प्रश्न - बर्लिन की दीवार के बारे में बताइए ?
उत्तर -
- बर्लिन की दीवार 1961 में बनाई गयी थी
- यह 150 km लम्बी थी
- यह 28 वर्षो तक खड़ी रही
- यह दीवार पूंजीवादी दुनिया और साम्यवादी दुनिया के बीच विभाजन का प्रतीक थी
- इसे आम जनता के द्वारा 9 नवम्बर 1989 को गिरा दिया गया था
प्रश्न - दूसरी दुनिया से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर -
- दुसरे विश्वयुद्ध के बाद पूर्वी यूरोप के देश सोवियत खेमे में शामिल हो गए थे
- इन सभी देशों की राजनीतिक और साम्यवादी व्यवस्था को समाजवादी प्रणाली की तर्ज पर ढला गया
- यह दूसरी दुनिया के देश कहलाए
प्रश्न - सोवियत प्रणाली की मुख्य विशेषता बताइए ?
उत्तर -
- सोवियत प्रणाली पूंजीवादी व्यवस्था का विरोध तथा समाजवाद के आदर्शों से प्रेरित थी ।
- सोवियत प्रणाली में नियोजित अर्थव्यवस्था थी ।
- कम्यूनिस्ट पार्टी का दबदबा था ।
- विकसित अर्थव्यवस्था ।
- उन्नत संचार प्रणाली ।
- विशाल ऊर्जा संसाधन ( खनिज , तेल ,लोहा , इस्पात )
- दूर दराज के इलाके आवागमन की बेहतर व्यवस्था से जुड़े हुए थे
- उन्नत उपभोक्ता उद्योग ( पिन से लेकर कार तक का निर्माण )
- न्यूनतम जीवन स्तर की सुविधा ।
- बेरोजगारी न होना ।
- स्वास्थ्य सुविधा , शिक्षा
- मिल्कियत का प्रमुख रूप राज्य का स्वामित्व
- उत्पादन के साधनों पर राज्य का नियंत्रण था
प्रश्न - सो. संघ के विघटन के प्रमुख कारण क्या थे ?
उत्तर -
- नागरिकों की राजनीतिक और आर्थिक आंकाक्षाओं को पूरा न कर पाना ।
- सोवियत प्रणाली पर नौकरशाही का शिकंजा
- कम्यूनिस्ट पार्टी का अंकुश ।
- संसाधनों का अधिकतम उपयोग परमाणु हथियारों पर ।
- प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे में पश्चिम के मुकाबले पीछे रहना ।
- रूस की प्रमुखता ।
- गोर्बाचेव द्वारा किए गए सुधारों का विरोध होना ।
- अर्थव्यवस्था गतिरूद्ध व उपभोक्ता वस्तुओं की कमी ।
- राष्ट्रवादी भावनाओं और सम्प्रभुता की इच्छा का उभार ।
- सोवियत प्रणाली का सत्तावादी होना
- पार्टी का जनता के प्रति जवाबदेह ना होना ।
प्रश्न - सोवियत संघ के विघटन के क्या परिणाम हुए ?
उत्तर -
- शीतयुद्ध की समाप्ति
- हथियारों की होड़ की समाप्ति
- विचारधाराओं की लड़ाई का अंत
- एक ध्रुवीय विश्व ( अमरीकी वर्चस्व )
- सोवियत संघ का टूटना
- नए देशों का उदय
- रूस , सोवियत संघ का उत्तराधिकारी बन गया
- विश्व राजनीति में शक्ति संबंध परिवर्तित हो गए
- समाजवादी विचारधारा पर प्रश्नचिंह लगाया गया
प्रश्न - गोर्बाचेव के सुधारों की नीति का वर्णन कीजिये ?
उत्तर -
- मिखाइल गोर्बाचेव ने सोवियत संघ में आर्थिक , राजनीतिक सुधारों की नीति चलाई
- गोर्बाचेव ने लोकंत्रीकरण की नीति भी चलाई
- ग्लासनोस्त , पेरेस्त्रोइका
प्रश्न - सो . संघ के विघटन के बाद विश्व एक ध्रुवीय बन गया वर्णन कीजिये ?
उत्तर -
- जब सोवियत संघ का विघटन हुआ
- उसके बाद विश्व में एकमात्र महाशक्ति अमेरिका बची
- अमेरिका का वर्चस्व पूरे विश्व में दिखा
- अमेरिका को टक्कर देने वाला कोई नहीं बचा
- वैश्विक शक्ति सम्बन्ध बदल गए
प्रश्न - शॉक थेरेपी से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर -
- शॉक थेरेपी का शाब्दिक अर्थ है आघात पहुँचाकर उपचार करना ।
- साम्यवाद के पतन के बाद सोवियत संघ के गणराज्यों को विश्व बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा निर्देशित मॉडल अपनाना पड़ा
- इस मॉडल के तहत साम्यवाद को छोड़कर , पूंजीवाद अपनाना था इसे ही शॉक थेरेपी कहते है ।
प्रश्न - शॉक थेरेपी की मुख्य विशेषता बताइए ?
उत्तर -
- मिल्कियत का प्रमुख रूप निजी स्वामित्व |
- राज्य की संपदा का निजीकरण ।
- सामूहिक फार्म की जगह निजी फार्म ।
- मुक्त व्यापार व्यवस्था को अपनाना ।
- मुद्राओं की आपसी परिवर्तनीयता ।
- पश्चिमी देशों की आर्थिक व्यवस्था से जुड़ाव ।
- पूंजीवाद के अतिरिक्त किसी भी वैकल्पिक व्यवस्था को स्वीकार नहीं किया गया ।
प्रश्न - शॉक थेरेपी के परिणाम बताइए ?