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राष्ट्रीय आय और संबंधित समुच्चय notes in hindi Unit 1 Chapter 3 Macroeconomics समष्टि अर्थशास्त्र National Income and Related Aggregates raashtrey aay aur sambandhit samuchchay 2024 -25

राष्ट्रीय आय और संबंधित समुच्चय  notes in hindi

 


राष्ट्रीय आय 

राष्ट्रीय आय एक लेखा वर्ष की अवधि के दौरान किसी देश के सामान्य निवासियों द्वारा अर्जित कारक आय का कुल योग है।
                                या 
राष्ट्रीय आय एक लेखा वर्ष की अवधि के दौरान किसी देश के उत्पादित सभी अंतिम सेवाओं और वस्तुओं का मौद्रिक मूल्य है।


एक लेखा वर्ष भारत में  :- 1st April to 31st March 


घरेलू सीमा 

  • 'किसी देश की सरकार द्वारा प्रशासित उस भौगोलिक सीमा से है जिसमें व्यक्ति, वस्तु तथा पूँजी का प्रवाह निर्बाध रूप से होता।'
  • देश का एक समस्त भूभाग जिसमे राजनैतिक और समुद्री सीमा भी शामिल है।
  • अंतर्राष्ट्रीय समझौते से सर्वाधिकार प्राप्त क्षेत्र मछली पकड़ने की नौकाएँ, तेल व प्राकृतिक गैस निकालने वाले यान।
  • ऐसे जलयान तथा वायुयान जो देशवासियों द्वारा पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से दो या दो से अधिक देशों के बीच चलाए जाते हैं।
  • विदेशों में स्थित देश के दूतावास।


देश के सामान्य निवासी

एक देश के सामान्य निवासी में उस व्यक्ति या संस्था को शामिल किया जाता है

  • जिनके आर्थिक हित उसी देश में निहित हों जैसे:- उत्पादन, उपभोग और निवेश ।
  • उसके निवास का काल कम-से-कम एक वर्ष या उससे अधिक होना चाहिए।
  • हमारे देश का नागरिक जो अंतरराष्ट्रीय संगठनों या हमारे देश में स्थित विदेशी दूतावासों में काम कर रहा हो।
  • हमारे देश के नागरिक जो विदेश में रह रहे हैं, लेकिन एक वर्ष की अवधि के लिए नहीं और जिनके आर्थिक हित का केंद्र स्वदेश में है।
  • सीमा पर रहने वाले निवासी जो एक देश में काम करने के लिए नियमित रूप से दो देशों के बीच की सीमा पार करते हैं,वे उस देश के निवासी हैं जहां वे हैं, न कि उस देश के जिसमें वे काम कर रहे हैं।
  • अधिकारियों, राजनयिकों और किसी विदेशी देश के सशस्त्र बलों के सदस्यों को उस देश के सामान्य निवासियों के रूप में माना जाता है जहां के वे हैं, न कि उस देश के जहां वे कार्यरत हैं।


किसे देश के सामान्य निवासी में शामिल नहीं है किया जाता

  • वे विदेशी जो यात्रा, छुट्टियाँ, चिकित्सा उपचार, अध्ययन, सम्मेलन आदि के लिए किसी देश में आते हैं।
  • हमारे देश में तैनात अधिकारी, राजनयिक, सशस्त्र बलों के सदस्य और अन्य देशों के राजदूत।
  • हमारे देश में स्थित अंतर्राष्ट्रीय संगठन और इन संगठनों में काम करने वाले विदेशी। 


अंतिम वस्तुए व सेवाओं का मौद्रिक मूल्य


दो तरीकों से मापा जा सकता है

1. कारक लागत (Factor Cost)

  • कारक वह लागत है जो किसी वस्तु के उत्पादन में योगदान देने के बदले उत्पादन के कारको को मिलती है। इसमें मजदूरी, लगान, ब्याज और लाभ आदि शामिल होते हैं।कारक लागत में अप्रत्यक्ष कर या आर्थिक सहायता शामिल नहीं होती है।


2. बाजार कीमत (Market Price)

  • जिस कीमत पर एक वस्तु बाजार में खरीदी या बेची जाती है, वह वस्तु की बाजार कीमत कहलाती है। बाजार कीमत में अप्रत्यक्ष कर या आर्थिक सहायता शामिल होती है।


1. बाजार कीमत =  कारक लागत + शुद्ध अप्रत्यक्ष कर


2. शुद्ध अप्रत्यक्ष कर =  अप्रत्यक्ष कर  -  आर्थिक सहायता  


1. अप्रत्यक्ष कर

  • सरकार द्वारा वस्तुओं के उत्पादन व बिक्री पर लगाए गए करों को अप्रत्यक्ष कर कहते हैं। जैसे :- GST


2. आर्थिक सहायता 

  • यह सरकार द्वारा अनुदान या धन संबंधी सहायता होती है जो उद्यमों को वस्तु विशेष के उत्पादन करने के लिए या निर्यात बढ़ाने के लिए अथवा उपभोग पदार्थों की कीमत वृद्धि रोकने के लिए दी जाती है।


विदेशों से शुद्ध कारक आय (Net Factor Income from Abroad):-

  • यह देश में आने वाली और देश से बाहर जाने वाली कारक आय का अंतर होती हैं।


विदेशों से शुद्ध कारक आय = विदेशों से आयी कारक आय – विदेशों में गयी कारक आय 


विदेशों से शुद्ध कारक आय के घटक :-


1. कर्मचारियों का शुद्ध पारिश्रमिक 

  • एक देश के निवासी दूसरे देशों की घरेलू सीमाओं में काम करके वेतन व मजदूरी अर्जित करते हैं। जैसे भारतीय डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक।


2. संपत्ति व उद्यमवृत्ति से शुद्ध आय 

  • विदेशों में संपत्ति जैसे- दुकानें, फ्लैट, फैक्टरी, विदेशी बांड व शेयर आदि खरीदकर उनसे लगान व व्याज के रूप में आय अर्जित की जाती है। 


3. विदेशों से निवासी कंपनियों की शुद्ध प्रतिधारित आय

  • प्रतिधारित आय से अभिप्राय संयुक्त पूँजी कंपनी के 'अवितरित लाभ' से है।


घरेलू आय की गणना 

  • घरेलू आय की गणना किसी देश के सभी व्यक्तियों और व्यवसायों की कुल कमाई को जोड़कर की जाती है। 
  • कारक लागत पर शुद्ध घरेलू उत्पाद ( NDP at FC ) 


राष्ट्रीय आय की गणना 

  • राष्ट्रीय आय की गणना विदेश में रहने वाले नागरिकों सहित देश के नागरिकों की कुल कमाई को जोड़कर की जाती है। 


कारक लागत पर शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद (NNP at FC) 


राष्ट्रीय आय निकलने  के समुच्चय 



बाजार कीमत पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP at MC)


घरेलू सीमा में एक वर्ष में उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं व सेवाओं के बाजार मूल्य का योग है। यह मापने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है कि किसी देश की अर्थव्यवस्था कैसी चल रही है।




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