी-पश्चिमी भाग में नदी खड्ड और महाखड्ड इसके धरातल को जटिल बनाते हैं। चंबल, भिंड और मोरेना खड्ड इसके उदाहरण हैं।
19.1 प्रायद्वीपीय पठार का उत्तर पूर्व विस्तार क्या है?
उत्तर -
उत्तर-पूर्व में शिलांग तथा कार्बी एंगलोंग पठार
19.2 "प्रायद्वीपीय पठार पर धरातलीय विविधताएं पाई जाती है।" कारण बताइए।
उत्तर -
पुनरावर्ती भूकंपीय क्रियाओं की क्षेत्रीय विभिन्नता
19.3 "प्रायद्वीपीय भारत अनेक पठारों से मिलकर बना है।" कोई दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर -
हजारीबाग, पलापु, रांची, मालवा, कोयम्बटूर तथा कर्नाटक पठार। (कोई दो)
खण्ड-ग
प्र.स. 20 से 23 लघुउत्तरीय प्रकार के प्रश्न है।
20. भारत के लिए हिमालय का क्या महत्व है?
उत्तर -
भारत के लिए हिमालय का महत्व:-
(i) मजबूत भौतिक अवरोधक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका।
(ii) इसे पार करना मुश्किल जिससे पडोसी देशो से सुरक्षा बनी रहती है।
(iii) भारतीय उपमहाद्वीप को अद्वितीय क्षेत्रीय पहचान दिलाने में मदद की।
(iv) जलवायु निध्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका।
21. (a) "बहिर्जनिक भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भिन्न होती है।" कथन की परख कीजिए।
उत्तर -
(i) तापमान एवं वर्षण जलवायु के दो महत्वपूर्ण चटक है जो विभिन्न भू-आकृतिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते है।
(ii) वनस्पति का घनत्व, प्रकार एवं वितरण जो प्रमुखता वर्षा एवं तापक्रम पर निर्भर करते हैं. इन प्रक्रियाओं पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डालते हैं।
(iii) विभिन्न जलवायु प्रदेशों में विभिन्न जलवायवी तत्व जैसे ऊंचाई में अंतर, आदि के कारण स्थानीय भिन्नता पाई जाती है।
(iv) ये सभी विभिन्नताएँ पृथ्वी के धरातल पर तापीय प्रवणता के जाती है। कारण भिन्न जलवायु प्रदेशो की अक्षांशीय व मौसमी भिन्नता के कारण पाई जाती हैं।
अथवा
(b) अपक्षय के महत्व की व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
(i) मृदा निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त करता है।
(ii) अपरदन एवं वृहत संचलन के लिए उत्तरदायी।
(iii) उच्चावच के लघुकरण में सहायक।
(iv) मूल्यवान खनिज जैसे लोहा, मैंगनीज आदि के संकेंद्रण में सहायक।
(v) राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण।
22. (a) 'P' तरंगे 'S' तरंगो से किस प्रकार भिन्न है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
(a) 'P' व 'S' तरंगो में अंतर:-
(i) 'P' तरंगें प्राथमिक तथा 'S' तरंगे दितीयक तरंगे कहलाती है।
(ii) 'P' तरंगें धरातल पर सबसे पहले पहुंचती है तथा 'S' तरंगे कुछ समय अंतराल बाद।
(iii) 'P' तरंगें तीव्र गति से चलने वाली है जबकि 'S' तरंगें अपेक्षाकृत धीमी।
(iv) 'P' तरंगे तीनों अवस्थाओं गैस, तरल तथा ठोस से गुजर सकती है, जबकि 'S' तरंगें केवल ठोस अवस्था से।
(v) 'P' तरंगों का छाया क्षेत्र कम है तथा 'S' तरंगों का अधिक।
अथवा
(b) मिश्रित ज्वालामुखी की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर -
मिश्रित ज्वालामुखी की विशेषताएँ -
(i) बेसाल्ट की अपेक्षा अधिक ठंडे व गाढ़े लावा का उद्गार होते हैं।
(ii) प्रायः ये भीषण विस्फोटक होते हैं।
(iii) इनसे भारी मात्रा में राख व ज्वलखण्डाशिम पदार्थ धरातल पर पहुंचते हैं।
(iv) ये पदार्थ निकास नली के आस पास जमा हो जाते हैं।
23. उत्तरी भारत के मैदान को उत्तर से दक्षिण दिशा में तीन भागों में बांट सकते है। भाभर इनमें से एक है। इसके विशिष्ट लक्षणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
भाभर के लक्षण:
(1) 8 से 10 किमी चौडाई की पतली पट्टी।
(ii) यह पट्टी शिवालिक गिरिपाट के समांनंतर फैली हुई है।
(iii) यहाँ नदियाँ भारी जल- भार, बड़े शैल जमा कर देती हैं और कभी-कभी स्वयं इसमें लुप्त लुप्त हो जाती है।
(iv) इसके दक्षिण में तराई क्षेत्र है।
(अन्य संबंधित बिंदु)
खण्ड-घ
प्रश्न संख्या 24 से 28 वीर्घ उत्तरीय प्रश्न है।
24. (a) 'महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत' की व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
(i) अल्फ्रेड वेगनर ने 'महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत' सन् 1912 में प्रस्तावित किया। 1x5-5
(ii) सभी महाद्वीप एक अकेले भूखंड में जुड़े थे। आज के सभी महाद्वीप इस भूखण्ड के भाग थे, बड़े महासागर से घिरा था।
(iii) बड़े महाद्वीप को पेंजिया व विशाल महासागर को पेंथालसा कहा गया।
(iv) लगभग 20 करोड़ वर्ष पहले पेजिया, लारेशिया व गोंडवानालैंड उत्तरी व दक्षिणी भूखण्डो के रूप में विभक्त हुआ।
(v) इसके बाद दोनों धीरे-धीरे अनेक छोटे-छोटे हिस्सों में बंट गए। ये आज के महाद्वीप के रूप में है।
(b) 'प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत' की व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
(i) वर्ष 1967 में मेकेजी, मार्गन व पारकर ने 'प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत' की अवधारणा प्रस्तुत की।
(ii) एक विवर्तनिक प्लेट, ठोस चट्टान का विशाल व अनियमित आकार का खंड है।
(iii) ये खंड महाद्वीपीय व महासागरीय स्थलमंडलों से मिलकर बना है।
(iv) ये प्लेटें दुर्बलता मंडल पर एक दृढ़ इकाई के रूप में क्षैतिज अवस्था में चलायमान है।
(v) स्थलमंडल में भूपर्पटी और शीर्ष मेंटल शामिल है जिसकी मोटाई समुद्री भागों में 5-100 किमी और महाद्वीपीय क्षेत्रों में लगभग 200 किमी के बीच है।
(vi) एक प्लेट को महाद्वीपीय या महासागरीय भी कहा जा सकता है।
(vii) पृथ्वी का स्थतमंडल सात मुख्य प्लेटों कुछ छोटी प्लेटों में विभक्त है।
25. (a) कावेरी नदी तंत्र की प्रमुख विशेषताओं की व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
कावेरी नदी तंत्र की विशेषताएँ -
(i) यह नदी कर्नाटक के कोगाडु जिले में बहागिरी पहाड़ियों से निकलती है।
(ii) लंबाई-800 कि.मी.
(iii) यह 81. 155 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को अपवाहित करती है।
(iv) यह नदी पूरा साल बहती है।
(v) यह केरल, कर्नाटक व तमिलनाडु से गुजरती है।
(vi) सहायक नदियां काबीनी, भवानी व अमरावती।
अथवा
(b) भारतीय अपवाह तंत्र को उद्गम के प्रकार के आधार पर वर्गीकृत कीजिए एवं इनमें अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
उद्गम के प्रकार के आधार पर भारतीय अपवाह तंत्र को हिमालयी व प्रायद्वीपीय अपवाह तंत्र में विभाजित किया जाता है।
अंतर-
हिमालयी नदियां प्रायद्वीपीय नदियां
(i) उद्गम स्थान - हिमनदियां (i) प्रायद्वीपीय पठार मध्य उच्व भूमि
(ii) बारहमासी (ii) मौसमी
(iii) पूर्ववर्ती, अनुवर्ती (iii) अध्यारोपित
(iv) लंबा मार्ग, विसर्प बनाना, मार्ग बदलना (iv) निश्चित मार्ग
(v) बड़ी द्रोणी (v) छोटी द्रोणी
(vi) यवा. क्रियाशील (vi) प्रौढ नदियां
26. "क्षोमभडल, वायुमंडल का सबसे महत्वपूर्ण संस्तर है।" कथन का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर -
(i) वायुमंडल का सबसे नीचे का संस्तर है, इसकी सतह से ऊंचाई लगभग 13 कि.मी. जो कि ध्रुव के निकट 8 कि.मी. तथा विषुवत वृत्त पर 18 कि.मी.
(ii) क्षोभमंडल की मोटाई विषुवत वृत्त पर सबसे अधिक है।
(iii) इस संस्तर में धूलकण तथा जलवाष्प मौजूद होते हैं।
(iv) मौसम में परिवतर्झन इसी संस्तर में होता है।
(v) प्रत्येक 165 मीटर की ऊंचाई पर तापमान 1°C से घटता जाता है।
(vi) जैविक क्रिया के लिए महत्वपूर्ण संस्तर है।
27. (a) भारतीय मरुस्थल की मुख्य विशेषताओं की परख कीजिए।
उत्तर -
भारतीय मरूस्थल की विशेषताएँ-
(i) यह अरावली पहाडियों से उत्तर पूर्व में स्थित है।
(ii) ऊबड़-खाबड़ भूतल है तथा अनेक रेतीले टीले पाए जाते हैं।
(iii) वार्षिक वर्षा 150 मि.मी. से कम, इसलिए यह शुष्क क्षेत्र है।
(iv) इन्हीं गुणों के कारण इसे 'मरुस्थली' भी कहते हैं।
(v) इस क्षेत्र की धरातलीय आकृतियाँ भौतिक अपक्षय व पवन क्रिया का परिणाम है।
(vi) यहां की प्रमुख स्थलाकृतियाँ है- रेतीले टीले, छत्रक शैल हैं।
(vii) मरुस्थल के दक्षिणी भाग में लूनी नदी बहती है।
(viii) प्लाया का पाया जाना।
अथवा
(b) अरब सागर स्थित द्वीप समूहों की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर -
अरब सागर स्थित द्वीप समूह की विशेषताएं -
(i) छोटे दीप समूह।
(ii) पूरा द्वीप समूह प्रवाल निक्षेप से बना है।
(iii) 8°N से 12°N अक्षांशीय तथा 71°E-74°E देशांतरीय विस्तार।
(iv) कुल 36 द्वीप. 11 पर मानवीय आवास।
(v) मीनिकॉय सबसे बड़ा द्वीप।
(vi) केरल तट से 280 कि.मी. से 480 किमी दूर स्थित
(vii) पूरा द्वीप समूह 11 डिग्री चैनल द्वारा दो भागों में बांटा गया है।
28. गोदावरी नदी तंत्र की मुख्य विशेषताओं का मूल्यांकन कीजिए।
उत्तर -
गोदावरी नदी तंत्र-
(i) इस नदी को दक्षिण गंगा के नाम से जाना जाता है जो प्रायद्वीपीय भारत का सबसे बड़ा नदी तंत्र है।
(ii) लंबगई-1,465 किमी
(iii) जलग्रहण क्षेत्र 3.13 लाख वर्ग किमी।
(iv) महाराष्ट्र में नासिक जिले से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में जल विसर्जित करती है।
(v) सुदृश्य प्रपात की रचना करती है।
(vi) डेल्टाई भाग नौ संचालन संभव
(vii) कई धाराओं में बंटकर वृहत्त डेल्टा बनाती है।
खण्ड-ङ
प्र.सं. 29 व 30 मानचित्र आधारित प्रश्न है।
29. संसार के दिए गए रेखा मानचित्र में पाँच भौगोलिक लक्षण A, B, C, D, E, F व G के द्वारा दर्शाए गए है। इन लक्षणों को नीचे दी गई जानकारी की सहायता से पहचानिए और उनके सही नाम उनके निकट खींची गई रेखाओं पर लिखिए-
(A) एक महासागर
(B) एक विवर्तनिकी प्लेट
(C) एक विवर्तनिकी प्लेट
(D) एक महासागर
(E) एक महाद्वीप
(F) एक प्लेट
(G) एक कटक
उत्तर -
नोटः- निम्नलिखित प्रश्न केवल दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए प्रश्न संख्या 29 के स्थान पर है- (कोई पाँच कीजिए )
29.1 's' आकृति के एक महासागर का नाम लिखिए।
उत्तर -
अटलांटिक महासागर
29.2 एक विवर्तनिको प्लेट का नाम लिखिए जो एशिया महाद्वीप व प्रशांत महासागरीय प्लेट के बीच स्थित है।
उत्तर -
फिलीपीन प्लेट
29.3 एक विवर्तनिकी प्लेट का नाम लिखिए जिसे पश्चिमी अटलांटिक तल समेत और उत्तर अमेरिकी प्लेट व कैरेबियन द्वीप पृथक करते हैं।
उत्तर -
दक्षिण अमेरिकी प्लेट
29.4 एक महासागर का नाम लिखिए जो भारत के दक्षिण में स्थित है।
उत्तर -
हिंद महासागर
29.5 विश्व के दक्षिणतम महाद्वीप का नाम लिखिए।
उत्तर -
अंटार्कटिक महाद्वीप
29.6 एक प्लेट का नाम लिखिए जो मध्यवर्ती अमेरिका व प्रशांत महासागरीय प्लेट के बीच स्थित है।
उत्तर -
कोकोस प्लेट
29.7 अटलांटिक महासागर स्थित कटक का नाम लिखिए।
उत्तर -
मध्य अटलांटिक कटक
30. भारत के दिए गए भौगोलिक मानचित्र में निम्नलिखित की स्थिति उपयुक्त चिन्हों से दिखाइए व उनके नाम लिखिए। (कोई पाँच कीजिए)
30.1 पश्चिमी घाट
30.2 सतपुड़ा श्रेणी
30.3 भारत की मुख्य भूमि का दक्षिणतम बिंदु
30.4 नामचा बरुआ
30.5 अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
30.6 वेम्वनाड झील
30.7 महानदी
उत्तर -
EVENING SHIFT |
खंड-क
प्रश्न संख्या 1 से 17 बहुविल्पीय प्रश्न है।
1. निम्नलिखित में से कौन-सी प्रक्रिया द्वारा ऑक्सीजन में बढ़ोतरी महासागरों की देन है?
(a) वाष्पोत्सर्जन
(b) संघनन
(c) प्रकाश संश्लेषण
(d) विभेदन
2. दिए गए कथन को पढ़िए तथा प्रश्न का उत्तर दीजिए। "भारी पदार्थ पृथ्वी के केन्द्र में चले गए और हल्के पदार्थ पृथ्वी के उपरी भाग में आ गए।" उपर्युक्त कथन निम्न में से किस प्रक्रिया से संबंधित है।
(a) गैस उत्सर्जन
(b) विभेदन
(c) गैसीकरण
(d) सौर पवन
3. निम्न में से किसने पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में प्रारंभिक परिकल्पना प्रस्तुत की।
(a) लाप्लेस
(b) एडविन हब्बल
(c) कार्ल वाइजास्कर
(d) इमैनुअल कान्ट
4. नीचे दिए गये युग्मों में से कौन या युग्म सही है।
(सिद्धांत/परिकल्पना) (वर्ष)
(a) महाद्वीपीय विस्थापन 1967
(b) सागरीय अधस्तल विस्तार 1961
(c) प्लेट विवर्तनिकी 1930
(d) संवहन धारा 1912
5. निम्नलिखित अपसारी सीमा की विशेषताओं को ध्यानपूर्वक पढ़िए व सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। 1
I. इसमें दो प्लेट एक-दूसरे से विपरीत दिशा में अलग हटती है।
II. यहाँ भूपर्पटी नष्ट होती है।
III. इसका सबसे उपयुक्त उदाहरण मध्य अटलांटिक कटक है।
IV. नई पर्पटी का निर्माण होता है।
विकल्प -
(a) केवल I, II व III सही है।
(b) केवल II, III व IV सही है।
(c) केवल I, III व IV सही है।
(d) केवल I, II व IV सही है।
6. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए एवं दिए गए विकल्पों की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
1. महासागरीय पर्पटी की चट्टाने महाद्वीपीय पर्पटी की चट्टानों की अपेक्षा पुरानी है।
11. गहरी खाइयों में भूकंप के उद्गम कम गहराई पर है।
विकल्पः
(a) दोनों कथन सही है।
(b) केवल कथन 1 यही है।
(c) केवल कथन II सही है।
(d) दोनों कथन गलत है।
7. निम्ननिखित पर विचार कीजिए एवं दिए गए कोड की सहायता से उचित उत्तर का चयन कीजिए। 1
भू आकृतिक कारक निर्मित स्थलाकृति
1. भौमवल 1. सर्क
II. हिमनद 2. प्लाया
III. तरंग व धाराएँ 3. लेपोस
IV. पवनें 4. भृगु
विकल्पः
(a) 1-3, II-1, III-4, IV-2
(b) 1-3, 11-2, III-4, IV-1
(c) 1-2, 1-1, III-3, IV-4
(d) 1-1, II-4, III-2, IV-1
8. निम्नलिखित में से प्रवाहित जल द्वारा कौन-सी स्थलाकृति वृद्धावस्था में विकसित होती है?
(a) प्राकृतिक तटबंध
(b) V-आकार घाटी
(c) जलप्रपात
(d) क्षिप्रिकाएँ
9. निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा है?
(a) सिक्किम
(b) केरल
(c) असम
(d) गोआ
10. निम्नलिखित में से भारत के किस राज्य की तटरेखा सबसे लंबी है?
(a) कर्नाटक
(b) आआंध्र प्रदेश
(c) गुजरात
(d) तमिलनाडु
11. निम्नलिखित में से कौन-भी अक्षांश रेखा भारत को लगभग दो बराबर भागों में विभाजित करती है?
(a) कर्क रेखा
(b) मकर रेखा
(c) भूमध्य रेखा
(d) आर्कटिक वृत्त
12. निम्नलिखित में से कौन-सा भारतीय राज्यों का समूह अपनी सीमाएं बंगलादेश के साथ बांटता है। 1
(a) पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय तथा अरुणाचल प्रदेश
(b) मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल तथा असम
(c) पश्चिम बंगाल, सिक्किम, मेघालय तथा असम
(d) त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश तथा मिजोरम
13. निम्नलिखित में से कौन-सी नदी गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदी है?
(a) चंबल
(b) यमुना
(c) अलकनंदा
(d) रामगंगा
14. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए एवं दिए गए विकल्पों की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
I. कथनः कावेरी नदी प्रायदीप की अन्य नदियों की अपेक्षा कम उतार चढ़ाव के साथ लगभग सारा साल बहती है।
II. कारणः इसके ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में दक्षिण पश्चिम मानसून से और निम्न क्षेत्रों में उत्तर-पूर्वी मानसून से वर्षा होती है।
विकल्प
(a) कथन। सही है व कथन II गलत है।
(b) दोनों कथन। व ।। गलत है।
(c) दोनों कथन सही है, कथन II कथन की सही व्यारख्या नहीं करता।
(d) दोनों कथन सही है. कथन II कथन की सही व्याख्या करता है।
निम्न अनुच्छेद का अध्ययन कीजिए तथा प्रश्न संख्या 15 से 17 के उत्तर दीजिए।
भूगोल की शाखाएँ
भूगोल अध्ययन का एक अंतर्शिक्षण (Interdisciplinary) विषय है। प्रत्येक विषय का अध्ययन कुछ उपागमों के अनुसार किया जाता है। इस दृष्टि से भूगोल के अध्ययन के दो प्रमुख उपागम हैं:
(1) विषय वस्तुगत (क्रमबद्ध) एवं (2) प्रादेशिक विषय वस्तुगत भूगोल का उपागम यही है जो सामान्य भूगोल का होता है।
विषयवस्तुगत उपागम में एक तथ्य का पूरे विश्वस्तर पर अध्ययन किया जाता है। तत्पश्चात् क्षेत्रीय स्वरूप के वर्गीकृत प्रकारों की पहचान की जाती है। उदाहरणार्थ, यदि कोई प्राकृतिक बनस्पति के अध्ययन में रूचि रखता है, तो सर्वप्रथम विश्व स्तर पर उसका अध्ययन किया जायेगा, फिर प्रकारात्मक वर्गीकरण, जैसे विषुवतरेखीय सदाबहार वन, नरम लकड़ीवाले कोणधारी वन अथवा मानसूनी वन इत्यादि की पहचान, उनका विवेचन तथा सीमांकन करना होगा। प्रादेशिक उपागम में विश्व को विभिन्न पदानुक्रमिक स्तर के प्रदेशों में विभक्त किया जाता है और फिर एक विशेष प्रदेश में सभी भौगोलिक तथ्यों का अध्ययन किया जाता है। ये प्रदेश प्राकृतिक, राजनीतिक या निर्दिष्ट (नामित) प्रदेश हो सकते हैं। एक प्रदेश में तथ्यों का अध्ययन समग्रता से विविधता म एकता की खोज करते हुए किया जाता है। द्वैतवाद भूगोल को एक मुख्य विशेषता है। इसका प्रारंभ से ही विषय में प्रवर्तन हो चुका था। द्वैतवाद (द्विधा) अध्ययन में महत्व दिये जाने वाले पक्ष पर निर्भर करता है। पहले विद्वान भौतिक भूगोल पर बल देते थे। परंतु बाद में स्वीकार किया गया कि मानव धरातल का समाकलित भाग है. वह प्रकृति का अनिवार्य अंग है। उसने सांस्कृतिक विकास के माध्यम से भी योगदान दिया है। इस प्रकार मानवीय क्रियाओं पर बल देने के साथ मानव भूगोल का विकास हुआ।
15. प्रादेशिक उपागम में तथ्यों का अध्ययन किस प्रकार किया जाता है?
(a) विविधता से समग्रता
(b) समग्रता से विविधता
(c) भौतिक से मानवीय
(d) मानवीय से भौतिक
16. निम्न कथनों में से कौन सा कथन क्रमबद्ध उपागम से संबंधित है?
(a) समग्रता से विविधता में एकता की खोज
(b) एक विशेष प्रदेश में सभी भौगोलिक तथ्यों का अध्ययन किया जाता है।
(c) भौगोलिक तत्व का वैश्विक स्तर पर अध्ययन किया जाता है।
(d) प्रदेशों का सीमांकन शामिल है।
17. पर्वतीय प्रदेशों के सभी भौगोलिक तत्वों का एक रूप में अध्ययन करना किस उपागम से संबंधित है? 1
(a) प्रादेशिक
(b) द्वैतवाद
(c) क्रमबद्ध
(d) विषयवस्तुगत
खण्ड-ख
प्रश्न संख्या 18 व 19 स्वोत आधारित प्रश्न है।
निम्नांकित चित्र का पर्यवेक्षण कीजिए तथा दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
18.1 'A' व 'B' चिन्हित स्थलाकृतियों के नाम लिखिए।
उत्तर -
(A) ड्रमलिन (B) हिमानी भौत मैदान
18.2 उपर्युक्त स्थलाकृतियाँ किन क्षेत्रों में पाई जाती है।
उत्तर -
पर्वतीय भागो में
18.3 इन स्थलाकृतियों के विकास में किस भू-आकृतिक प्रक्रिया का योगदान है।
उत्तर -
निक्षेपण (बहिर्जनिकः प्रक्रिया)
नोटः यह प्रश्न केवल दृष्टिबाधित विद्यार्थियों हेतु प्रश्न संख्या 18 के स्थान पर है।
18. नदी विसर्प के निर्मित होने के कारणों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर -
(i) मंद दाल पर बहते जल में तटों पर क्षैतिज या पार्शिवक कटाव करने की प्रवृत्ति का होना।
(ii) तटों पर जलोढ़ का अनियमित व असंगठित जमाव।
(iii) प्रवाहित जल का कोरिऑलिस प्रभाव से विक्षेपण।
19. दिए गए स्त्रोत का पठन कीजिए और उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
प्रायद्वीपीय खंड
प्रायद्वीप खंड को उत्तरी सीमा कटी-फटी है. जो कच्छ से आरंभ होकर अरावली पहाड़ियों के पश्चिम से गुजरती हुई दिल्ली तक और फिर यमुना व गंगा नदी के समानांतर राजमहल को पहाड़ियों व गंगा डेल्टा तक जाती है। इसके अतिरिक्त उत्तर-पूर्व में कर्बी ऐंगलॉग (Karbi Anglong) व मेघालय का पठार तथा पश्चिम में राजस्थान भी इसी खंड के विस्तार है। पश्चिम बंगाल में मालदा भंश उत्तरी-पूर्वी भाग में स्थित मेघालय व कबी ऐंगलोंग पठार को छोटा नागपुर पठार से अलग करता है। राजस्थान में यह प्रायद्वीपीय खंड मरुस्थल व मरुस्थल सदृश्य स्थलाकृतियों से ढका हुआ है।
प्रायदीप मख्यतः प्राचीन नाइस व ग्रेनाईट से बना है। कैम्ब्रियन कल्प से यह भूखंड एक कठोर खंड के रूप में खड़ा है। अपवाद स्वरूप पश्चिमी तट समुद्र में डूबा होने और कुछ हिस्से विवर्तनिक क्रियाओं से परिवर्तित होने के उपरान्त भी इस भूखंड के वास्तविक आधार तल पर प्रभाव नहीं पड़ता है। इंडो-आस्ट्रेलियन प्लेट का हिस्सा होने के कारण यह उर्ध्वाधर हलचलों व खंड अंश से प्रभावित है। नर्मदा, तापी और महानदी की रिफ्ट घाटियाँ और सतपुड़ा ब्लॉक पर्वत इसके उदाहरण हैं। प्रायद्वीप में मुख्यतः अवशिष्ट पहाड़ियाँ शामिल हैं, जैसे अरावली, नल्लामाला, जावादी. वेलीकोण्डा, पालकोण्डा श्रेणी और महेंद्रगिरी पहाड़ियाँ आदि। यहाँ की नदी घाटियों उथली और उनकी प्रवणता कम होती है।
पूर्व की ओर बहने वाली अधिकांश नदियाँ बंगाल की खाड़ी में गिरने से पहले डेल्टा निर्माण करती है। महानदी, गोदावरी और कृष्णा द्वारा निर्मित डेल्टा इसके उदाहरण है।
19.1 प्रायद्वीपीय खंड का परिचम से पूर्व विस्तार बताइए।
उत्तर -
प्रायद्वीपीय खंड पश्चिम में अरावली से पूर्व में राजमहल की पहाड़ियों तक फैला है।
19.2 इस खंड में पश्चिम की ओर बहने वाली दो नदियों के नाम बताइए।
उत्तर -
नर्मदा और तापी
19.3 इस खंड में सम्मिलित अवशिष्ट पहाडियों के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर -
अरावली, नल्लामाला, जावादी, वेलीकोण्डा, पालकोण्डा श्रेणी, महेंद्रगिरी पहाड़ियां। (कोई दो)
खण्ड-ग
प्रश्न संरख्या 20 से 23 लघु उत्तरीय प्रकार के प्रश्न है।
20. भारत की लंबी तट रेखा के क्या प्रभाव है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
लंबी तट रेखा के प्रभाव
(i) भारत की तटरेखा 7517 कि मी लंबी है। यह तीन ओर से समुद्र से घिरा है।
(ii) समुद्री संसाधनों की प्रचूर मात्रा उपलब्ध।
(iii) लंबी तट रेखा मत्स्य उत्पादन के लिए लाभदायकः
(iv) जल-यातायात की सुविधा उपलब्ध जिससे भारत अनेक देशों से जुड़ा है।
(v) स्थानीय जलवायु लाभप्रद।
21. (a) "किसी भी जलवायु प्रदेश के अंदर भू-आकृतिक प्रक्रियाएं भिन्न भिन्न होती है। कच्चन की परख कीजिए।
उत्तर -
जलवायु प्रदेश के अंदर भू-आकृतिक प्रक्रियाएं की भिन्नता के कारण
(1) वायु का वेग एवं दिशा।
(ii) वर्षण की मात्रा एवं प्रकार।
(iii) वर्षा की गहनता।
(iv) वर्षण एवं वाष्पीकरण में संबंध।
(v) तापक्रम की दैनिक श्रेणी।
(vi) तुषार व्यापन की गहराई।
अथवा
(b) जलवायु किस प्रकार मृदा निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
(i) जलवायु मृदा निर्माण में एक महत्वपूर्ण सक्रिय कारक है।
(ii) तापमान में मौसमी एवं दैनिक भिन्नता मृदा निर्माण को प्रभावित करती है।
(iii) तापमान जैविक गतिविधि के रूप में बैक्टीरियल कार्य की गहनता को प्रभावित करता है।
(iv) प्रवणता, वर्षा एवं वाष्पीकरण की बारंबारता व अवधि तथा आर्द्रता।
22. (a)भूपर्पटी मैटल से किस प्रकार भिन्न है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
भूपर्पटी एवं मैटल में अंतर :-
(i) भूपर्पटी ठोस पृथ्वी का बाहरी भाग है, जबकि मैटल भूगर्भ में पर्पटी के पृथ्वी के नीचे का भाग है।
(ii) भूपर्पटी पृथ्वी का भंगुर भाग है जिसमें जल्दी टूट जाने की प्रवृत्ति पाई जाती है जबकि मैटल ठोस अवस्था में है।
(ii) भूपर्पटी की मोटाई महाद्वीपों व महासागरों में अलग-अलग है, जबकि मेटल 'की मोटाई 10-200 किमी के बीच है।
अथवा
(b) शील्ड ज्वालामुखी की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर -
शील्ड ज्वालामुखी की विशेषताएं:
(i) बेसाल्ट प्रवाह को छोड़कर, पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी ज्वालामुखियों में शील्ड ज्वालामुखी सबसे विशाल है।
(ii) ये मुख्यतः बेसाल्ट से निर्मित होते है जी तरल लावा के ठंडे होने से बनते हैं।
(iii) इसमें लावा बहुत तरल होता है।
(iv) इसी कारण इनका बाल तीव्र नहीं होता।
(v) ये अधिक विस्फोटक नहीं होते।
(vi) हवाई द्वीप इसका प्रमुख उदाहरण है।
23. उत्तरी भारत के मैदान को उत्तर से दक्षिण दिशा में तीन भागों में बांट सकते है। तराई इनमें से एक है। इसके विशिष्ट लक्षणों की वर्णन कीजिए।
उत्तर -
तराई के विशिष्ट लक्षण:-
(1) तराई, भाभर के दक्षिण का क्षेत्र है जिसकी चौड़ाई 10-20 किमी है।
(ii) तराई में भाभर की लुप्त नदियाँ धरातल पर निकल कर प्रकट होती है।
(iii) इनकी निश्चित वाहिकाएँ नहीं होती. ये क्षेत्र अनूप बन जाता है।
(iv) यह क्षेत्र प्राकृतिक वनस्पति से ढका रहता है।
खण्ड-घ
प्रश्न संख्या 24 से 28 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है।
24. महाद्वीपीय विस्थापन के पक्ष में दिये गए प्रमाणों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
महाद्वीपीय विस्थापन के पक्ष में प्रमाणः-
(1) महादीपों में साम्य दक्षिण अमेरिका व अफ्रीका तटरेखा।
(ii) महासागरे के पार चट्टानों की आयु में समानताः 200 करोड वर्ष पुराने शैल समूह ब्राजील तट-पश्चिम अफ्रीका तट।
(iii) टिलाइट:- हिमानी निक्षेप से बनी, गोंडवाना श्रेणी के तलचटों के प्रतिरूपः भारत, अफ्रीका, मेडागास्कर।
(iv) प्लेसर निक्षेप सोने के निक्षेप-धाना, ब्राजील
(v) जीवाश्म का वितरण भारत, मेडागास्कर, अफ्रीका में लैमूर का मिलना।
अथवा
प्लेट सीमाओं को वर्गीकृत कीजिए। अपसारी सीमाओं के निर्माण की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
प्लेट सीमाओं को तीन भागों में विभाजित कर सकते हैं-
(i) अपसारी सौमा
(ii) अभिसरण सोमा
(iii) रुपांतर सीमा
अपसारी सीमाएं -
(1) इनमें दो प्लेट एक दूसरे से विपरीत दिशा में हटती है।
(ii) इनसे नई पर्पटी का निर्माण होता है।
(iii) जिस स्थान से प्लेट एक दूसरे से हटती है, उसे प्रसारी स्थान कहते हैं।
(iv) उदाहरण मध्य अटलांटिक कटक
(v) यहां से अमेरिकी प्लेटें प्रथा यूरेशियन व अफ्रीकी प्लेटे अलग हो रही है।
25. (a) गंगा नदी तंत्र की प्रमुख विशेषताओं की व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
गंगा नदी तंत्र की विशेषताएं:-
(i) यह नदी उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी जिले में गोमुख के निकट गंगोत्री हिमनद से निकलती है।
(ii) यह मध्य व लघु हिमालय श्रेणियों को काट कर तंग महाखड्डों से गुजरती है।
(iii) देवप्रयाग में भागीरथी, अलकनंदा से मिलती है तथा इसके बाद गंगा कहलाती है।
(iv) हरिद्वार में मैदान में प्रवेश करती है।
(v) लंबाई 2.525 कि.मी है।
(vi) इसकी द्रोणी कंवल भारत में लगभग 8.6 लाख वर्ग कि.मी. क्षेत्र में फैली हुई है।
(vii) भारत का सबसे बडा अपवाह तंत्र
अधवा
(b) अपवाह किसे कहते है? नदियों द्वारा निर्मित विभिन्न अपवाह प्रतिरूपों का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
अपवाहः निश्चित वाहिकाओं के माध्यम से हो रहे जलप्रवाह को 'अपवाह' कहते हैं।
प्रतिरूप-
(i) वृक्षाकार प्रतिरूप
(ii) अरीय प्रतिरूप
(iii) जालीनुमा प्रतिरूप
(iv) अभिकेंद्री प्रतिरूप
26. "वायुमंडल विभिन्न गैसों का मिश्रण है।" कथन का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर -
(i) बायुमंडल में प्रमुख रूप से नाइट्रोजन, आक्सीजन है जिनकी मात्रा अधिक है।
(ii) आक्सीजन गैस मनुष्यों एवं जंतुओं के लिए आवश्यक है।
(iii) 120 किलोमीटर की ऊंचाई पर ऑक्सीजन की मात्रा नगण्य हो जाती है।
(iv) कार्बनडाइऑक्साइड सौर विकिरण के लिए पारदर्शी है।
(v) कार्बनडाइऑक्साइड पौधों के लिए अतिआवश्यक है।
(vi) कार्बनडाइऑक्साइड ग्रीन हाऊस प्रभाव के लिए जिम्मेदार है।
(vii) ओजोन गैस फिल्टर की तरह कार्य करती है।
(viii) ओजोन गैस सूर्य की पराबैंगनी किरणों को पृथ्वी की सतह पर पहुंचने से रोकती है।
27. बंगाल की खाड़ी स्थित द्वीप समूहों की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर -
बंगाल की खाड़ी स्थित द्वीप समूह की विशेषताएं:-
(i) कुल द्वीप लगभग 572
(ii) 6° उत्तर से 14° उत्तर तथा 92° पूर्व से 94° पूर्व तक फैले।
(iii) रीची द्वीप समूह व लबरीन्य द्वीप यहां के प्रमुख द्वीप समूह।
(iv) बंगाल की खाड़ी के द्वीप दो भागो में विभाजित उत्तर में अंडमान व दक्षिण में निकोबार।
(v) ये द्वीप समुद्र में जलमग्न पर्वतों का हिस्सा है।
(vi) कुछ द्वीपों की उत्पति ज्वालामुखी से जुड़ी है। उदाहरण बैरन आइलैंड
(vii) यहां संवहनी वर्षा होती है तथा भूमध्यरेखीय प्रकार को वनस्पति उगती है।
अथवा
उत्तर तथा उत्तरी पूर्वी पर्वतक माला की मुख्य विशेषताओं की परख कीजिए।
उत्तर -
उत्तर व उत्तरीपूर्वी पर्वतमाला की विशेषताएं:-
(1) इसमें हिमालय पर्वत व उत्तरपूर्वी पहाड़ियाँ शामिल है।
(ii) हिमालय में कई समानांतर पर्वत श्रृंखलाएँ है।
(iii) इसमें वृहत हिमालय, पार हिमालय, मध्य हिमालय और शिवालिक प्रमुख श्रेणियों है।
(iv) उत्तर पश्चिमी भाग में ये श्रेणियाँ उत्तर पश्चिम दिशा से दक्षिण पूर्व की ओर फैली है।
(v) दार्जिलिंग और सिक्किम में ये पूर्व-पश्चिम दिशा में फैली है।
(vi) अरुणाचल प्रदेश में ये दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पश्चिम की ओर घूम जाती है।
(vii) वृहत् हिमालय श्रृंखला को पूर्व-पश्चिम लंबाई लगभग 2500 किलोमीटर है।
(viii) उत्तर से दक्षिण इसकी चौड़ाई 160 से 400 किलोमीटर है।
28. सिंधु नदी तंत्र की मुख्य विशेषताओं का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर -
सिंधु नदी तंत्र की विशेषताएँ -
(i) क्षेत्रफल 11 लाख 65 हजार वर्ग किलोमीटर।
(ii) भारत में क्षेत्रफल 3.21.289 वर्ग किलोमीटर
(iii) कुल लंबाई- 2,880 किलोमीटर, भारत में 1,114 किमी।
(iv) हिमालय की नदियों में सबसे पश्चिमी नदी।
(v) उद्गम क्षेत्र कैलाश पर्वत में बोखर चू के निकट एक हिमनद से।
(vi) लाख व जास्कर श्रेणियों के बीच से उत्तर-पश्चिमी दिशा में बहती हुई यह लद्दाख और बालतिस्तान से गुजरती है।
(vii) पाकिस्तान में चिठलस के निकट दरदिस्तान प्रदेश में प्रवेश करती है।
(viii) प्रमुख सहायक नदियां झेलम, चेनाब, रावी, व्यास आदि।
खण्ड-ङ
प्र.सं 29 व 30 मानचित्र आधारित प्रश्न है।
29. संसार के दिए गए रेखा मानचित्र में पाँच भौगोलिक लक्षण A, B, C, D, E, F G के द्वारा दर्शाएँ गए है। इन लक्षणों को नीचे दी गई जानकारी की सहायता से पहचानिए और उनके सही नाम उनके निकट खींची गई रेखाओं पर लिखिए।
(A) एक महाद्वीप
(B) एक महासागर
(C) एक विवर्तनिकी प्लेट
(D) एक सक्रिय ज्वालामुखी क्षेत्र
(E) एक विवर्तनिकी प्लेट
(F) एक महाद्वीप
(G) एक प्लेट
उत्तर -
नोटः- निम्नलिखित प्रश्न केवल वृष्टिवाचित परीक्षा चिचों के लिए प्रश्न संख्या 29 के स्थान पर है- (कोई पाँच)
29.1 विश्व के सबसे बडे महाद्वीप का नाम लिखिए।
उत्तर -
एशिया
29.2 विश्व के सबसे छोटे महासागर का नाम लिखिए।
उत्तर -
आर्कटिक महासागर
29.3 अरब प्रायद्वीप का अधिकतर भू-भाग कौन सी विवर्तनिक प्लेट में स्थित है।
उत्तर -
अरेबियन प्लेट
29.4 किस महासागर को 'रिंग ऑफ फायर' के नाम से जाना जाता है।
उत्तर -
प्रशांत महासागर
29.5 दक्षिण अमेरिका व प्रशांत महासागरीय प्लेट के बीच अवस्थित प्लेट का नाम लिखिए।
उत्तर -
नजका प्लेट
29.6 उस देश का नाम बताइए जो एक महाद्वीप भी है।
उत्तर -
आस्ट्रेलिया
29.7 न्यूगिनी के उत्तर में फिलिपियन व इंडियन प्लेट के बीच स्थित प्लेट का नाम लिखिए।
उत्तर -
कैरोलीन प्लेट
30. भारत के दिए गए भौगोलिक मानचित्र में निम्नलिखित की स्थिति उपयुक्त चिन्हों से दिखाइए व उनके नाम लिखिए। (कोई पाँच)
उत्तर -
30.1 लक्षद्वीप समूह
30.2 अरावली श्रेणी
30.3 पूर्वी जाट
30.4 भारत से गुजरने वाली प्रमुख अक्षांश रेखा
30.5 कोल्लेरू झील
30.6 छोटा नागपुर पठार
30.7 शिपकी दर्रा
30.7 शिपको दर्श