प्रश्न - भारत की लंबी तटरेखा के क्या प्रभाव हैं ?
उत्तर -
- भारत की लंबी तटरेखा के बहुत लाभ है
- अफ्रीका यूरोप तथा पश्चिमी एशिया को दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों चीन जापान ऑस्ट्रेलिया तथा संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के पश्चिमी तट को जोड़ने वाले महासागर पारिय जल मार्ग भारत से होकर गुजरते है
- व्यापार के लिए अति उपयोगी है
- बंदरगाहों के विकास के लिए अनुकूल दशाएं उपलब्ध करता है तथा रोजगार सृजन में सहायक है
प्रश्न - हिन्द महासागर वास्तव में हिन्द का महासागर है?
उत्तर -
- पश्चिमी एशिया तथा पूर्वी एशिया के बीच हिन्द महासागर के तट पर भारत की स्थिति बहुत ही महत्वपूर्ण है
- इस महासागर के उत्तरी छोर पर स्थित भारत की तट रेखा अन्य किसी भी देश की तट रेखा से अधिक लंबी है
- भारतीय प्रायद्वीपीय हिन्द महासागर में लगभग 1600 किमी तक विस्तृत है
- पश्चिम में अरब सागर और पूर्व में बंगाल की खाड़ी का निर्माण करता है
प्रश्न -हिन्द महासागर के शीर्ष पर स्थित भारत की केंद्रीय स्थिति क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर -
- भारतीय प्रायद्वीप हिन्द महासागर में लगभग 1600 कि. मी. तक विस्तृत है।
- पश्चिम में अरब सागर तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी दक्षिण-मध्य एशिया में हिन्द महासागर के शीर्ष पर भारत की केन्द्रीय स्थिति पश्चिम में स्थित यूरोप के विकसित राष्ट्रों से संबंध स्थापित करने में सहायक हैं।
- वहीं दूसरी ओर अफ्रीका, पश्चिम एशिया, दक्षिण पूर्वी एशिया, जापान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड व अमेरिका आदि देशों से व्यापारिक संबंध स्थापित करने में सहायक हैं।
- इस प्रकार हम कह सकते हैं हिन्द महासागर वास्तव में भारत के लिए एक वरदान है।
प्रश्न - भारत के विशाल मैदान को उच्चावच की भिन्नताओं के आधार पर बाँट कर वर्णन कीजिए
उत्तर -
1. भाभर
- 8 से 10 किलोमीटर चौड़ाई की पतली पट्टी है जो शिवालिक गिरिपाद के समानांतर फैली हुई है।
- नदियाँ यहाँ पर भारी जल-भार, जैसे- बड़े शैल और कंकड़ पत्थर जमा कर देती हैं
- कभी-कभी नदियाँ स्वयं इसी में लुप्त हो जाती हैं।
2. तराई
- चौड़ाई 10 से 20 किलोमीटर है।
- भाभर क्षेत्र में लुप्त नदियाँ इस प्रदेश में धरातल पर निकल कर प्रकट होती हैं
- यह क्षेत्र प्राकृतिक वनस्पति से ढका रहता है और विभिन्न प्रकार के वन्य प्राणियों का घर है।
3. बांगर
- मैदान का वह भाग जहां नदियों की बाढ़ का जल नहीं पहुँच पाता।
- इस क्षेत्र का निर्माण पुरानी जलोढ़ मिट्टी से हुआ है
- इस क्षेत्र में कहीं कहीं चुनायुक्त कंकरिली मिट्टी पाई जाती है
4. खादर
- खादर वह क्षेत्र है जहां नदियों की बाढ़ का जल प्रति वर्ष आता रहता है
- जिसके कारण हर वर्ष मिट्टी की नई परत बीच जाती है
- हर वर्ष मिट्टी की नई परत के जमाव के कारण खादर क्षेत्र बहुत उपजाऊ होते है
प्रश्न - उष्ण कटिबंधीय सूर्य से प्रचुर मात्रा में मिलने वाली धूप और मानसूनी वर्षा करोड़ों भारतवासियों की नियति तय करती है" विशलेषण कीजिए।
उत्तर -
तापमान और वर्षा जलवायु के दो मुख्य तत्व है।
- इनका प्रत्यक्ष प्रभाव यहाँ की मिट्टियों, जीव-जन्तुओं व मानवीय क्रियाकलापों पर पड़ता है। कृषि पर आधारित उद्योगों और उनसे जुड़े लोगों का भाग्य इन दो जलवायु तत्वों से जुड़ा है
- इसलिए यह कहना बिल्कुल उपयुक्त है कि उष्ण कटिबंधीय सूर्य से प्रचुर मात्रा में मिलने वाली धूप और मानसूनी वर्षा करोडो भारतवासियों की नियति तय करती है।
प्रश्न - उपमहाद्वीप किसे कहते हैं? भारतीय उपमहाद्वीप में सम्मिलित देशों के नाम लिखो?
उत्तर -
- किसी महाद्वीप का एक बड़ा भाग जो भौगोलिक, सांस्कृतिक व आर्थिक दृष्टि से महाद्वीप के अन्य भागों से अलग पहचान रखता है तथा उसके भूभाग में एकरूपता हो, उपमहाद्वीप कहलाता है।
- भारतीय उपमहाद्वीप में उत्तर पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर में नेपाल, भूटान, पूर्व में बंगलादेश तथा मध्य में भारत सम्मिलित है।
प्रश्न - भारत के सबसे पूर्वी भाग अरुणाचल प्रदेश और सबसे पश्चिमी भाग गुजरात के स्थानीय समय में दो घंटे का अंतर है। कथन की पुष्टि कीजिए।
उत्तर -
- अरुणाचल प्रदेश तथा गुजरात के बीच में लगभग 30° डिग्री का देशांतरीय अंतर है।
- सूर्य को एक देशान्तर से दूसरे देशान्तर पर पहुंचने में 4 मिनट का समय लगता है।
- अतः अरुणाचल प्रदेश व गुजरात के बीच समय का अन्तर 30×4= 120 मिनट अर्थात दो घंटे का है।
प्रश्न -"भारतीय मरुस्थल कभी समुद्र का हिस्सा था।" इस कथन की पुष्टि कीजिए?
उत्तर -