संक्षिप्त प्रश्न (Short Questions)
1. श्रीकांत वर्मा का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर:
बिलासपुर, मध्य प्रदेश।
2. उन्होंने अपनी शिक्षा कहाँ से प्राप्त की?
उत्तर:
नागपुर विश्वविद्यालय से हिंदी में एम.ए.।
3. श्रीकांत वर्मा ने अपने साहित्यिक करियर की शुरुआत किस क्षेत्र से की?
उत्तर:
पत्रकारिता से।
4. श्रीकांत वर्मा किन पत्रिकाओं से जुड़े थे?
उत्तर:
श्रमिक, कृति, दिनमान, वर्णिका।
5. श्रीकांत वर्मा को कौन-कौन से प्रमुख सम्मान प्राप्त हुए?
उत्तर:
तुलसी पुरस्कार, आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार, शिखर सम्मान, कुमारन आशान राष्ट्रीय पुरस्कार।
6. श्रीकांत वर्मा की प्रमुख कविताओं में कौन-कौन से विषय प्रमुख रूप से मिलते हैं?
उत्तर:
समाज की विसंगतियाँ, सत्ता की क्रूरता, आम जनता का संघर्ष, व्यवस्था में बदलाव और विरोध की आवश्यकता।
7. ‘मगध’ काव्य संग्रह किस विषय पर आधारित है?
उत्तर:
सत्ता के अत्याचार और शासकों के अंधकारमय भविष्य पर।
8. श्रीकांत वर्मा की प्रमुख काव्य रचनाएँ कौन-सी हैं?
उत्तर:
भटका मेघ, दिनारंभ, मायादर्पण, जलसाघर, मगध।
9. श्रीकांत वर्मा की अन्य प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तर:
झाड़ी संवाद (कहानी संग्रह), दूसरी बार (उपन्यास), जिरह (आलोचना), अपोलो का रथ (यात्रा-वृत्तांत), फैसले का दिन (अनुवाद), बीसवीं शताब्दी के अँधेरे में (साक्षात्कार)।
10. ‘हस्तक्षेप’ कविता में ‘मगध’ किसका प्रतीक है?
उत्तर:
निरंकुश सत्ता और जनता की दबाई गई आवाज का।
विस्तृत प्रश्न (Long Questions)
1. श्रीकांत वर्मा के साहित्यिक योगदान पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
श्रीकांत वर्मा हिंदी साहित्य में एक सशक्त कवि और लेखक थे। उनके लेखन में समाज की विसंगतियाँ, सत्ता की क्रूरता, और जनता के संघर्ष को अभिव्यक्ति मिली। उनकी रचनाओं में विरोध और बदलाव की चेतना स्पष्ट रूप से दिखती है। उन्होंने छंदमुक्त कविताएँ लिखीं, जिनमें गहरी संवेदनाएँ और यथार्थवाद झलकता है। ‘मगध’ काव्य संग्रह में शासन के अत्याचार और जनता की मौन स्वीकृति पर तीखा प्रहार किया गया है। इसके अलावा, उनकी अन्य रचनाएँ झाड़ी संवाद, दूसरी बार, जिरह, अपोलो का रथ आदि भी महत्वपूर्ण हैं।
2. ‘हस्तक्षेप’ कविता का सारांश लिखिए।
उत्तर:
‘हस्तक्षेप’ कविता सत्ता की निरंकुशता और जनता की चुप्पी पर गहरी टिप्पणी करती है। इसमें ‘मगध’ एक प्रतीक के रूप में प्रयोग किया गया है, जो ऐसी व्यवस्था को दर्शाता है जहाँ शांति के नाम पर जनता का हर विरोध दबा दिया जाता है। कविता के अनुसार,
- लोग इतने डर गए हैं कि कोई छींकता भी नहीं कि कहीं मगध की शांति भंग न हो जाए।
- सत्ता ने दमनकारी माहौल बना दिया है, जहाँ कोई विरोध नहीं करता।
- व्यवस्था किसी भी असहमति को कुचल देती है, जिससे तानाशाही बढ़ती जाती है।
- अगर लोग चुप रहेंगे, तो समाज मृतप्राय हो जाएगा।
- कविता यह संदेश देती है कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है, वरना लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा।
3. ‘मगध’ काव्य संग्रह की विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।