Hindi Core Class 12 Question Paper In Hindi 2024-2025
0Team Eklavyaजून 19, 2025
खंड - क
(अपठित बोध)
1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
प्रकृति के कई रंग हैं और उन रंगों में कोई होड़ नहीं है। रंगों की इस विशाल दुनिया में हम भी तो एक रंग ही हैं। पर हमारे साथ दिक्कत है। एक तो हमें अपने रंगों का पता नहीं है। दूसरा, हम दूसरों के रंगों से डरते हैं। हम भूल जाते हैं कि जीवन बहुरंगी है। दूसरे के जैसा होने की या उन्हें अपने जैसा करने की हमारी कोशिशों का कोई बहुत अर्थ भी नहीं है। कारण जबर्दस्ती चढ़ाए गए रंग देर तक टिकते ही नहीं है। सबको एक ही रंग में रंगने की कोशिश से बेहतर है कि हम एक-दूसरे को अपना सहयोग दें। दो रंग जुड़ते हैं तो एक नया ही रंग बन जाता है। इसी तरह आपस के साथ से हम भी कुछ नए रंग जिंदगी में जोड़ सकते हैं।
सुख सतरंगी है तो दुख के भी कई रंग हैं। फिर, सफेद और काले रंग के भी कई प्रतिरूप होते हैं। गायिका एमी ग्रांट कहती हैं, 'काले रंग के बिना किसी भी रंग को गहराई नहीं मिलती ।' बात केवल परछाईं की नहीं है, पूर्णता की है। ज्यादातर लोग निराशा, अकेलापन, चुनौती, डर और उदासी के रंगों से दूर भागते हैं। वे जीवन में मुश्किल समय आते ही बेचैन हो उठते हैं जबकि मनुष्य की विकास यात्रा यही कहती है कि दुख, दर्द, कड़ी मेहनत, धैर्य और चुनौतियों के रंगों से मिलकर ही हमें जीत की चमक मिलती है। लेखक रे विलियम्स का मानना है कि बड़ी बारीकी से हम अपने दिमाग की नकारात्मक घेराबंदी करते चले जाते हैं, जो है उसके बारे में ध्यान नहीं देते, अभावों के विषय में सोचते चले जाते हैं और जीवन को जटिल बना लेते हैं।
प्रकृति हर दिन होली खेलती है, एक ही दिन में कई रंग बदलती है। दुख-दर्द का कोई रंग स्थायी नहीं होता । हमारी दुनिया रंगीन हो जाती है जब हम अपने रंगों से संतुष्ट हो जाते हैं और दूसरों का देखकर खुश होते हैं।
(i) 'हमें अपने रंगों का पता नहीं है' से अभिप्राय है -
(A) अपने स्वभाव का ज्ञान नहीं है।
(B) जीवन की विविधता का ज्ञान नहीं है।
(C) अपनी विशेषताओं का ज्ञान नहीं है।
(D) अपनी परंपराओं का ज्ञान नहीं है।
(ii) 'हम भूल जाते हैं कि जीवन बहुरंगी है' पंक्ति में जीवन के बहुरंगी होने का अर्थ है -
(A) जीवन का रंग-बिरंगा होना
(B) जीवन में दुख-तकलीफ का होना
(C) जीवन में सुख-दुख का होना
(D) जीवन का बहुत विशाल होना
(iii) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।
कथन : प्रकृति के कई रंग हैं और रंगों में कोई होड़ नहीं है।
कारण : प्रकृति सहज ही एक दिन में कई रंग बदलती है।
(A) कारण सही है किंतु कथन गलत है।
(B) कथन तथा कारण दोनों गलत हैं।
(c) कथन तथा कारण दोनों सही हैं किंतु कारण कथन की गलत व्याख्या करता है।
(D) कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(iv) प्रकृति के माध्यम से लेखक हमें क्या संदेश देना चाहता है ?
(v) रे विलियम्स के अनुसार जीवन की जटिलता का क्या कारण है ?
(vi) 'दो रंग जुड़ते हैं तो एक नया ही रंग बन जाता है' पंक्ति का क्या आशय है ?
(vii) 'प्रकृति हर दिन होली खेलती है' से क्या अभिप्राय है ? इसके माध्यम से क्या संदेश दिया गया है ?
2. निम्नलिखित पद्यांश पर आधारित दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
है दीप एक पर मोल सूर्य से भी भारी
है व्यक्ति एक वर्तिका, दीप धरती सारी
देखो न दुखी हो व्यक्ति, उठे इंसानी लौ,
वनखंड जलाती सिर्फ एक ही चिनगारी ।
है झंझापथ, पद आहत, दीपक मद्धिम है
संघर्ष, रातकाली, मंजिल पर रिमझिम है
लेकिन पुकारता आ पहुँचा युग इंसानी
दो कदम रह गया स्वर्ग चढ़ाई अन्तिम है।
दीपक, तेरे नीचे घिर रहा अँधेरा है
सोने की चमक तले अनीति का डेरा है
तू इंसानी जीवन की रात मिटा, वरना
इंसान स्वयं बनकर आ रहा सवेरा है।
(i) 'है दीप एक ....... सूर्य से भी भारी पंक्ति का आशय है -
(A) एक अकेला शोषित व्यक्ति, संपूर्ण शोषक वर्ग से शक्तिशाली है।
(B) अकेला दीपक सूर्य के प्रकाश से अधिक प्रकाश प्रदान करने में सक्षम है।
(C) एक अकेला प्रकाश का स्रोत सूर्य से अधिक मूल्यवान है।
(D) दीपक सूर्य की ऊर्जा से अधिक ऊर्जा अपने भीतर रखता है।
(ii) 'इंसानी जीवन की रात मिटा' से क्या अभिप्राय है ?
(A) शोषित वर्ग के जीवन से रात्रि को दूर करना
(B) शोषित वर्ग के घरों को प्रकाशित करना
(C) इंसानों के जीवन से अंधकार को दूर करना
(D) शोषित वर्ग के अभावों को दूर कर, उन्हें अधिकार देना
(iii) कॉलम-1 को कॉलम-2 से सुमेलित कीजिए और सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए :
विकल्प :
(A) क-2, ख-3, ग-1
(B) क-1, ख-2, ग-3
(C) क-3, ख-1, ग-2
(D) क-1, ख-3, ग-2
(iv) 'इंसान स्वयं सवेरे का रूप धारण कर आ रहा है' पंक्ति के माध्यम से किसे क्या चेतावनी दी गई है ?
(v) 'वनखंड जलाती है एक चिनगारी' पंक्ति से क्या अभिप्राय है ?
(vi) 'इंसानी युग आने और स्वर्ग के दो कदम दूर रह जाने' - से क्या आशय है ?
खंड - ख
(अभिव्यक्ति और माध्यम पुस्तक पर आधारित प्रश्न)
3. निम्नलिखित दिए गए विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए :
(i) राजमार्ग (हाईवे) पर पिताजी की गाड़ी का अचानक बंद हो जाना
(ii) बड़े भाई / बहन की शादी में मेरी भूमिका
(iii) जीव-जंतुओं का घटता संसार
4. निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर किन्हीं चार प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(i) "जिन विचारों को कह डालना हमारे लिए कतई कठिन नहीं होता, उन्हें लिख डालने का निमंत्रण एक चुनौती की तरह लगता है" क्यों? स्पष्ट कीजिए ।
(ii) रेडियो नाटक में संवादों की भूमिका स्पष्ट कीजिए ।
(iii) उलटा पिरामिड शैली के विकास की संक्षिप्त जानकारी दीजिए ।
(iv) आर्थिक मामलों के पत्रकारिता की सबसे बड़ी चुनौती क्या है ?
(v) इलैक्ट्रॉनिक माध्यमों की तुलना में मुद्रित माध्यम के पाठकों को कौन-कौन सी सुविधाएँ उपलब्ध हैं ?
5. निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 80 शब्दों में लिखिए :
(i) व्यक्तिचित्र फीचर को रोचक, पठनीय और प्रभावशाली रूप में किस प्रकार तैयार किया जा सकता है ?
(ii) संवाददाता और विशेष संवाददाता के बीच के अंतर को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए ।
(iii) कहानी के पात्रों का नाट्य रूपांतरण किस प्रकार किया जा सकता है ?
खंड - ग
(पाठ्यपुस्तक आरोह तथा वितान पर आधारित प्रश्न)(40)
6. निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए :
धूत कहौ, अवधूत कहौ, रजपूतु कहौ, जोलहा कहौ कोऊ ।
काहूकी बेटी सो बेटा न ब्याहब, काहूकी जाति बिगार न सोऊ ।।
तुलसी सरनाम गुलामु है राम को, जाको रुचै सो कहै कछु ओऊ ।।
माँगि कै खैबौ, मसीत को सोइबो, लैबोको एकु न दैबको दोऊ ।
(i) काव्यांश का वर्ण्य विषय है-
(A) समाज की आर्थिक स्थिति का वर्णन
(B) जाति-पाँतिगत भेदभाव का वर्णन
(C) समाज में विद्यमान भेदभाव का वर्णन
(D) धर्म के नाम पर हो रहे आडंबरों का वर्णन
(ii) 'काहूकी बेटी सो बेटा न ब्याहब' पंक्ति के माध्यम से कटाक्ष किया गया है -
(A) समाज में व्याप्त जाति व्यवस्था पर
(B) जाति आधारित वैवाहिक प्रथा पर
(C) पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता पर
(D) समाज की विघटनकारी व्यवस्था पर
(iii) तुलसीदास स्वयं को किसका दास मानते हैं ?
(A) नियमों का
(B) परिस्थितियों का
(C) स्वयं का
(D) राम का
(iv) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए :
कथन : परंपरावादी एवं रूढ़िग्रस्त समाज में रहते हुए भी तुलसी निर्विकार जीवन व्यतीत कर रहे थे।
कारण : वे सामाजिक उत्तरदायित्वों से मुक्त थे ।
(A) कथन तथा कारण दोनों गलत हैं।
(B) कारण सही है लेकिन कथन गलत है।
(C) कथन सही है लेकिन कारण कथन की गलत व्याख्या करता है।
(D) कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(v) 'लैबोको एक न दैबको दोऊ' से आशय है -
(A) न लेना एक न देना दो
(B) किसी से कोई बुरी बात न कहना
(C) किसी से कोई संबंध न रखना
(D) बिना वजह की मुसीबत होना
7. निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(i) 'आत्मपरिचय' कविता के आधार पर लिखिए कि जग की ओर ध्यान न देने वाला कवि जग-जीवन का भार लिए क्यों फिरता है ?
(ii) 'बात सीधी थी पर' कविता से उधृत पंक्ति 'भाषा को सहूलियत से बरतने' का अर्थ स्पष्ट करते हुए लिखिए कि कवि ने भाषा की सहजता पर क्यों बल दिया है ?
(iii) "उषा' कविता में प्रातः कालीन आकाश में होने वाले सूर्योदय का गतिशील चित्रण हुआ है।' पुष्टि कीजिए ।
8. निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(i) 'सदा पंक पर ही होता, जल विप्लव प्लावन' पंक्ति में प्रयुक्त 'पंक' और 'विप्लव' शब्द की प्रतीकात्मकता स्पष्ट कीजिए ।
(ii) 'कैमरे में बंद अपाहिज' कविता में 'यह अवसर खो देंगे' पंक्ति में कौन से अवसर को खोने की बात कही जा रही है? इससे मीडियाकर्मी के किस व्यवहार का पता लगता है ?
(iii) 'पतंग' कविता से उधृत पंक्ति 'डाल की तरह लचीले वेग से' का आशय स्पष्ट -कीजिए ।
9. निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्पों को चुनकर लिखिए :
भक्तिन अच्छी है, यह कहना कठिन होगा, क्योंकि उसमें दुर्गुणों का अभाव नहीं। वह सत्यवादी हरिश्चंद्र नहीं बन सकती; पर 'नरो वा कुंजरो वा' कहने में भी विश्वास नहीं करती। मेरे इधर-उधर पड़े पैसे रुपये, भंडार-घर की किसी मटकी में कैसे अंतरहित हो जाते हैं, यह रहस्य भी भक्तिन जानती है। पर, उस संबंध में किसी के संकेत करते ही वह उसे शास्त्रार्थ के लिए चुनौती दे डालती है, जिसको स्वीकार कर लेना किसी तर्क-शिरोमणि के लिए संभव नहीं। यह उसका अपना घर ठहरा, पैसा-रुपया जो इधर-उधर पड़ा देखा, सँभालकर रख लिया। यह क्या चोरी है ! उसके जीवन का परम कर्तव्य मुझे प्रसन्न रखना है जिस बात से मुझे क्रोध आ सकता है, उसे बदलकर इधर-उधर करके बताना, क्या झूठ है। इतनी चोरी और इतना झूठ तो धर्मराज महाराज में भी होगा, नहीं तो भगवान जी कैसे प्रसन्न रख सकते और संसार को कैसे चला सकते !
(i) गद्यांश में 'नरो वा कुंजरो वा' का उल्लेख किस संदर्भ में किया गया है ?
(A) महाभारत के प्रसंग से अवगत कराने के लिए
(B) भक्तिन को युधिष्ठिर के समकक्ष रखने के लिए
(C) भक्तिन की चारित्रिक विशेषता स्पष्ट करने के लिए
(D) भक्तिन को युधिष्ठिर से श्रेष्ठ सिद्ध करने के लिए
(ii) भक्तिन घर में पड़े पैसों को मटकी में छिपाकर किस उद्देश्य से रखती थी ?
(A) पैसों को सँभालकर रखने
(B) अन्य सेवकों की दृष्टि से बचाने
(C) आपातकाल में काम आने
(D) स्वयं को दूसरे से श्रेष्ठ समझने
(iii) 'थोड़ा बहुत झूठ बोलना' के समर्थन में भक्तिन अपना आदर्श किसे मानती थी ?
(A) हरिश्चंद्र
(B) यमराज
(C) युधिष्ठिर
(D) महादेवी
(iv) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए :
कथन : भक्तिन अच्छी है, यह कहना कठिन होगा ।
कारण : समय और परिस्थिति के अनुसार मूल तथ्यों में जोड़-घटाव करती थी ।
(A) कथन तथा कारण दोनों गलत हैं।
(B) कारण सही है किंतु कथन गलत है।
(C) कथन सही है किंतु कारण कथन की गलत व्याख्या करता है।
(D) कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(V) महादेवी जी के क्रोध से बचने के लिए भक्तिन क्या करती थी ?
(A) खूब मन लगाकर काम करती थी
(B) बातों को ढालकर बताती थी
(C) उनके सामने नहीं आती थी
(D) बातों को स्पष्ट रूप से बताती थी
10. निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(i) 'लू में जाना हो तो पानी पीकर जाना चाहिए' 'बाजार दर्शन' पाठ में यह वाक्य क्यों और किस संदर्भ में कहा गया ?
(ii) अनावृष्टि दूर करने के लिए गाँव के बच्चों और गाँव वालों द्वारा किए गए उपायों को आप कितना उचित मानते हैं ? 'काले मेघा पानी दे' पाठ के संदर्भ में तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए।
(iii) शिरीष के माध्यम से लेखक ने, 'कालजयी अवधूत की भाँति विपरीत परिस्थितियों में भी अविचल खड़े रहने की प्रेरणा दी है।' पुष्टि कीजिए ।
11. निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(i) वैश्वीकरण के इस दौर में क्या भगत जी का चरित्र बाज़ार को सार्थकता और समाज में शांति स्थापित कर सकता है? 'बाज़ार दर्शन' पाठ के आधार पर लिखिए ।
(ii) 'शिरीष के फूल' पाठ में कबीर को शिरीष की भाँति क्यों बताया गया है ?
(iii) 'श्रम विभाजन और जाति प्रथा' पाठ से उधृत कथन 'दासता केवल कानूनी पराधीनता ही नहीं है' का आशय स्पष्ट कीजिए ।
12. निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 100 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(i) 'यशोधर बाबू की यह विवशता है वह पुराने को अच्छा समझते हैं और वर्तमान से तालमेल नहीं बिठा पाते ।' क्यों ?
'सिलवर वैडिंग' कहानी के इस कथन के संबंध में तर्कपूर्ण विचार दीजिए कि क्या उनका यह व्यवहार उचित है ?
(ii) 'जूझ' कहानी आज के युवाओं के लिए प्रतिकूल परिस्थितियों से संघर्ष करने की एक प्रेरक कथा है। उदाहरण सहित सिद्ध कीजिए ।
(iii) सिंधु घाटी सभ्यता को 'जल-संस्कृति' लेखक ने किस आधार पर कहा है ? वर्तमान समय में जल संरक्षण क्यों आवश्यक है ?