चुनाव और प्रतिनिधित्व Long and Short Questions Political science Book- 1 CHAPTER - 3 Elections and representation chunaav aur pratinidhitv 2024-25
0Eklavya Study Pointअगस्त 21, 2024
प्रश्न - चुनाव से क्या अभिप्राय है
उत्तर -
किसी फैसले को लेने में सभी नागरिक प्रत्यक्ष रूप से भाग नहीं ले सकते हैं इसलिए जनता जिस प्रक्रिया के द्वारा अपने नेता ( प्रतिनिधि ) को चुनती है यह प्रक्रिया चुनाव कहलाती है
चुनाव प्रक्रिया द्वारा जनता जिस व्यक्ति को चुन कर संसद या विधानसभा में भेजती हैं उस व्यक्ति को जनता का प्रतिनिधि कहते हैं।
प्रश्न - प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लोकतंत्र में अंतर बताओ ?
उत्तर -
प्रत्यक्ष लोकतंत्र
प्रत्यक्ष लोकतंत्र में जनता रोजमर्रा के फ़ैसलों और सरकार चलाने में सीधे भाग लेते हैं।
प्राचीन यूनान के की स्थानीय सरकारें, खास तौर से ग्राम सभाएँ, प्रत्यक्ष प्रजातंत्र के निकटतम उदाहरण हैं।
अप्रत्यक्ष लोकतंत्र
जब लाखों और करोड़ों लोगों को फैसला लेना हो, तो प्रत्यक्ष लोकतंत्र को व्यवहार में नहीं लाया जा सकता।
इसलिए जनता के शासन का अर्थ सामान्यतः जनता के प्रतिनिधियों के द्वारा चलने वाले शासन से है।
इसमें जनता अपने प्रतिनधि को चुनकर भेजती है और यह लोग शासन में भाग लेते हैं , क़ानून बनाते हैं
प्रश्न - चुनाव आयोग के बारे में बताइए
उत्तर -
चुनाव आयोग की स्थापना 1950 में हुई थी
भारत में चुनाव कराने के की जिम्मेदारी चुनाव आयोग है
भारत के संविधान के अनुच्छेद 324 में निर्वाचन आयोग का वर्णन है
भारत के निर्वाचन आयोग की मदद करने के लिए हर राज्य में एक मुख्य निर्वाचन अधिकारी होता है
निर्वाचन आयोग स्थानीय निकायों के चुनाव के लिए जिम्मेदार नहीं होता इसके लिए राज्यों में राज्य निर्वाचन आयुक्त होते हैं जो निर्वाचन आयोग से अलग कार्य करते हैं
भारत का चुनाव आयोग बिना किसी दबाव के काम करता है
चुनाव आयोग में 3 सदस्य निर्वाचन आयुक्त होंगे एक मुख्य निर्वाचन आयुक्त , दो निर्वाचन आयुक्त
पहले चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन थे
प्रश्न - चुनाव आयोग के कार्य बताइए ?
उत्तर -
मतदाता सूची तैयार करना
चुनाव का संचालन करना
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाना
आचार संहिता जारी करना
राजनीतिक दलों को चुनाव चिन्ह प्रदान करना
राजनीतिक पार्टियों का पंजीकरण करना
चुनाव के दौरान उम्मीदवारों के द्वारा खर्च की जाने वाली राशि की सीमा तय करना
प्रश्न - चुनाव प्रणाली की प्रमुख कमियां बताइए ?
उत्तर -
चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों के द्वारा अधिक पैसे खर्च करना
चुनाव के समय वोटों का खरीदना
राजनीतिक दलों के द्वारा जाति और धर्म के नाम पर वोट माँगना
राजनीति में अपराधियों की बढ़ती भागीदारी
राजनीतिक दलों के द्वारा जनता के सामने लुभावने वादे करना
राजनीतिक दलों के द्वारा चुनाव में हिंसा का प्रयोग करना
राजनीतिक दलों के द्वारा वोट के बदले पैसे , वस्तुओं , या अन्य प्रकार के लालच देना
प्रश्न - चुनाव प्रणाली में सुधार के लिए कुछ सुझाव बताइए ?
उत्तर -
चुनाव प्रणाली में सुधार के लिए सर्वाधिक मत से जीत वाली प्रणाली के स्थान पर समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली लागू करना चाहिए इससे राजनीतिक दलों को उसी अनुपात में सीटें मिलेंगी जिस अनुपात में उन्हें वोट मिलेंगे
संसद और विधानसभा में एक तिहाई सीटों पर महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए
यदि किसी उम्मीदवार के विरुद्ध कोई क्रिमिनल केस है तो उसे चुनाव लड़ने से रोक दिया जाना चाहिए
राजनीतिक दलों की कार्यप्रणाली को नियंत्रित करने के लिए कानून होना चाहिए
चुनाव प्रचार में जाति और धर्म के आधार पर वोट मांगने को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर देना
चुनावी राजनीति में धर्म के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए कठोर प्रावधान होने चाहिए
प्रश्न - भारत में सर्वाधिक वोट से जीत की प्रणाली को ही क्यों लागू किया गया ?
उत्तर -
एकल संक्रमणीय मत प्रणाली की प्रक्रिया काफी जटिल है
यह किसी छोटे देश में तो लागू हो सकती है लेकिन भारत जैसे विशाल देश में नहीं।
सर्वाधिक वोट से जीत वाली व्यवस्था की सफलता इसकी लोकप्रियता का कारण है।
उन मतदाताओं के लिए जिन्हें राजनीति और चुनाव का विशेष ज्ञान नहीं है, उसके लिए पूरी चुनाव व्यवस्था को समझना सरल है।