Introduction
- वर्तमान में व्यवसायिक क्षेत्रों में प्रगति
- CAREER के अधिक विकल्प (OPTIONS)
- एक युवा के लिए इनमे से अपने लिए सबसे बेहतर चुन पाना बहुत बड़ी समस्या CAREER का चुनाव करने के लिए यह जरूरी है की युवा को उस CAREER के बारे में पूरी तरह से अच्छी जानकारी हो
कार्य
- कार्य वे गतिविधिया ,जो किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए की जाती है
- कार्य से मनुष्य खुद की नई पहचान बनाता है।
- नए संबंध बनाता है।
- किसी भी कार्य को करने के लिए व्यक्ति को बहुत सी प्रतिभाओं और कौशलों (abilities and qualities) की ज़रुरत होती है।
कार्य के उद्देश्य
- धन अर्जित करना
- आत्मनिर्भर बनना
- कर्त्तव्य (योगदान ) – माँ
अर्थपूर्ण कार्य
- ऐसा कोई भी कार्य जो समझ के लिए उपयोगी हो
- जिसे पूरी ज़िम्मेदारी के साथ किया जाए
- जिसे करने में आनंद तथा मानसिक संतुष्टि प्राप्त हो, अर्थपूर्ण कार्य कहलाता है।
नौकरी (JOB)
- ऐसे जो भी कार्य धन कमाने के लिए किये जाते हैं, नौकरी कहलाते हैं।
नौकरी और Career में अंतर
नौकरी
- नौकरी में वयक्ति अपने मालिक के सपने पूरा करता है ।
- नौकरी के लिए वयक्ति को नियमित रूप से ऑफिस जाना पड़ता है।
- नौकरी के दौरान किसी भी प्रकार के नुकसान होने से नौकरी जा सकती है।
- नौकरी में वयक्ति को केवल कंपनी द्वारा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने होते है।
Career
- जीविका का तात्पर्य उन साधनों था व्यवसाय से हैं जिसके द्वारा कोई व्यक्ति अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ती करता है तथा अपनी जीवनशैली को बनाए रखता है व्यक्ति अपने सपनें पूरा करता है।
- इसमे कोई निश्चित आय नही होती कैरियर में वयक्ति स्वयं ही अपना मालिक होता है।
भारत मे परंपरागत व्यवसाय
1. कृषि
2. हस्तशिल्प
3. वास्तुकला
4. भारतीय पाक प्रणाली
1. कृषि
मुख्य व्यवसाय
भारतीय जलवायु (कृषि अनुकूल )
- लगभग 70% जनसँख्या ग्रामीण
- आर्थिक महत्व की फसलें : कॉफ़ी चाय , कपास , रबड़
- नकदी फसलें : सब्जी , दालें ,फल , गेहूं
- अदरक , कालीमिर्च , हल्दी , काजू , नारियल का बड़ा उत्पादक
2. हस्तशिल्प
- देश के साथ साथ विदेश में भी भारत की हस्तशिल्प कला उत्पादों की मांग
- आभूषण
- मृद्भांड
- धातु शिल्प
- हाथी दांत शिल्प
- कंघा शिल्प
- चूड़ी , मूर्तिकला , दरी , टेराकोटा , लोह वस्तुएं
3. वास्तुकला
- भारत के विभिन्न भागों में वास्तुकला की अलग अलग शैलियाँ
- विभिन्न धर्मों की छाप
- मकबरे , समाधी स्थल , प्रतिमाएं ,
- आधुनिक समय में सरकार द्वारा प्रोत्साहन
4. भारतीय पाक प्रणाली
भारत अपने व्यंजनों की विविधता तथा मसालो को लेकर भी विश्व में famous है।
भारतीय व्यंजनों की जबरदस्त मांग
कार्य , आयु और जेंडर
कार्य के संबंध में जेंडर मुद्दे
- कमाने के बावजूद स्त्रियो को स्वतंत्र निर्णय लेने से मनाही
- स्त्रियो को केवल ग्रहणी के रूप में आंकना
- आधुनिक युग में महिलाएं पहले की अपेक्षा अधिक सशक्त हुई है।
- घर के बाहर रोजगार से महिलाऐं अधिक आत्मनिर्भर परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार
- वर्तमान में महिलाऐं पुरानी प्रथाओं को लांघ कर पुरुषों के कार्य भी करने लगी हैं
- समाज में बालिकाओं की स्थिति को सुधारने के लिए कुछ सरकारी प्रयास
1. कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय
2. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय
- यह सर्व शिक्षा अभियान, द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो की प्रतिकूल परिस्थितियों में रहने वाली लड़कियों के लिए विद्यालय में दाखिले की योजना है।
- KGBV प्रत्येक जिले के पिछड़े हुए खण्डों में खोले जा रहे हैं |
- भारत सरकार के नए कानून RIGHT TO EDUCATION को लागू करने में सहायक |
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय योजना
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
- बेटियो के प्रति बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए , देश की केंद्रीय सरकार ने इस योजना की शुरुआत की
- इसके तहत गरीब परिवारों की बेटियो को बचाकर उन्हें शिक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
1. लांच- 22 जनवरी,2015
2. घोषणा- भारत के प्रधानमंत्री द्वारा
3. लक्ष्य- लड़के एव लड़कियों के लिंग अनुपात को सेंटर रखना
4.बजट का आवंटन - 100 करोड़ रुपए
5.ब्रांड एम्बेसडर – माधुरी दीक्षित
उद्देश्य
- बेटियो की सुरक्षा एवं शिक्षा के लिये लोगो को प्रोत्साहित करना
- सुकन्या समृद्धि खाता
- बेहतर ब्याज़ दर
- पैसे की निकासी
- स्कूलों की फीस नही देनी होगी
कार्य के प्रति मनोवृत्तियां तथा दृष्टिकोण
- मनोवृत्ति = सोच जो लोग अपने कार्य को ख़ुशी से करते हैं वे हमेशा संतुष्ट रहते हैं
- कार्य करते समय healthy diet लेने से तथा breaks लेने से हम कार्य को आनंद लेकर संतुष्टि से कर पाते हैं यदि कार्य को बोझ समझ कर करते हैं तो हमेशा हमे असंतुष्टि ही मिलेगी
आजीविका के लिए जीवन कौशल
जीवन कौशल
- जीवन कौशल (life skills) व्यक्ति को जीवन की दैनिक चुनौतियों तथा तनावों से निपटने में सहायता करते हैं तथा व्यक्ति को जीवन की दैनिक आवश्यकताओं से अच्छे तरीके से निपटने के योग्य बनाते हैं |
कुछ कौशल (skills)
1. समस्या समाधान
2. संचार
3. रचनात्मक सोच
4. आत्म जागरूकता
5. निर्णय लेना
कार्य स्थल पर आवश्यक सॉफ्ट skills
1. उत्पादक रूप से काम करना
2. प्रभावी ढंग से सीखना
3. स्पष्ट रूप से संवाद करना
4. रचनात्मक/आलोचनात्मक रूप से सोचना
5. मिल जुल कर कार्य करना
सुकार्यिकी
- सुकार्यिकी का अर्थ है कार्य तथा कार्यस्थल को कुशल बनाना |
- अर्गोनोमिक्स दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना है
- Ergon – काम Nomics – प्राकृतिक नियम
- मनुष्य एवं मशीन एक दूसरे के पूरक कार्यस्थल तथा वहां उपयोग की जाने वाली मशीनों एवं उपकरणों को इस प्रकार डिजाईन किया जाता है की उन्हें प्रयोग करने वाले तनाव और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना न करें |
- Ex :- एक व्यक्ति एक ऐसी कुर्सी जो श्रम प्रभावी सुरक्षा के मानदंडों के अनुरूप न हो पर बैठकर office work करता है तो कुछ दिनों बाद ऐसी कुर्सी पर घंटों बैठने से व्यक्ति की पीठ में दर्द हो सकता है |
- सुकार्यिकी के सिद्धांत के अनुसार कुर्सी की ऊंचाई और स्टैंड कार्य करने वाले व्यक्ति की ऊंचाई और उसके शरीर के अनुसार हो कुर्सी की टांगें ऐसी होनी चाहिए ताकि व्यक्ति गिरे नहीं |
एर्गोनॉमिक्स के लाभ
- चोट कम करता है
- उत्पादकता को बढ़ाता है
- कर्मचारियों के मनोबल को बहतर करता है
- गलतियों में कमीं
उद्यमिता (Entrepreneurship)
- नया व्यवसाय स्थापित करना
- लाभ की आशा में वित्तीय जोखिम उठाना
- नए विचार को वास्तविकता का रूप देने का जोखिम उठा सके – उद्यमी
- कड़ी महनत की इच्छा
- योजना बनाने की skill
- जोखिम उठाने का साहस
- एक साथ अलग अलग कार्यों को शुरू करने की योग्यता
- कठिन मुद्दों से निपटना
- चुनौतियों का सामना करने की योग्यता
- तालमेल बनाने की योग्यता
- संचार कौशल